भारत आज आत्मनिर्भरता, नवाचार और वैश्विक नेतृत्व की राह पर तेज़ी से अग्रसर है। “विकसित भारत बिल्डथॉन 2025” इसी दिशा में एक अद्भुत पहल है, जिसका उद्देश्य देश के स्कूली छात्रों को नवाचार और सृजनात्मक सोच से जोड़ना है। यह सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आंदोलन है जो भारत के उज्जवल भविष्य की नींव रखता है।
इस कार्यक्रम का लक्ष्य है — देश के 1 करोड़ छात्रों और 1.5 लाख विद्यालयों को नवाचार की संस्कृति से जोड़ना। बच्चों में रचनात्मक दृष्टिकोण, प्रयोगात्मक शिक्षण, और समस्या समाधान की क्षमता का विकास करना। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप छात्रों को एक ऐसे मंच से जोड़ना जहाँ वे सीखने के साथ-साथ सृजन भी कर सकें। “विकसित भारत बिल्डथॉन 2025” छात्रों को यह अवसर देता है कि वे अपने विचारों को वास्तविक प्रोटोटाइप में बदलें और देश के विकास में अपना योगदान दें।
आयोजक संस्थाएँ और राष्ट्रीय दृष्टिकोण
यह महत्त्वाकांक्षी कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, और अटल नवाचार मिशन (नीति आयोग) द्वारा संचालित किया जा रहा है। इन संस्थाओं का उद्देश्य शिक्षा को सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न रखकर उसे अनुभवात्मक शिक्षण की ओर अग्रसर करना है। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) और समग्र शिक्षा अभियान के उद्देश्यों को आगे बढ़ाती है — जिससे विद्यार्थी केवल अच्छे अंक लाने वाले नहीं, बल्कि रचनात्मक नवोन्मेषक (Innovators) बनें।
बिल्डथॉन के प्रमुख विषय
“विकसित भारत बिल्डथॉन 2025” चार प्रमुख राष्ट्रीय विषयों पर केंद्रित है:
- जनता की आवाज – समाज की वास्तविक आवश्यकताओं को समझकर समाधान तैयार करना।
- आत्मनिर्भर भारत – भारत को स्वावलंबी और तकनीकी रूप से सक्षम बनाना।
- स्वदेशी और समृद्ध भारत – भारतीय उत्पादों और तकनीक को बढ़ावा देना।
- सतत विकास (Sustainable Development) – पर्यावरण, ऊर्जा और संसाधनों के संतुलन को ध्यान में रखकर समाधान प्रस्तुत करना।
ये विषय न केवल वर्तमान भारत की आवश्यकताओं को दर्शाते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी को जिम्मेदारी, जागरूकता और नवाचार की भावना से जोड़ते हैं।
प्रतिभाग और प्रक्रिया
कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थी इसमें भाग ले सकते हैं। प्रत्येक टीम में 5 से 7 छात्र होंगे। एक विद्यालय से असीमित टीमों की भागीदारी संभव है। छात्रों को अपने नवाचार या प्रोजेक्ट का वीडियो समाधान तैयार कर पोर्टल पर अपलोड करना होगा। टीमों को सहयोग मिलेगा – इन्क्यूबेशन सेंटर, अटल टिंकरिंग लैब्स, उच्च शिक्षा संस्थानों, और कॉर्पोरेट मेंटर्स से। इस सहयोग से छात्र न केवल अपने विचारों को दिशा दे सकेंगे, बल्कि उन्हें व्यवहारिक रूप से लागू करने का कौशल भी प्राप्त करेंगे।
समयरेखा और चरण
चरण विवरण तिथि
चरण 1 शिक्षा मंत्री द्वारा बिल्डथॉन का शुभारंभ 23 सितंबर 2025
चरण 2 देशभर के स्कूलों में नवाचार गतिविधियाँ 23 सितंबर – 12 अक्टूबर 2025
चरण 3 प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय उद्घाटन 13 अक्टूबर 2025
चरण 4 विद्यालयों द्वारा प्रोजेक्ट प्रस्तुतिकरण 14 – 31 अक्टूबर 2025
चरण 5 विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन नवंबर 2025
चरण 6 शीर्ष 10,000 विजेताओं की घोषणा दिसंबर 2025
उद्घाटन समारोह
13 अक्टूबर 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में इस कार्यक्रम का शुभारंभ भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर लगभग 400 छात्रों, शिक्षकों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रहेगी। यह कार्यक्रम देशभर के एक करोड़ छात्रों तक वेबकास्ट, यूट्यूब और समाचार चैनलों के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा। विशेष ध्यान जनजातीय, सीमावर्ती और ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों को दिया जाएगा ताकि हर बच्चे को समान अवसर मिले।
मूल्यांकन और पुरस्कार
शिक्षा मंत्रालय द्वारा नियुक्त विशेषज्ञों का पैनल देश की शीर्ष 10,000 प्रविष्टियों का चयन करेगा। विजेताओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान और कॉर्पोरेट सहयोग मिलेगा। शीर्ष स्कूलों को दीर्घकालिक मेंटरशिप, संसाधन और वित्तीय सहयोग प्रदान किया जाएगा। इन नवाचारों के माध्यम से तैयार किए गए प्रोटोटाइप राष्ट्रीय प्राथमिकताओं — जैसे स्वास्थ्य, पर्यावरण, ऊर्जा, शिक्षा, कृषि आदि क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं।
बिल्डथॉन के अपेक्षित प्रतिफल
- राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप लाखों प्रोटोटाइप का निर्माण।
- व्यावहारिक एवं अनुभवात्मक शिक्षा को बढ़ावा।
- भारत को वैश्विक नवाचार राजधानी के रूप में स्थापित करना।
- आकांक्षी और संसाधनहीन क्षेत्रों के विद्यालयों को राष्ट्रीय सुर्खियों में लाना।
- कॉर्पोरेट और स्कूलों के बीच साझेदारी को मज़बूत बनाना।
- 50,000 नई अटल टिंकरिंग लैब्स स्थापित करने की दिशा में गति देना।
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