समय वह धन है जिसे हम उपयोग तो कर सकते हैं लेकिन सुरक्षित नहीं कर सकते। हम पैसा तो बहुत कमा सकते हैं और सामान खरीद सकते हैं, लेकिन उस समय को दोबारा उपयोग नहीं कर सकते। यही कारण है कि समय का सही उपयोग न केवल हमारे जीवन को सुचारू रूप से चलाता है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है।
लक्ष्य तय करें – बिना दिशा के समय बर्बाद होता है
आप बिना किसी दिशा के लक्ष्य तय नहीं कर सकते हैं, क्योंकि जब आपका कोई उद्देश्य नहीं होता, तो वह समय छोटे-मोटे अनावश्यक कार्यों में ही खर्च हो जाता है। इसलिए आप एक लक्ष्य तय करें। दैनिक लक्ष्य – मुझे आज क्या करना है हम एक लक्ष्य तय करके अपने आप को एक निश्चित दिशा प्रदान करते हैं और बिना जरूरत के कामों से बचते हैं।किसी भी का कार्य को करने से पहले ही उसकी रणनीति को तय करना समझदारी है इससे समय की बचत होती है।
To-Do लिस्ट बनाएं – दिन की शुरुआत प्लानिंग से करें
अगर आप दिन की शुरुआत किसी प्लानिंग से करते हैं, तो वह दिन निश्चित रूप से ठीक-ठाक जाएगा। इसके लिए सबसे सरल और असरदार तरीका है To-Do लिस्ट बनाना। कैसे बनाएं ? सुबह उठते ही या एक दिन पहले ही अगले दिन के लिए दिनचर्या तय करें। इसके लिए कई प्रिंटेड ऑप्शन भी शॉपिंग साइट्स पर मिल जाएँगे जिन्हें आप रोजमर्रा के जीवन में प्रयोग कर सकते हैं या डिजिटल To Do लिस्ट भी आप ऑप्ट कर सकते हैं।
इसमें सबसे पहले प्राथमिक कार्य को लिखें। पुस्तक “ईट दैट फ्रॉग” के लेखक brian Tracy के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण काम को सबसे पहले कर लेना चाहिए। इसके अतिरिक्त यह पुस्तक समय प्रबंधन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को प्रस्तुत करती है।
समय सीमाएं तय करें – प्रत्येक कार्य के लिए समय निश्चित करें
अगर आपने किसी भी काम के लिए समय निश्चित नहीं किया, तो वह न तो शुरू होगा और न ही खत्म होगा। इससे न सिर्फ देरी होगी बल्कि आपके जरूरी कामों पर भी असर पड़ेगा। अपने समय को काम के हिसाब से बांटिए, जैसे – 9 से 11 मुझे यह काम करना है और 1 से 3 यह काम करना है।इस तरह तय समय में निर्धारित काम को सही समय पर निपटाया जा सकता है। एक से दो कार्यों के बीच की अवधि के मध्य ब्रेक लेना और स्वयं की पीठ थपथपाना ना भूलें।
विकर्षण (Distractions) से बचें – मोबाइल, सोशल मीडिया से दूरी
हमारा सबसे ज्यादा समय चुराने वाला उपकरण सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म हैं, जिसमें हमारा सबसे आसानी से और सबसे ज्यादा समय खर्च होता है।सोशल मीडिया से कैसे बचें? काम करते समय अपने मोबाइल को ‘Do Not Disturb’ मोड पर रखें। निर्धारित समय पर ही मोबाइल फ़ोन आदि का यूज़ करें और धीरे धीरे इसे अपनी आदत में लाएं। अपने दोस्तों, परिवार को भी अपने वर्किंग प्लान के विषय में समझा सकते हैं।
ना कहना सीखें – हर काम लेना जरूरी नहीं
हम में से बहुत लोग यह सोचकर काम करने के लिए राजी हो जाते हैं कि सामने वाले को खुश रखना जरूरी है, लेकिन यह आदत समय को खराब करती है। हर काम को लेने का मतलब होता है जिम्मेदारी + टेंशन लेना। यह जरूरी नहीं है। एक स्वस्थ सीमारेखा का होना मानसिक शांति के लिए आवश्यक है। समय प्रबंधन में यह अति आवश्यक है कि आप समय को सौंपना सीखें। कार्य न हो पाने की परिस्थिति में न कहना सीखें। काम और आराम दोनों में सामंजस्य होना आवश्यक है।
स्वस्थ शरीर और दिमाग – बेहतर समय प्रबंधन की बुनियाद
जब आपका शरीर और मन स्वस्थ होंगे, तभी समय का प्रबंधन संभव है। क्योंकि आपका थका हुआ मन सही ढंग से काम करने में ध्यान नहीं दे सकता। दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए रोज़ 6–8 घंटे की गहरी नींद लेना जरूरी है और आपको रोज़ हर सुबह एक्सरसाइज करना व चलना आवश्यक है।
देर रात तक स्क्रीन का प्रयोग नींद में बाधा उत्पन्न कर सकता है। सोने और उठने का भी समय निर्धारित होना आवश्यक है। अत्यधिक कार्ब्स, वसा और तेलयुक्त भोजन, जंक फ़ूड मस्तिष्क के विकास और कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है अतः अच्छा और स्वस्थ भोजन मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
निष्कर्षः समय का सदुपयोग, जीवन को बेहतर बनाएं
संत रामपाल जी महाराज के अनुसार, समय का सबसे अच्छा उपयोग सतभक्ति में है। सच्चे सतगुरु से नाम दीक्षा प्राप्त करके नियमित रूप से सतभक्ति करनी चाहिए, जिससे मन एकाग्र होता है, सभी प्रकार की चिंता समाप्त होती है और सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
संत गरीब दास जी अपनी वाणी में कहते हैं:
जो जन राम नाम का ध्यावे, समय कबहुँ ना गँवावे।
मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य है भक्ति और भक्ति हमारे जीवन के सभी रास्तों को सुगम बनाते हुए हमारे लिए मोक्ष के द्वार खोलती है। संत रामपाल जी महराज ने ऐसे बीज मंत्र हमें प्रदान किए हैं जो व्यक्ति हर समय चलते, फिरते, उठते, बैठते कर सकता है। अधिक जानकारी के लिए देखें साधना चैनल प्रतिदिन शाम 7.30 बजे।