अच्छा और बुरा तनाव को समझें, साइंटिफिक उपाय अपनाएं और अपने जीवन में संतुलन लाएं।
स्ट्रेस – शरीर और दिमाग़ की प्राकृतिक प्रतिक्रिया।
(Stress) तनाव हमारे बॉडी और दिमाग़ की एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है,
जो हमारे बॉडी पर चुनौती या खतरे के समय सक्रिय होती है।
यह हमें चौकना और सजग भी बनाता है।
लेकिन ध्यान रहे – स्ट्रैस हमेशा बुरा नहीं होता।
(Eustress): अच्छा तनाव भी हमें अपने लक्ष्य हासिल करने, नई दिशा चुनौतियों को स्वीकार करने और भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।
(Distress): बुरा तनाव भी अगर लंबे समय तक बना रहे तो मानसिक और शारीरिक सेहत पर काफी गलत असर डालता है।
गहरी साँस लेने की ताकत
वैज्ञानिक निष्कर्ष बताते हैं कि गहरी और नियंत्रित सांस लेने से दिल की धड़कन सामान्य होती है और मस्तिस्क को शांत सिग्नल मिलता है। यह नर्वस सिस्टम को रिलेक्स करता है और बॉडी में कॉर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन का स्तर कम करता है।
चार ,सात और आठ तकनीक:
मतलब यह कि 4 सेकंड में सांस लें, ओर फिर 7 सेकंड तक रोकें और 8 सेकंड में फिर धीरे-धीरे छोड़ें।
शारीरिक गतिविधि – तनाव घटाने की दवा
व्यायाम अपने शरीर में एंडॉर्फिन नामक “फील-गुड” हार्मोन रिलीज करता है, जो मूड को बेहतर और स्ट्रेस को कम करता है। रोज़ाना 30 मिनट का व्यायाम लाभकारी है। हल्का पैदल चलना भी तनाव घटाने में असरदार है।
माइंडफुलनेस और मेडिटेशन
माइंडफुलनेस का मतलब है कि – हर एक क्षण में पूरी तरह सक्रिय रहना, बिना भूतकाल या भविष्य की चिंता किए।यह मस्तिष्क की उलझनों को सुलझाने और मानसिक तौर पर स्पष्टता लाने में सहायता करता है। रोज़ाना 10 से 15 मिनट का ध्यान भी तनाव कम करने में बेहद कारगर है।
नींद का तनाव से का सीधा रिश्ता
अच्छी और पूरी नींद शरीर के हार्मोन बैलेंस को संतुलन रखती है,
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जिससे तनाव का असर कम होता है। निद्रा से पहले स्क्रीन पर टाइम कम करें, हल्का भोजन लेना चाहिए। साथ में एक तय समय पर निंद की आदत डालें।
सोशल कनेक्शन – बातचीत करें, अपना बोझ हल्का करें
अपनी फिलिंग्स को साझा करना और किसी की सुनना भी ,
मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। शोधकर्ता बताते हैं कि मजबूत और स्वस्थ रिश्ते भी स्ट्रेस का स्तर घटाते हैं। अपने परिवार, फ्रेंड सर्कल या सपोर्ट ग्रुप से जुड़ना, भी भावनात्मक सहारा देता है।
पोषण और हाइड्रेशन
जीवन में संतुलित आहार और पर्याप्त पानी का सेवन करना मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैग्नीशियम और विटामिन-B से भरपूर फल सब्जियां भी दिमाग़ को शांत रखते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से मस्तिष्क का कार्य सुचारू रहता है और मूड बेहतर होता है।
सतगुरु अपना साथी है
जब हमें ज्ञात होता है कि हम दैवीय रूप से सुरक्षित हैं, हमारी हिफ़ाज़त में स्वयं परमात्मा हैं तथा हमारी सुख शान्ति के लिए हमारे पास अनमोल मंत्र हैं तो अपने आप ही मानसिक तनाव कम होने लगता है। जीवन और तनाव का रिश्ता साथ साथ चलता रहेगा और इसी के साथ भक्ति भी। भक्ति से जीवन में तनाव निन्यानवे प्रतिशत कम हो जाता है लेकिन भक्ति पूर्ण परमेश्वर की होनी चाहिए। संत रामपाल जी महाराज एकमात्र ऐसे संत हैं जो वास्तविक तत्वज्ञान जो शास्त्रों के अनुसार है वह देते हैं। संत रामपाल जी महाराज के सत्संग बुज़ुर्ग बच्चे और युवा सभी के लिए प्रासंगिक होता है।
और सबसे विशेष यह है कि उनके सत्संग जीवन में प्रत्येक पहलू के विषय में मार्गदर्शन भी होता है। अधिक जानकारी के लिए देखिए संत रामपाल जी महाराज के सत्संग प्रतिदिन शाम साढ़े साथ बजे।