सर्दियों के मौसम में जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है, दिल पर दबाव बढ़ता है। ठंड के कारण ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट अटैक का खतरा अधिक हो सकता है। COVID अलर्ट के बाद, मेटाबॉलिज़्म को मजबूत करना न केवल इम्यून सिस्टम के लिए बल्कि दिल को सुरक्षित रखने के लिए भी आवश्यक हो गया है।
सर्दियों में इम्यूनिटी और हार्ट हेल्थ पर मुख्य बिंदु
- विशेषज्ञों के मुताबिक़, ठंड में बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा।
- सर्दियों के मौसम में इम्यूनिटी और हार्ट हेल्थ पर विशेष ध्यान देने की है, आवश्यकता।
क्या कहती हैं विशेषज्ञों की रिपोर्ट?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले 5 सालों में हृदय रोग के मामले 53% बढ़े हैं और वही युवाओं में दिल की समस्याओं का सबसे बड़ा कारण अनियमित दिल की धड़कनें दर्ज की गई हैं। हालांकि, सिर्फ ठंड के दिन ही नहीं बल्कि हर मौसम में हार्ट का ख्याल रखना ज़रूरी है। रिपोर्ट के मुताबिक़, पिछले 32 वर्षों में हार्ट अटैक से मरने वाले लोगों की संख्या में 60% की वृद्धि दर्ज की गई। जबकि सालाना 2 करोड़ लोगों की हार्ट अटैक से मौत दर्ज हुई हैं।
किन्हें है हार्टअटैक का सबसे ज़्यादा खतरा?
विशेषज्ञों के अनुसार, हार्ट अटैक किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि आमतौर पर पुरुषों में 45 साल से अधिक और महिलाओं में 55 साल से अधिक को हार्ट अटैक का खतरा ज़्यादा होता है। अगर फैमिली हिस्ट्री में किसी को हार्ट डिज़ीज़ रही है तो भी इसका खतरा देखने को मिल सकता है। इसके अलावा खराब लाइफस्टाइल जैसे – धूम्रपान, शराब का सेवन, अनहेल्दी खानपान, मोटापा स्ट्रेस और हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी अन्य बीमारियां भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकती हैं।
हार्ट संबंधी समस्या होने के लक्षण
सीने में दर्द महसूस होना, कंधे और बाजुओं में दर्द या असहजता महसूस होना, सांस लेने में परेशानी, ठंड में भी पसीने का आना, कमज़ोरी, चक्कर आना, पेट, जबड़े और गर्दन में दर्द का होना ये सभी हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। हार्ट संबंधी समस्याओं को सही समय में पहचानना बहुत ज़रूरी है ताकि सही समय पर सही कदम उठाया जा सके। रोगी को चाहिए कि किसी भी लक्षणों के दिखने पर डॉक्टर को दिखाएं।
सर्दियों में मेटाबॉलिज़्म को मज़बूत करने के टिप्स
सर्दियों में दिल के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक होना ज़रूरी है। बेहतर इम्यून सिस्टम और मजबूत मेटाबॉलिज्म से हम शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं अपितु हार्ट अटैक के मामलों से भी बच सकते हैं।
- संतुलित आहार लें।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे- अखरोट और अलसी का सेवन करें।
- फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे- दलिया, हरी सब्जियां और फल खाएं।
- एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
- हाइड्रेटेड रहें: ठंड में पानी कम पीने की आदत से बचें। गुनगुना पानी या हर्बल टी का सेवन करें।
- भरपूर नींद लें: कम नींद से मेटाबॉलिज़्म धीमा हो सकता है। हर दिन 7-8 घंटे की नींद लें।
- शारीरिक व्यायाम करें: रोज़ाना सुबह की सूर्य की रोशनी में 30 मिनट सैर करें। ठंड के कारण आलस्य से बचें, मेहनती काम करें और सक्रिय रहें।
हार्ट हेल्थ after COVID
COVID संक्रमण के बाद कई लोगों में ब्लड क्लॉटिंग और हार्ट से संबंधित समस्याएं देखी गई हैं। इसलिए, मेटाबॉलिज़्म और इम्यूनिटी को मज़बूत रखना दिल को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है।
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डॉक्टरों का मानना है कि सर्दियों में खानपान और जीवनशैली में सुधार करके हार्ट अटैक के खतरे को 50% तक कम किया जा सकता है। COVID अलर्ट के बाद सेहत के प्रति जागरूक रहना और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाना भी बेहद ज़रूरी है।
सतभक्ति, हार्ट ही नहीं संपूर्ण शारीरिक सुरक्षा कवच भी प्रदान करती है
एक किवदंती समाज में व्याप्त हैं – विधि का विधान टाला नहीं जा सकता। वहीं ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 163 मन्त्र 1 गवाही देता है कि पूर्ण परमात्मा किसी रोगी व्यक्ति की आयु शेष नहीं होने पर भी उसके रोग को काटकर 100 वर्ष की स्वस्थ आयु प्रदान कर सकते हैं। परमेश्वर कबीर साहेब जी कहते हैं –
मासा घटे न तिल बढ़े, विधना लिखे जो लेख।साच्चा सतगुरु मेट कर, ऊपर मार दे मेख।।
अर्थात् सच्चा सतगुरु विधि के विधान को मेटकर साधक की आयु में वृद्धि कर देता है। आज पूरे विश्व में तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी एकमात्र सद्गुरु हैं जो पूर्ण परमात्मा कविर्देव की यथार्थ भक्ति बता रहे हैं। उनके द्वारा दी गई भक्ति साधना से साधक को कैंसर ही नहीं अपितु हार्ट की समस्या से भी आजीवन छुटकारा मिला है।
FAQs about सर्दियों में इम्यूनिटी और हार्ट हेल्थ
1. सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा क्यों बढ़ जाता है?
सर्दियों में ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इसके अलावा, शरीर का मेटाबॉलिज़्म धीमा हो सकता है, जिससे दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
2. हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
सीने में दर्द, कंधे या बाजू में असहजता, सांस लेने में परेशानी, ठंड में पसीना आना, चक्कर आना, और कमजोरी हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण हैं।
3. क्या सतभक्ति हार्ट हेल्थ में मदद कर सकती है?
हां, तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा दी गई भक्ति साधना से कई साधकों ने गंभीर बीमारियों से छुटकारा पाया है, जिसमें हार्ट संबंधी समस्याएं भी शामिल हैं।
4. क्या हार्ट अटैक का खतरा केवल बुजुर्गों को होता है?
नहीं, हार्ट अटैक किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। हालांकि, खराब लाइफस्टाइल और फैमिली हिस्ट्री वाले लोगों को अधिक खतरा होता है।
5. सर्दियों में व्यायाम कितना महत्वपूर्ण है?
व्यायाम से मेटाबॉलिज़्म सक्रिय रहता है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दिल स्वस्थ रहता है। रोज़ाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
6. हार्ट हेल्थ के लिए नियमित जांच क्यों ज़रूरी है?
रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर की नियमित जांच से किसी भी समस्या का समय रहते पता लगाया जा सकता है और इलाज शुरू किया जा सकता है।