ISRO-NASA Space Mission: इसरो ने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और प्रशांत बालाकृष्णन नायर को भारत-अमेरिका संयुक्त स्पेश मिशन के लिए पायलट और बैकअप पायलट के रूप में चुना है। दोनों अंतरिक्षयात्री नासा के साथ संयुक्त मिशन में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ISS की उड़ान भरेंगें। जानिए कौन हैं कैप्टन शुभांशु शुक्ला और क्या है इसरो का पूरा मिशन। पढ़िए पूरी जानकारी-
मुख्य बिंदु
- भारत-अमेरिका संयुक्त स्पेश मिशन के लिए कैप्टन शुभांशु शुक्ला चुने गए पायलट
- लखनऊ में 10 अक्टूबर 1985 को हुआ था कैप्टन शुभांशु शुक्ला का जन्म
- दो हजार घंटे की उड़ान का है अनुभव
- चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन के तहत अक्टूबर, 2024 में किया जायेगा लांच
- 17 जून 2006 को भारतीय वायु सेना की फाइटर स्ट्रीम में हुए थे नियुक्त
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने गुरुवार को बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। इसरो ने बताया कि जून 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के दौरान अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए इसरो-नासा के संयुक्त मिशन की घोषणा की गई थी।
कौन हैं कैप्टन शुभांशु शुक्ला?
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को एक प्रधान अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया है। प्रधान अंतरिक्ष यात्री वह होता है, जिसे उड़ान भरने के लिए चुना जाता है। लेकिन एक बैकअप अंतरिक्ष यात्री को हमेशा रखा जाता है। किसी भी दुर्घटना की स्थिति में अंतिम समय में अंतरिक्ष यात्री को बदलने की जरूरत होती है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 10 अक्टूबर 1985 को हुआ था।
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शुभांशु शुक्ला 17 जून 2006 को भारतीय वायु सेना की फाइटर स्ट्रीम में नियुक्त हुए थे। शुभांशु फाइटर कॉम्बैट लीडर और एक टेस्ट पायलट हैं, जिनके पास लगभग दो हजार घंटे की उड़ान का अनुभव है। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के पूर्व छात्र हैं। उन्होने एसयू-30 एमकेआई, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 समेत कई तरह के विमान उड़ाए हैं।
क्या है एक्सिओम-4 मिशन?
एक्सिओम-4 मिशन ISS के लिए एक चौथा निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन है। इसे अक्टूबर, 2024 में लांच किया जायेगा, जिसके तहत नासा और ISRO के अंतरिक्ष यात्री 14 दिनों तक ISS में रहेंगे। यह मिशन एक्सिओम स्पेस द्वारा संचालित है और इसमें एलन मस्क की अंतरिक्ष कंपनी स्पेस-X के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान का उपयोग किया जाएगा। इस मिशन के तहत ISS पर गए नासा और ISRO के अंतरिक्ष यात्री स्पेस वॉक भी कर सकते हैं।
दोनों एस्ट्रोनॉट जल्द शुरु करेगें ट्रेनिंग
इसरो के अनुसार मिशन के लिए राष्ट्रीय मिशन असाइनमेंट बोर्ड द्वारा शुभांशु शुक्ला और प्रशांत बालाकृष्णन नायर को प्रमुख और बैकअप मिशन पायलट के रूप में सिफारिश की गई है। नियुक्त किए गए क्रू सदस्यों को बहुपक्षीय क्रू ऑपरेशंस पैनल (एमसीओपी) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरने की मंजूरी दी जाएगी। इसरो ने कहा कि दोनों अनुशंसित अंतरिक्षयात्री अगस्त 2024 के पहले सप्ताह से मिशन के लिए अपना प्रशिक्षण शुरू करेगें।
ब्रह्माण्ड की रचना किसने की?
परमेश्वर कबीर जी ही पृथ्वी सहित सभी ब्रह्मांड की रचना करने वाले प्रभु हैं। सर्व प्रथम केवल एक स्थान ‘अनामी (अनामय) लोक‘ था जिसे अकह लोक भी कहा जाता है, पूर्ण परमात्मा उस अनामी लोक में अकेला रहता था। उस परमात्मा का वास्तविक नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है। पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) ने नीचे के तीन और लोकों (अगमलोक, अलख लोक, सतलोक) की रचना शब्द(वचन) से की। इस कविर्देव (कबीर प्रभु) ने सतपुरुष रूप में प्रकट होकर सतलोक में विराजमान होकर प्रथम सतलोक में अक्षर पुरुष और क्षर पुरुष के लोकों की रचनाएं की। अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj YouTube channel visit करें।