ग्रेटर नोएडा के सिरसा गाँव से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। 26 वर्षीय निक्की नामक महिला को उसके पति और ससुरालवालों ने बेरहमी से पीटने के बाद लाइटर से आग लगाई गई । यह घटना निक्की के मासूम बेटे की आँखों के सामने घटी, जिसने अपनी मां को तड़पते हुए देखा। निक्की की शादी साल 2016 में विपिन से हुई थी और पिछले छह महीनों से परिवार ₹36 लाख दहेज की मांग कर रहा था।
घटना का वीडियो और बेटे की गवाही
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो ने पूरे मामले को और भी भयावह बना दिया। वीडियो में पति और परिजन निक्की को पीटते और आग लगाने की कोशिश करते नज़र आ रहे हैं। वहीं मासूम बेटे ने पुलिस को बयान दिया कि उसकी मां को पहले थप्पड़ मारा गया और फिर लाइटर से आग लगाई गई। बच्चे की यह गवाही इस घटना की सच्चाई को और भी स्पष्ट करती है।
बहन ने लगाए गंभीर आरोप
निक्की की बहन कंचन, जिसकी शादी भी इसी परिवार में हुई थी, ने पुलिस को बताया कि दोनों बहनों को लंबे समय से दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। कंचन ने कहा कि उसे भी उसी रात 1:30 बजे से 4 बजे तक पीटा गया और कहा गया कि “एक से दहेज मिल गया, दूसरी से क्या मिलेगा? तुम मर जाओ, हम फिर शादी कर लेंगे।” कंचन का बयान बताता है कि पूरा परिवार लालच और क्रूरता में किस हद तक उतर आया था।
निक्की की मां के बयान
निक्की की मां ने मीडिया से बातचीत में रोते हुए बताया कि उनकी बेटी को शादी के बाद से ही पैसों और गाड़ियों के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। शादी में उन्होंने स्कॉर्पियो दी, बाद में बुलेट बाइक दी, फिर भी मांगें खत्म नहीं हुईं। पति विपिन कभी 1 लाख तो कभी 2 लाख रुपये की मांग करता रहता था। निक्की की मां ने आरोप लगाया कि आखिरकार ₹36 लाख न मिलने पर उनकी बेटी को जला दिया गया। उन्होंने आरोपियों के लिए मौत की सज़ा की मांग की और कहा कि अब न्याय ही उनकी बेटी की आत्मा को शांति दे सकता है।
पुलिस की कार्रवाई और केस का हाल
इस सनसनीखेज घटना की जानकारी फोर्टिस अस्पताल से पुलिस को 21 अगस्त की शाम मिली, जब निक्की को गंभीर जलन के साथ भर्ती कराया गया था। बाद में उसे सफदरजंग अस्पताल, दिल्ली रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। अतिरिक्त डीसीपी (ग्रेटर नोएडा) सुधीर कुमार ने पुष्टि की कि पति विपिन को गिरफ्तार कर लिया गया है और सास, ससुर व देवर समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई गई है। पुलिस ने पीड़िता की बहन की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
समाज के लिए गहरी चोट
यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए सवाल छोड़ गई है। दहेज जैसी कुप्रथा, जिसे कानूनन अपराध माना गया है, आज भी ज़िंदगियाँ निगल रही है। जब एक मां को उसके ही बेटे के सामने आग में झोंक दिया गया, तो यह न सिर्फ कानूनी विफलता है बल्कि सामाजिक चेतना पर भी गहरी चोट है।
दहेज प्रथा कहोगी खत्म?
ग्रेटर नोएडा की यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि दहेज प्रथा हमारे समाज की जड़ों में कितनी गहराई से धंसी हुई है। सात साल के रिश्ते को तोड़ते हुए, एक मासूम बच्चे की आंखों के सामने उसकी मां की हत्या कर दी गई। अब सवाल यह उठता है कि क्या कड़े कानून भी दहेज लोभियों की मानसिकता बदल पाए हैं? पीड़िता का परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है, लेकिन यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है आख़िर दहेज जैसी सामाजिक बुराई से मुक्ति कब मिलेगी?
संत रामपाल जी महाराज के सान्निध्य में हो रहे हैं लाखों दहेज-मुक्त विवाह
आज के समय में जहाँ समाज और सरकारें मिलकर भी दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा को समाप्त करने में पूरी तरह सफल नहीं हो पाई हैं, वहीं तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के मार्गदर्शन में एक अद्भुत सामाजिक क्रांति देखने को मिल रही है। उनके सान्निध्य में अब तक लाखों दहेज-मुक्त विवाह संपन्न हो चुके हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी का नारा है – “धरती को स्वर्ग बनाना है”। संत रामपाल जी महाराज जी इसी दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी नाम दीक्षा के समय 21 नियम बताते हैं और उन्हीं में से एक है – “ना दहेज लेना है और ना ही देना है”। खास बात यह है कि उनके अनुयायी उनके आदेशानुसार इस नियम का निष्ठापूर्वक पालन भी कर रहे हैं।
सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या है संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संगों में, जो इंसान को बुराई करने से रोक देता है? जहाँ समाज और प्रशासन नाकाम होते दिख रहे हैं, वहीं संत रामपाल जी महाराज जी समाज सुधार के अनगिनत कार्यों को सफलतापूर्वक अंजाम दे रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी के विचारों और उनके बताए मार्ग का ही परिणाम है कि आज उनके अनुयायी न केवल दहेज प्रथा का बहिष्कार कर रहे हैं, बल्कि अनेक अन्य कुप्रथाओं और बुराइयों से भी दूर होकर समाज में आदर्श प्रस्तुत कर रहे हैं।
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ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या मामले से जुड़े 5 अहम सवाल
1. ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या मामले की पीड़िता कौन थी?
पीड़िता का नाम निक्की था, जिसकी शादी साल 2016 में विपिन नामक युवक से हुई थी। वह ग्रेटर नोएडा के सिरसा गाँव में रहती थी।
2. निक्की को किस वजह से प्रताड़ित किया जा रहा था?
निक्की को उसके पति और ससुरालवालों द्वारा ₹36 लाख रुपये दहेज की मांग पूरी न करने पर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था।
3. हत्या की घटना कैसे हुई?
निक्की के बेटे की गवाही के अनुसार, उसे पहले थप्पड़ मारा गया और फिर लाइटर से आग लगाई गई। यह दर्दनाक घटना उसके बेटे के सामने हुई।
4. पीड़िता की बहन ने क्या आरोप लगाए?
निक्की की बहन कंचन, जिसकी शादी भी उसी परिवार में हुई है, ने बताया कि उसे भी उसी रात प्रताड़ित किया गया और कहा गया कि “एक से दहेज मिला, दूसरी से क्या मिलेगा? तुम मर जाओ, हम दूसरी शादी कर लेंगे।”
5. पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
पुलिस को घटना की जानकारी 21 अगस्त को फोर्टिस अस्पताल से मिली। निक्की को सफदरजंग अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पीड़िता की बहन की शिकायत पर पति विपिन को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।