2024 में उजबेकिस्तान में फीफा विश्व कप (FIFA World Cup) का आयोजन शानदार तरीके से हुआ था। अब, 2030 फीफा वर्ल्ड कप की मेज़बानी मोरक्को, स्पेन और पुर्तगाल करेंगे। मोरक्को सरकार इस विश्व कप के आयोजन से पहले शहर की सफाई के नाम पर 30 लाख आवारा कुत्तों को मारने की योजना बना रही है। यह कदम पशु अधिकार संगठनों और फुटबॉल प्रशंसकों के बीच गहरी नाराज़गी का कारण बन चुका है। पढ़िए मोरक्को फीफा 2030 के लिए स्ट्रीट डॉग्स को क्यों मारने की योजना बना रहा है?
फीफा 2030 विश्व कप और मोरक्को की आवारा कुत्तों के खिलाफ योजना
फीफा विश्व कप 2023 का आयोजन उजबेकिस्तान में हुआ था, जिसे लेकर दुनियाभर में उत्साह था। 2030 का फीफा विश्व कप मोरक्को, स्पेन और पुर्तगाल में आयोजित होगा। मोरक्को इस आयोजन की तैयारी के तहत शहरों की सफाई करने की योजना बना रहा है। इसके लिए 30 लाख आवारा कुत्तों को मारने की योजना बनाई गई है। यह कदम पशु अधिकार संगठनों और फुटबॉल प्रशंसकों के बीच भारी विरोध का कारण बन चुका है।
मोरक्को में कुत्तों की होगी निर्मम हत्या
कुत्तों को ज़हर देकर, गोली मारकर, बिजली का झटका देकर और अन्य अमानवीय तरीकों से मारा जा रहा है। जो कुत्ते शहरों में आवारा होते हैं और इनकी मौत के तरीकों ने वैश्विक स्तर पर गुस्सा फैलाया है।
दुनिया भर के फुटबॉल प्रशंसक, पशु प्रेमी भी हैं
वकील जेन गुडॉल ने अंतर्राष्ट्रीय पशु गठबंधन द्वारा प्रस्तुत विस्तृत साक्ष्यों की कथित रूप से अनदेखी करने के लिए फीफा की आलोचना की। उन्होंने लिखा, “आपको निश्चित रूप से पता होगा कि दुनिया भर के फुटबॉल प्रशंसक – जिनमें से कई पशु प्रेमी भी हैं – इस बारे में जब उन्हें चलेगा तो वह कैसी प्रतिक्रिया देंगे?” डॉ. गुडॉल ने चेतावनी दी कि इस मुद्दे के कारण मोरक्को का बहिष्कार हो सकता है और कतर एयरवेज जैसे प्रायोजकों पर अपना समर्थन वापस लेने का दबाव पड़ सकता है।
Also Read: India to Host ISSF Junior Shooting World Cup in 2025: A Landmark Event for Indian Shooting
एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट की प्रतिक्रिया
प्रसिद्ध एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट और वकील जेन गुडॉल ने इस मुद्दे पर तीव्र प्रतिक्रिया दी है। “उन्होंने फीफा के महासचिव को एक पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि इस अमानवीय व्यवहार पर तुरंत रोक लगाई जाए, अन्यथा इसका विश्व स्तर पर विरोध हो सकता है।”
नियमों का उल्लंघन
मोरक्को का यह कदम कथित रूप से देश के कानूनों का उल्लंघन कर रहा है, जो आवारा कुत्तों की हत्या को प्रतिबंधित करता है। इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन इन नियमों की अनदेखी कर रहा है और कुत्तों की हत्या के आदेश दिए जा रहे हैं।
कुत्तों को मारने के फैसले का हो रहा विश्व स्तर पर विरोध
यह मामला अब वैश्विक चर्चा का विषय बन चुका है। कुत्तों की हत्या के इस अभियान ने मोरक्को के खिलाफ जन आक्रोश को जन्म दिया है। अगर यह क्रूरता जारी रही, तो फीफा के आयोजन अधिकारों पर पुनर्विचार हो सकता है और मोरक्को को बायकॉट किया जा सकता है।
2022 में कुत्तों की हत्या की साज़िश पर भी लगा था जुर्माना
एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 के एक फैसले में कुत्तों की हत्या की साजिश रचने के लिए एक गवर्नर पर जुर्माना लगाया था, लेकिन मोरक्को में विश्व कप की मेज़बानी की घोषणा के बाद से ही हत्याएं बढ़ गई हैं। विवाद ने फीफा को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है, इसका न केवल मोरक्को बल्कि दुनिया भर में विरोध हो रहा है, ऐसे में देखने वाली बात होगी कि इस पर अधिकारी कर्मचारी क्या फैसला लेते हैं।
मनुष्य को करुणा और अहिंसा का प्रेरणास्त्रोत बनना चाहिए
संत रामपाल जी महाराज के अनुसार, हर जीव का जीवन मूल्यवान है, चाहे वह इंसान हो या जानवर। वे बताते हैं कि भगवान ने सभी प्राणियों को उनके कर्मों का फल भोगने और मोक्ष प्राप्त करने का अवसर दिया है। निर्दोष जीवों की हत्या ईश्वरीय कानून का उल्लंघन है और पाप का कारण बनती है। संत रामपाल जी आत्मा के आध्यात्मिक उत्थान के लिए करुणा और अहिंसा को अपनाने पर जोर देते हैं। उनके विचारों में, सच्ची मानवता वही है जो सभी जीवों के प्रति दया, प्रेम और सम्मान रखे। केवल भक्ति और सच्चा ज्ञान ही मानवता को सही दिशा में ले जा सकता है।
फीफा वर्ल्ड कप FIFA World Cup 2030 से जुड़ी प्रश्नोत्तरी
1. मोरक्को फीफा 2030 के लिए स्ट्रीट डॉग्स को क्यों मारने की योजना बना रहा है?
यह योजना सार्वजनिक सुरक्षा और स्वच्छता की चिंता को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, ताकि स्ट्रीट डॉग्स की संख्या को नियंत्रित किया जा सके।
2. मोरक्को में कितने स्ट्रीट डॉग्स हैं?
मोरक्को में अनुमानित 30 मिलियन स्ट्रीट डॉग्स हैं, जिन्हें इस योजना के तहत ध्यान में रखा जा रहा है।
3. यह योजना विवादास्पद क्यों है?
पशु अधिकार संगठन और कई नागरिक इस योजना का विरोध कर रहे हैं, उनका कहना है कि यह अमानवीय है और इसके बजाय नसबंदी जैसे वैकल्पिक उपाय किए जा सकते हैं।
4. कौन से वैकल्पिक उपाय सुझाए गए हैं?
नसबंदी और डॉग्स को शेल्टर में स्थानांतरित करने जैसी वैकल्पिक योजनाएं सुझाई गई हैं, बजाय उन्हें मारने के।
5. क्या सरकार ने आलोचना का जवाब दिया है?
मोरक्को सरकार ने अपनी योजना का बचाव करते हुए कहा कि यह वैश्विक आयोजन के दौरान सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए आवश्यक है।