अलीगढ़ में बुधवार देर रात यमुना एक्सप्रेसवे पर कोहरे के चलते एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए। हादसा टूरिस्ट बस और ट्रक के बीच हुआ। मृतकों में दिल्ली निवासी एक ट्रांसपोर्टर की पत्नी और उनका छह महीने का बेटा भी शामिल हैं।
मुख्य बिंदु:- यमुना एक्सप्रेसवे दुर्घटना
- कोहरे में तेज रफ़्तार बना दुर्घटना की वजह
- मौके पर फरार हुआ वाहन चालक
- परिवार ने खोया 6 महीने का बच्चा
- प्रशासन के प्रयासों के बावजूद भी बढ़ रहे हादसे
- हादसे बना सबक की याद
- वह परमात्मा जो साधक की आयु बढ़ा देते हैं
कोहरा और तेज रफ्तार बने हादसे का कारण
रात करीब 12:30 बजे, टप्पल क्षेत्र में गांव सिमरौठी के पास डबल डेकर टूरिस्ट बस, जो दिल्ली से आजमगढ़ निकल रही थी, तेज रफ्तार में ट्रक को ओवरटेक करते हुए दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यात्रियों के मुताबिक, बस चालक नींद की झपकी में था और तेज रफ़्तार के वजह से बस पर नियंत्रण नहीं रख सका। बस के कंडक्टर साइड का हिस्सा ट्रक से टकरा गया, जिससे बस बुरी तरह दुघर्टनाग्रस्त हो गई।
घटना के तुरन्त बाद फरार हुआ चालक
हादसे के बाद बस चालक, जिसकी पहचान श्यामू के रूप में हुई है, घटना के तुरन्त बाद फरार हो गया। हाईवे पेट्रोलिंग और स्थानीय पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तुरन्त अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मृतकों में छह महिने का बच्चा भी शामिल
मृतकों की पहचान पारुल (26) वर्ष और उनका छह माह का बेटा आरोह, रामपुर निवासी हसमुख (28) वर्ष, आजमगढ़ के रामप्रीत (60) वर्ष, सुल्तानपुर निवासी प्रीत (30) वर्षीय, और दिल्ली निवासी सचिन (40) वर्षीय के रूप में हुई है।
दुर्घटना में दिल्ली निवासी प्रमोद गिरि का परिवार भी चपेट में आ गया है। प्रमोद गिरि, जो दिल्ली में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय करते हैं, इनका कहना है कि उनका पूरा परिवार आजमगढ़ निकल रहा था। दुर्घटना में उनकी पत्नी पारुल और छह महीने के बेटे आरोह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि परिवार के पांच और सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्रशासन के अनेक प्रयासों के बावजूद भी नहीं थम रहे हादसे
अलीगढ़ जिला सड़क हादसों के लिए पहले से ही सुर्खियों में है। हाल ही के आंकलन बताते हैं कि पिछले दस दिनों में 11 सड़क हादसों में 21 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। पुलिस – प्रशासन द्वारा जागरूकता अभियान और यातायात नियमों की सख्ती के बावजूद भी हादसों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। ज्यादातर रात के समय वाहन चालकों की लापरवाही और नींद की झपकी दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बन रही है।
कोहरे में सुरक्षा के लिए प्रशासन की अपील
एसपी मुकेश चंद्र उत्तम ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे कोहरे के दौरान सतर्कता बरतें नींद की झपकी से बचे और ट्रैफिक नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा, “तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण दुघर्टना हो सकती है और किसी की भी जान ले सकती है। सभी को जिम्मेदारी दिखाते हुए अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।”
दुर्घटनाएं बन रही सबक की याद
यह हादसा हमें एक बार फिर याद दिला रहा है कि यातायात नियमों की अनदेखी और कोहरे जैसे प्राकृतिक कारकों की अनदेखी करना कितनी घातक हो रही है। वाहन चालकों को ध्यान देना चाहिए कि वे कोहरे में धीमी गति से वाहन चलाएं और सड़क पर अपनी सतर्कता बनाए रखें। इस दुघर्टना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सड़क में एक पल की भी लापरवाही कैसे कई जिंदगियों को तबाह कर सकती है।
आयु बढ़ाने वाला परमात्मा: संत रामपाल जी महाराज का दिव्य ज्ञान
संत रामपाल जी महाराज ने अपने सत्संगो में सदैव यह संदेश दिया है कि परमात्मा का सतभक्ति मार्ग न केवल आत्मा को शांति प्रदान करता है, बल्कि हमारे जीवन को सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य से भरपूर बनाता है हमारे जीवन में आने वाले दुर्घटनाओं को टाल देता है। वे बताते हैं कि कबीर परमेश्वर की भक्ति से आयु में वृद्धि होती है और जीवन के कष्ट समाप्त होते हैं।
संत जी के अनुसार, वेद और शास्त्रों में प्रमाण है कि जब मनुष्य पूर्ण संत की शरण में आता है और सच्ची भक्ति करता है, तो उनके जीवन के सर्व कष्ट और दुख नष्ट होते है और उनकी आयु भी परमात्मा बढ़ा देते हैं जिसका प्रमाण ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 – 3 में मिलता है।