New Railway Rules for Waiting List Passengers: भारतीय रेलवे हर दिन करोड़ यात्रियों को उनके मंज़िल तक पहुंचाती है। यह देश की लाइफ लाइन है और आम आदमी की पहली पसंद भी। समय-समय पर रेलवे अपने नियमों में बदलाव भी करता है। ताकि यात्रा को पारदर्शी, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाया जा सके। इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए रेलवे ने 1 मई 2025 से टिकट बुकिंग, वेटिंग टिकट, चार्जेस और यात्रा से जुड़े कई बड़े नियमों में बदलाव किए हैं। इस नए नियम से सीधा असर यात्रियों की जेब, सफर की प्लानिंग और टिकट बुकिंग के तरीके पर पड़ेगा।
जिन लोगों को अकसर वेटिंग टिकट या तत्काल टिकट पर यात्रा करनी पड़ती है ऐसे यात्रियों की सबसे बड़े परेशानी कंफर्म टिकट न मिलना को गंभीरता से लिया है और अब पूरी बुकिंग प्रणाली को नया रूप दिया जा रहा है। इसका सबसे बड़ा फायदा आम यात्रियों को मिलेगा। जबकि एजेंटों और बोट्स की टिकट लूट पर ब्रेक लगेगा। इस न्यूज़ में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि 1 मई से रेलवे टिकट बुकिंग और यात्रा के कौन-कौन से नियम में बदलाव किए गए हैं इनका आपके ऊपर क्या असर होगा और किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
New Railway Rules for Waiting List Passengers: रेलवे नियम के बदलाव से संबंधित मुख्य बिंदु
1 . अब टिकट सिर्फ 60 दिन पहले तक ही बुक किए जा सकेंगे (पहले 120 दिन तक की सुविधा थी)।
2 .वेटिंग टिकट वाले यात्री अब Sleepar या AC कोच में यात्रा नहीं कर सकेंगे।
3.कन्फर्म तत्काल टिकट कैंसिल करने पर अब कोई रिफंड नहीं मिलेगा।
4. टिकट की कीमतों में बढ़ोतरी से, सफर थोड़ा महंगा हो सकता है।
5. टिकट ब्लैकिंग और दलाली रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं।
6. बुकिंग सिस्टम ज़्यादा पारदर्शी और सुरक्षित होगा।
वेटिंग टिकट पर AC और sleeper कोच में यात्रा करना पड़ सकता है महंगा
New Railway Rules for Waiting List Passengers: रेलवे का मानना है कि वेटिंग टिकट होने के बावजूद कुछ यात्री एसी और स्लीपर कोच में यात्रा करने लगते हैं। इससे कन्फर्म टिकट रखने वाले यात्रियों को सीट नहीं मिल पाती और उन्हें पूरे सफर के दौरान खड़े होकर यात्रा करनी पड़ती है, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है।
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हालांकि, IRCTC के माध्यम से बुक किए गए रेलवे टिकट कन्फर्म न होने पर अपने आप कैंसिल हो जाते हैं, लेकिन फिर भी कई यात्री काउंटर टिकट या बिना टिकट के ही ट्रेन में चढ़ जाते हैं, जिससे अव्यवस्था बढ़ जाती है।
1 मई से रेलवे का नया नियम: वेटिंग टिकट पर सिर्फ जनरल कोच में ही यात्रा की अनुमति
New Railway Rules for Waiting List Passengers: इसी समस्या के समाधान के लिए रेलवे 1 मई से नियमों में बदलाव करने जा रहा है। नए नियमों के अनुसार, जिन यात्रियों की टिकट वेटिंग में होगी, वे अब सिर्फ जनरल कोच में ही यात्रा कर पाएंगे। वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को स्लीपर या एसी कोच में बैठने की अनुमति नहीं होगी। अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट पर एसी या स्लीपर कोच में यात्रा करता पाया जाता है, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
रेलवे ने Advance Reservation Period घटाकर 60 दिन किया
हाल ही में रेलवे ने अपने एडवांस टिकट बुकिंग की समयावधि में बदलाव किया है। रेलवे के नए नियम के अनुसार, एडवांस रिज़र्वेशन पीरियड को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया गया है। यानी अब यात्री सफर से केवल दो महीने पहले ही टिकट बुक करवा पाएंगे।

रेलवे का कहना है कि, “यह कदम रेलवे प्रबंधन में सुधार लाने के लिए उठाया गया है।”
रेलवे ने रिज़र्वेशन, सुपरफास्ट और तत्काल चार्जेस में की बढ़ोतरी
New Railway Rules for Waiting List Passengers: रेलवे ने रिज़र्वेशन, सुपरफास्ट और तत्काल चार्जेस में बढ़ोतरी की है। इससे टिकट थोड़े महंगे हो सकते हैं। कन्फर्म तत्काल टिकट पर अब कोई रिफंड नहीं मिलेगा। यानी, अगर आपने तत्काल टिकट बुक किया है और वह कन्फर्म हो गया है, तो कैंसिल करने पर आपको कोई पैसा वापस नहीं मिलेगा। इसके अलावा, कैंसिलेशन चार्जेस भी पहले से ज्यादा हो गए हैं।
New Railway Rules for Waiting List Passengers: रेलवे टिकट के नियमों में बदलाव से होने वाले फायदे
1. असली यात्रियों को प्राथमिकता मिलेगी: नए नियमों से वास्तविक यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी।
2. दलालों पर रोक: अवैध तरीके से टिकट बुक करने वाले दलालों पर सख्ती होगी, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी।
3. बुकिंग सिस्टम होगा ज़्यादा सुरक्षित: बुकिंग प्रक्रिया अब और अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनेगी, जिससे फर्जीवाड़े की घटनाएं कम होंगी।
4. फर्जी टिकट और वेटिंग लिस्ट की समस्या कम होगी: सिस्टम में सुधार से गलत तरीके से टिकट लेने वाले लोग हतोत्साहित होंगे और वेटिंग लिस्ट का बोझ घटेगा।
रेलवे टिकट के नियमों में बदलाव होने से नुकसान (Drawbacks)
- एडवांस प्लानिंग में दिक्कत: एडवांस बुकिंग की अवधि 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दी गई है, जिससे पहले से योजना बनाने वालों को मुश्किल होगी।
- वेटिंग टिकट वालों को स्लीपर/एसी में यात्रा की अनुमति नहीं: वेटिंग टिकट वाले अब सिर्फ जनरल कोच में ही सफर कर सकेंगे, जिससे आरामदायक यात्रा की संभावना कम हो जाएगी।
- यात्रा महंगी हो सकती है: रिज़र्वेशन, सुपरफास्ट और तत्काल चार्जेस बढ़ा दिए गए हैं, जिससे टिकट का खर्च बढ़ेगा।
- तत्काल टिकट पर रिफंड नहीं: कन्फर्म तत्काल टिकट कैंसिल करने पर अब कोई रिफंड नहीं मिलेगा, जिससे यात्रियों को नुकसान हो सकता है।
New Railway Rules for Waiting List Passengers: रेलवे टिकट के नियमों में बदलाव से संबंधित मुख्य FAQs
प्रश्न 1:रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग की समयावधि में क्या बदलाव किया है?
उत्तर: रेलवे ने एडवांस रिज़र्वेशन पीरियड (ARP) को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया है। अब यात्री केवल 60 दिन पहले तक ही टिकट बुक कर सकते हैं।
प्रश्न 2: क्या वेटिंग टिकट पर अब स्लीपर या एसी कोच में यात्रा की जा सकती है?
उत्तर: नहीं, नए नियमों के अनुसार वेटिंग टिकट वाले यात्री केवल जनरल कोच में ही यात्रा कर सकते हैं। स्लीपर या एसी कोच में यात्रा करना प्रतिबंधित है।
प्रश्न 3 तत्काल टिकट पर रिफंड नीति में क्या बदलाव हुआ है?
उत्तर: अब कन्फर्म तत्काल टिकट कैंसिल करने पर कोई रिफंड नहीं मिलेगा। यह नियम टिकट बुकिंग के समय लागू होता है।
प्रश्न 4: क्या रेलवे टिकट की कीमतों में भी बदलाव हुआ है?
उत्तर: हां, रेलवे ने रिज़र्वेशन, सुपरफास्ट और तत्काल चार्जेस में बढ़ोतरी की है, जिससे यात्रियों को टिकट के लिए पहले से अधिक भुगतान करना होगा।
प्रश्न 5: अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट पर स्लीपर या एसी कोच में सफर करता है तो क्या कार्रवाई होगी?
उत्तर: ऐसे यात्रियों पर रेलवे जुर्माना लगाएगा और उन्हें कोच से हटाया भी जा सकता है। यह नियम 1 मई 2025 से प्रभावी हो गया है।