SA NewsSA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
SA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Politics
  • Educational
  • Tech
  • History
  • Events
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Follow US
© 2024 SA News. All Rights Reserved.

Home » शोर और स्वास्थ्य: ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव

Health

शोर और स्वास्थ्य: ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव

SA News
Last updated: March 12, 2025 11:56 am
SA News
Share
शोर और स्वास्थ्य ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव
SHARE

आपको संगीत सुनना अच्छा लगता है, लेकिन यदि आवाज़ बहुत तेज़ हो तो यह आनंददायक नहीं रह जाता, बल्कि परेशानी का कारण बन सकता है। अत्यधिक शोर से व्यक्ति उलझन और असहजता महसूस कर सकता है। सरल शब्दों में, शोर (Noise) को “अवांछित ध्वनि” के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। शहरी और औद्योगिक क्षेत्रों में ध्वनि प्रदूषण आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक होता है। मशीनों के साथ काम करने वाले श्रमिक प्रतिदिन लंबे समय तक अधिक शोर में कार्य करते हैं।

Contents
ध्वनि प्रदूषण के स्रोतध्वनि प्रदूषण के प्रभावध्वनि प्रदूषण की रोकथाम और प्रबंधननिष्कर्ष

ध्वनि की तीव्रता को मापने की इकाई डेसीबल (Decibel या dB) कहलाती है। मानव कान द्वारा सुनी जा सकने वाली न्यूनतम ध्वनि तीव्रता 10 dB होती है।

ध्वनि प्रदूषण के स्रोत

ध्वनि प्रदूषण के प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं:

  • औद्योगिक गतिविधियाँ
  • यातायात के साधन – हवाई जहाज, रेलगाड़ियाँ, मोटर वाहन आदि।
  • सार्वजनिक स्थानों पर अत्यधिक ध्वनि – लाउडस्पीकरों और उच्च ध्वनि में संगीत प्रणाली का उपयोग।
  • आतिशबाजी का अत्यधिक प्रयोग।
  • तेज़ आवाज़ में टेलीविजन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चलाना।

ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव

  1. श्रवण हानि – अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण से कानों को गंभीर क्षति पहुँच सकती है, जिससे अस्थायी या स्थायी श्रवण ह्रास, कर्णशूल (कान में दर्द) और पूर्ण बधिरता हो सकती है।
  2. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव – शोर के कारण एकाग्रता में कमी, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, रक्तचाप में वृद्धि और हृदयगति की अनियमितता हो सकती है।
  3. नींद में बाधा – अत्यधिक शोर से अनिद्रा और नींद की गुणवत्ता में गिरावट हो सकती है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है।
  4. कानों में गूंज (Tinnitus) – अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण के कारण व्यक्ति को बहुत शांत वातावरण में भी कानों के अंदर आवाज़ महसूस हो सकती है।

ध्वनि प्रदूषण की रोकथाम और प्रबंधन

ध्वनि प्रदूषण को कम करने और नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

✅ रेडियो और टेलीविजन की ध्वनि नियंत्रित रखें।
✅ मोटर वाहनों के हॉर्न का उपयोग केवल आवश्यक होने पर करें।
✅ शोर उत्पन्न करने वाले पटाखों का उपयोग न करें।
✅ मशीनरी और वाहनों की नियमित देखभाल करें तथा ध्वनिशामकों (Silencers) का प्रयोग करें।
✅ घर के चारों ओर वृक्षारोपण कर हरित पट्टी (Green Belt) विकसित करें, क्योंकि पेड़ ध्वनि अवशोषक का कार्य करते हैं।
✅ अनुचित समय पर लाउडस्पीकर या अन्य शोर उत्पन्न करने वाले उपकरणों के उपयोग की सूचना संबंधित अधिकारियों को दें।

निष्कर्ष

ध्वनि प्रदूषण आधुनिक शहरी जीवन की एक गंभीर समस्या बन चुका है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। अत्यधिक शोर से नींद में बाधा, श्रवण क्षमता में कमी, हृदय रोग, मानसिक तनाव और एकाग्रता में कमी जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। यह बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से हानिकारक साबित हो सकता है।

यदि हम ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ठोस प्रयास करें, तो हम एक शांत और स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ सकते हैं।

Share This Article
Email Copy Link Print
What do you think?
Love1
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article संत गरीबदास जी महाराज बोध दिवस तीन दिवसीय महा समागम का हुआ समापन, लाखों लोगों ने की शिरकत 2025 संत गरीबदास जी महाराज बोध दिवस 2025: तीन दिवसीय महा समागम का हुआ समापन, लाखों लोगों ने की शिरकत
Next Article गौतम अडानी के लिए अमेरिकी कानूनी संकट भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र की चुनौतियाँ उजागर गौतम अडानी के लिए अमेरिकी कानूनी संकट: भारत के सौर ऊर्जा क्षेत्र की चुनौतियाँ उजागर
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Sant-Rampal-Ji-App-ads

Popular Posts

Business Sustainability Practices: 15 Proven Strategies to Future-Proof Your Company

Climate change isn't just an environmental concern—it's reshaping how businesses operate, compete, and survive. With…

By SA News

SSC CGL 2025 अधिसूचना जारी: युवाओं के लिए सुनहरा मौका, तैयारी में जुटे अभ्यर्थी

SSC CGL 2025: सरकारी नौकरी की खोज में लगे लाखों युवाओं के लिए एक बड़ी…

By SA News

मालदीव के पर्यटन मंत्री भारत में करेंगे रोड शो: क्या भारत-मालदीव के बीच की खटास हो सकती है दूर? 

Ibrahim Faisal India Visit: बता दें कि मालदीव में मोहम्मद मुईज्जु के राष्ट्रपति बनने के…

By SA News

You Might Also Like

Top 5 Tips For Healthy Lifestyle स्वस्थ जीवनशैली के लिए करें ये 5 उपाय
Health

Top 5 Tips For Healthy Lifestyle: स्वस्थ जीवनशैली के लिए करें ये 5 उपाय

By SA News
युवाओ मे बढ़ता दिल के दौरे का डर कारण, प्रक्रिया और बचाव के उपाय
Health

युवाओ मे बढ़ता दिल के दौरे का डर : कारण, प्रक्रिया और बचाव के उपाय

By SA News
भारत में दी कोरोना वायरस ने फिर दस्तक
Health

भारत में दी कोरोना वायरस ने फिर दस्तक

By SA News
Brain power Tips to Enhance Memory, Focus & Cognitive Function
HealthLifestyle

Brain power Tips to Enhance Memory, Focus & Cognitive Function

By SA News
SA NEWS LOGO SA NEWS LOGO
600kLike
300kFollow
11.2kPin
151kFollow
523kSubscribe
2.1kFollow

About US


Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.

Top Categories
  • Politics
  • Health
  • Tech
  • Business
  • World
Useful Links
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Copyright Notice
  • Contact Us
  • Official Website (Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj)

© SA News 2024 | All rights reserved.