केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने हाल ही में 2036 ओलंपिक की मेजबानी के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारत एक स्थायी, समावेशी, और प्रेरक ओलंपिक आयोजन की तैयारी कर रहा है, जो देश की सांस्कृतिक और खेल क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करेगा। यह चर्चा उन्होंने विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष सेबेस्टियन कोए और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की।
इस बैठक में उन्होंने 2036 में ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत की तैयारी का ब्योरा दिया। भारत ने इस उद्देश्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) को अपनी मंशा का पत्र सौंपा है। गुजरात के अहमदाबाद को संभावित स्थल के रूप में प्राथमिकता दी गई है, जिसमें अन्य स्थानों को भी शामिल करने पर विचार हो सकता है।
मंडाविया ने बताया कि भारत की रणनीति केवल ओलंपिक मेजबानी तक सीमित नहीं है, बल्कि खेलों के माध्यम से देश को विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार करने और 2047 तक खेलों में शीर्ष 5 देशों में शामिल करने का लक्ष्य है। इसके लिए राष्ट्रीय खेल नीति और प्रशासन में सुधार की योजना बनाई गई है।
भारत ने ओलंपिक मेजबानी के लिए वैश्विक समर्थन हासिल करने और IOC सदस्य देशों के बीच अपनी उपस्थिति मजबूत करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। साथ ही, स्थिरता और विविधता को प्राथमिकता देते हुए एक नया खेल पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है।