सांसद के शीतकालीन सत्र में अब तक सरकार और विपक्ष के मध्य हंगामा देखने को मिला है पर आज और कल संविधान को लेकर लोकसभा में बहस हो रही है। ऐसे में ये दोनों ही दिन संसद और राजनीति के लिहाज से अहम रहने वाले हैं। एनडीए की तरफ से संविधान को लेकर होने वाली चर्चा में 12-15 सांसदों का भाषण मुमकिन है। वहीं कांग्रेस की तरफ से 5-7 सांसद इस बहस में संबोधन के जरिए हिस्सा ले सकते हैं।
मुख्य बिंदु
1 राजनाथ सिंह ने संसद में चर्चा प्रारंभ की।
2 अखिलेश यादव ने PDA पर मोदी सरकार को घेरा।
3 प्रियंका गांधी ने लोकसभा में अपने पहले ही भाषण में सरकार पर तीखे सवाल उठाए।
4 भारत को सोने की चिड़िया बनाने में संत रामपाल जी महाराज का योगदान।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में संविधान पर चर्चा आरंभ करते हुए कहा
कि भारतीय संविधान किसी एक राजनीतिक दल की देन नहीं है। उन्होंने लोकसभा में इस बात पर जोर दिया कि देश अब राजशाही या ब्रिटिश शासन के अधीन नहीं है, बल्कि एक सशक्त लोकतंत्र है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा संविधान सभी आवश्यक पहलुओं को समेटते हुए राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त करता है। इसके माध्यम से जनता को प्रजा से नागरिक का दर्जा मिला और सरकार चुनने का अधिकार प्राप्त हुआ।
अखिलेश यादव ने किया पीडीए का जिक्र
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने आज शुक्रवार को संसद के शीतकालीन सत्र के समय लोकसभा में संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर बहस में भाग लिया। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि संंविधान निर्माताओं को मेरा नमन् है और इसी के कारण से देश एकजुट है।
लोकसभा में बहस के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने सियासी समीकरण पीडीए का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमें देश की विविधता में एकता पर गर्व है। उनके अनुसार, कमजोर और वंचित वर्गों, खासकर पीडीए के लिए, संविधान जीवन और मृत्यु जैसा महत्वपूर्ण है।
Also Read: उत्तर प्रदेश उपचुनाव 2024: सपा-कांग्रेस गठबंधन, सीटों का बंटवारा और मतदान तिथियां
अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान वंचितों को उनके अधिकार प्रदान करने का माध्यम है। यह देश की प्राण वायु के समान है। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना को इसका निचोड़ और सार बताया। इसके साथ ही उन्होंने सीमाओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह हमारा प्राथमिक कर्तव्य है। उन्होंने उल्लेख किया कि कुछ स्थानों पर सीमाओं की सुरक्षा में सेंध लग रही है, और हमारे माननीय मंत्री इस विषय को भली-भांति समझते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ क्षेत्रों में सीमाएं सिमट रही हैं, जो चिंता का विषय है।
प्रियंका गांधी लोकसभा में कहा
वायनाड केरल से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में अपने पहले ही भाषण में सरकार पर तीखे सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष अक्सर पंडित नेहरू का जिक्र तब ही करता है, जब उसे जरूरत होती है, और अतीत की बातें करने में व्यस्त रहता है, जबकि देश को यह बताना चाहिए कि वर्तमान में सरकार द्वारा क्या किया जा रहा है।
उन्होंने नारी शक्ति पर सरकार को घेरते हुए पूछा कि महिला आरक्षण विधेयक लागू करने में देरी क्यों हो रही है? क्या आज की महिलाएं 10 साल और इंतजार करेंगी? प्रियंका ने इंदिरा गांधी के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि राष्ट्रीयकरण, शिक्षा और भोजन का अधिकार कांग्रेस सरकारों की देन है।
उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान को माथे से लगाना काफी नहीं, जब संभल, हाथरस और मणिपुर में न्याय की गुहार लगाई जाती है, तो कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं आती? उन्होंने देश को भय नहीं, बल्कि साहस और संघर्ष से बना बताते हुए कहा कि किसानों, जवानों, मजदूरों, और करोड़ों नागरिकों को संविधान ही विषम परिस्थितियों में साहस प्रदान करता है।
भारत कैसे बनेगी सोने की चिड़िया?
संत रामपाल जी महाराज अपने आध्यात्मिक ज्ञान और सामाजिक सुधार के प्रयासों से भारत को फिर से “सोने की चिड़िया” बनाने की दिशा में कार्यरत हैं। उनकी शिक्षाएं समाज में शांति, समृद्धि, और समानता स्थापित करने पर केंद्रित हैं। वे नशा, दहेज, भ्रष्टाचार, और अन्य कुरीतियों का त्याग कर एक आदर्श समाज की स्थापना का मार्ग दिखा रहे हैं। संत रामपाल जी गरीबों की मदद, निःशुल्क सत्संग, और सच्ची भक्ति के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं, जिससे भेदभाव रहित समाज का निर्माण हो।
उनके अनुयायियों का नैतिक और आध्यात्मिक जीवन समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहा है, जो भारत को फिर से गौरवशाली बनाने का आधार तैयार कर रहा है। अधिक जानकारी के लिए विजिट करें Sant Rampal Ji Maharaj YouTube channel