उत्तर प्रदेश के संभल में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कहा जा रहा है कि संभल में माहौल तो 19 नवंबर 2024 से ही बिगड़ना शुरू हो गया था।लेकिन रविवार (24 नवंबर) को उस समय हालात हाथ से बाहर हो गए, जब लोगों और पुलिस कर्मियों में आपसी झड़प हो गई।बताया जा रहा है इस झड़प में चार लोगों की मौत हो गई और इससे हिंसा और भड़क गई। इस हादसे में लगभग 22 पुलिस कर्मियों के घायल होने की बात भी कही जा रही है।
सूत्रों की मानें तो यह विरोध 16 वीं सदी की शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर शुरू हुआ था। यह सर्वेक्षण 19 नवंबर को एक पुजारी की याचिका के बाद अदालत द्वारा निर्देश देने के बाद शुरू हुआ था। इसमें यह दावा किया गया था कि यह मस्जिद एक मंदिर के खंडर पर बनाई गई है। लेकिन जब पुलिस कर्मियों की टीम वहां जांच के लिए पहुंची, तो लोगों ने उन पर पथराव किया। इससे हालात बेकाबू होते गए। यहां तक कि पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े।
इन्हीं हालातों के मद्देनजर जुमे की नमाज में भी कड़ी सुरक्षा देखी गई थी। इसमें लगभग सात थानों के पुलिस कर्मी लगाए थे और सीसीटीवी कैमरों के द्वारा भी नजर रखी गई। लेकिन 24 नवंबर को हालात हद से ज्यादा भिगड़ गए । पुलिस को गोली तक चलानी पड़ी। इस घटना के बारे में मुरादाबाद के कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस की तरफ से कोई गोली नहीं चलाई गई। क्योंकि ऐसी बातें सिर्फ अफवाहें फैलाने के लिए कही जा रही हैं।
संभल में भड़की हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने संभल तहसील के नर्सरी से बाहरवीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दे दिया है। प्रशासन ने कड़ा फैसला लेते हुए संभल में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी हैं और लगभग 21 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं अखिलेश यादव जी ने एक्स पर लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की है।
वर्तमान समय में संसार में बहुत हाहाकार मची हुई है। प्रतिदिन चोरी, हिंसा, ठग्गी जैसी घटनाएं सुनने को मिल ही जाती हैं। लोगों में ईश्वर का डर रहा नहीं और नैतिक गुणों की कमी के कारण लोग गलत रास्ते पर चल पड़ते हैं। लेकिन हम सभी एक परमेश्वर कबीर साहेब जी के ही बच्चे हैं। इसी लिए धर्म, जात आधार पर कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए। विश्व में शांति केवल तत्वदर्शी संत के बताए अनुसार भक्ति से ही संभव है। वर्तमान समय में केवल संत रामपाल जी महाराज ही तत्वदर्शी संत हैं। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए विजिट करें जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज ऐप पर।