जम्मू कश्मीर के जिला कुपवाड़ा के गांव गुगलधार में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर आतंकियों की घुसपैठ नाकाम रही। एक बार फिर सेना ने अपना बाल दिखाया। सेना और पुलिस ने दो आतंकियों को मार गिराया है।
भारतीय सेना की चिनार केपर्स ने बताया कि 4 अक्टूबर, दिन शुक्रवार को एलओसी पर कुछ हलचल होती दिखाई पड़ी, तब सेना ने पुलिस के साथ मिलकर तुरंत ही ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू कर दिया। आतंकियों ने भी सेना को करीब आते देख हर बार की तरह शुरुआती फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाब में फायरिंग की।
सूत्रों के मुताबिक जवाबी फायरिंग में दो आतंकी मारे गए। साथ ही देर रात तक फायरिंग ऑपरेशन जारी रहा। मरने वाले आतंकियों से सेना ने बड़ी संख्या में हथियार और गोला बारूद बरामद किया। कहा जा रहा है कि सेना को युद्ध के स्तर का सामान बरामद हुआ।
नई रणनीती से मारे गए 5 आतंकी
जम्मू कश्मीर में आए दिन आतंकी हमलों को देखते हुए और आतंकियों की चाल नाकाम करने के लिए जम्मू डिवीजन के पहाड़ों की चोटियों और घने जंगलों में 4000 से अधिक पैरा कमांडो और पर्वतीय युद्ध में परीक्षित जवानों को तैनात किया गया है। सेना की नई रणनीति के बाद जम्मू डिवीजन में आतंकी हमलों में कमी आई है। सेना की इस नई रणनीति (जिसमें बहुत बड़ा बदलाव किया गया है) पर सेना का कहना है कि हम विदेशी आतंकियों की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। बता दे कि इसी रणनीति के चलते अब तक 5 आतंकी मारे गए हैं।
श्रीनगर में 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घाई ने गुरुवार को कहा था कश्मीर में शांति बनाए रखने के लिए LOC की सुरक्षा में तैनात सैनिकों की संख्या में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। कश्मीर के अलावा जम्मू डिवीजन में भी सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं।
आपको बता दें पिछले तीन-चार महीनों में जम्मू के डोडा, कठुआ, राजौरी, पुंछ और रियासी जिले में सेना, स्थानीय पुलिस और नागरिकों पर आतंकवादी हमला करते ही पहाड़ों के घने जंगलों में भाग कर छुप जाया करते थे। इसी के चलते पहाड़ी चोटियों और घने जंगलों में सेना में निरंतर बढ़ोतरी की जा रही है।
बीते महीने में सेना ने कुल 12 आतंकी मार गिराए
बता दें कि पिछले महीने 12 आतंकी ढेर हुए जबकि चार जवान शहीद हुए हैं: –
2 सितंबर: जम्मू के सुजवान मिलिट्री बस पर आतंकी गोलाबारी में एक जवान शहीद हुआ था ।
9 सितंबर: राजौरी के लाम सेक्टर में LOC के पास घुसपैठ के दौरान दो आतंकी ढेर हुए।
11 सितंबर: उधमपुर में मुठभेड़ के दौरान दो आतंकियों को मार गिराया।
13 सितंबर: कठुआ में खंडारा गांव में दो आतंकी ढेर हुए।
14 सितंबर: किश्तवाड़ एनकाउंटर में चार जवान शहीद हुए।
28 सितंबर: बारामूला के क्रीरी के चक टापर इलाके में तीन आतंकियों को सेना ने मार गिराया।
29 सितंबर: कठुआ के कोग-मंडली में एनकाउंटर में दो आतंकी ढेर हुए थे।