Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना के तहत अब अग्निवीरों की सेवा अवधि 4 साल से बढ़ाकर 6 से 8 साल की जा सकती है। इस ब्लॉग में हम आपको योजना के नए बदलाव, भर्ती प्रक्रिया, सैलरी स्ट्रक्चर और युवाओं के लिए इसके लाभों की पूरी जानकारी देंगे।
- Agnipath Scheme में बड़ा बदलाव – युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
- Agnipath Scheme क्या है?
- Agnipath Scheme में प्रस्तावित प्रमुख बदलाव
- क्यों जरूरी है सेवा अवधि बढ़ाना?
- अग्निवीरों की सैलरी और सेवा निधि
- Agnipath Scheme के मुख्य उद्देश्य
- Agnipath Scheme भर्ती प्रक्रिया 2025
- Agnipath Scheme पात्रता मानदंड:
- अग्निपथ योजना के दीर्घकालिक लाभ
- निष्कर्ष – राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण
Agnipath Scheme में बड़ा बदलाव – युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय 2025 में अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को और व्यापक बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, अब अग्निवीरों की सेवा अवधि 4 वर्ष से बढ़ाकर 6 से 8 वर्ष करने पर विचार किया जा रहा है।
यह निर्णय सेना में अनुभव, दक्षता और करियर संभावनाओं को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
अग्निवीरों का पहला बैच जून 2026 में अपनी सेवा पूरी करेगा। उससे पहले ही सरकार इस योजना में बदलाव का ऐलान कर सकती है।
Agnipath Scheme क्या है?
अग्निपथ योजना की शुरुआत 16 जून 2022 को की गई थी।
इसका उद्देश्य था: भारतीय सेना को युवा, सक्षम और तकनीकी रूप से आधुनिक बनाना।
योजना के तहत युवाओं को चार वर्षों के लिए सेना (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) में भर्ती किया जाता है।
भर्ती होने वाले जवानों को “अग्निवीर” कहा जाता है।
चार वर्ष के बाद 75% अग्निवीरों को मुक्त किया जाता है, और 25% को स्थायी नियुक्ति मिलती है।
Agnipath Scheme में प्रस्तावित प्रमुख बदलाव
रक्षा मंत्रालय तीन बड़े सुधारों पर विचार कर रहा है:
1. अग्निवीरों की सेवा अवधि को 6 से 8 वर्ष तक बढ़ाना।
2. स्थायी नियुक्ति का प्रतिशत 25% से बढ़ाकर 50 या 75 प्रतिशत करना।
3. सेवा समाप्ति के बाद अग्निवीरों के लिए पुनर्वास, शिक्षा एवं रोजगार सुविधाएँ शुरू करना।
इन बदलावों से योजना न केवल नौकरी स्थिरता देगी बल्कि सेना और अधिक युवा और कुशल बनेगी ।
क्यों जरूरी है सेवा अवधि बढ़ाना?
सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, 4 वर्ष की अवधि में सैनिकों को पर्याप्त तकनीकी अनुभव नहीं मिल पाता, विशेषकर नौसेना और वायुसेना में।
सेवा अवधि बढ़ने से सेना को अनुभवी और प्रशिक्षित कर्मी मिलेंगे, जिससे कार्यकुशलता में वृद्धि होगी।
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यह कदम युवाओं के बीच योजना को और आकर्षक बनाएगा और स्थायित्व की भावना को बढ़ाएगा।
अग्निवीरों की सैलरी और सेवा निधि
अग्निवीरों की सैलरी हर वर्ष बढ़ती रहती है:
* पहला वर्ष: ₹30,000 प्रति माह
* दूसरा वर्ष: ₹33,000 प्रति माह
* तीसरा वर्ष: ₹36,500 प्रति माह
* चौथा वर्ष: ₹40,000 प्रति माह
चार वर्षों के बाद अग्निवीर की सेवा निधि में कुल ₹10.04 लाख जमा होता है (सरकार और उम्मीदवार दोनों का योगदान), जो ब्याज सहित ₹11.71 लाख तक पहुँच जाता है।
इसके अलावा, ₹48 लाख का बीमा कवर भी दिया जाता है।
Agnipath Scheme के मुख्य उद्देश्य
1. सशस्त्र बलों को युवा और तकनीकी रूप से दक्ष बनाना।
2. सेना का औसत आयु स्तर 32 वर्ष से घटाकर 26 वर्ष करना।
3. रक्षा बजट पर बढ़ते पेंशन बोझ को कम करना।
4. राष्ट्र सेवा और अनुशासन के प्रति युवाओं में जागरूकता बढ़ाना।
Agnipath Scheme भर्ती प्रक्रिया 2025
2025-26 में भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटाइज्ड और पारदर्शी होगी:
ऑनलाइन आवेदन और परीक्षा (CBT): सामान्य ज्ञान, गणित और भाषा से जुड़े प्रश्न।
शारीरिक दक्षता परीक्षण (PET): दौड़, पुश-अप, चिन-अप आदि।
मेडिकल टेस्ट : स्वास्थ्य और फिटनेस की जांच।
अंतिम मेरिट सूची : सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों का चयन।
Agnipath Scheme पात्रता मानदंड:
आयु: 17.5 से 21 वर्ष
शैक्षणिक योग्यता: 10वीं या 12वीं पास
विवाद और सुधार की दिशा
योजना की शुरुआत में कई राज्यों में युवाओं ने अल्पकालिक कार्यकाल को लेकर असंतोष व्यक्त किया था।
अब सरकार द्वारा सेवा अवधि बढ़ाने और सुविधाओं में सुधार करने से युवाओं की विश्वास बहाली की उम्मीद है।
यह परिवर्तन भारतीय रक्षा प्रणाली की दीर्घकालिक स्थिरता के लिए अहम साबित होगा।
अग्निपथ योजना के दीर्घकालिक लाभ
* सेना में अनुभवी और कुशल मानव संसाधन बने रहेंगे।
* युवाओं में राष्ट्र सेवा और नेतृत्व कौशल का विकास होगा।
* पेंशन व्यय घटने से रक्षा बजट का संतुलन बेहतर होगा।
* युवाओं को सेवा निधि और कौशल प्रशिक्षण के जरिए आर्थिक स्थिरता मिलेगी।
निष्कर्ष – राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण
Agnipath Scheme भारतीय युवाओं के लिए देश सेवा और करियर स्थायित्व का अनोखा अवसर है।
सेवा अवधि को 6 से 8 वर्ष तक बढ़ाने का निर्णय योजना को अधिक स्थायी और लाभकारी बनाएगा।
यह पहल न केवल भारतीय सेना को आधुनिक और सशक्त बनाएगी, बल्कि लाखों युवाओं को रोजगार, प्रशिक्षण और राष्ट्रभक्ति के अवसर भी प्रदान करेगी।

