हम सब चाहते हैं कि हमारा शरीर स्वस्थ रहे, मन प्रसन्न रहे और जीवन ऊर्जा से भरपूर हो। फिर भी, हम समय-समय पर बीमार हो जाते हैं। कभी सर्दी-जुकाम, कभी बुखार, कभी पेट की परेशानी, तो कभी गंभीर रोग जैसे डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर या हार्ट अटैक। लेकिन सवाल यह है — हम बीमार क्यों पड़ते हैं?
क्या बीमारी एक अचानक आई समस्या होती है या यह हमारी आदतों और जीवनशैली का नतीजा होती है? आइए इस लेख में हम इसे विस्तार से समझते हैं।
शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना
हमारा शरीर एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच के साथ आता है जिसे हम इम्यून सिस्टम कहते हैं। यह प्रणाली हमारे शरीर को बैक्टीरिया, वायरस, फंगस और अन्य हानिकारक तत्वों से बचाने का काम करती है। जब यह प्रणाली कमजोर हो जाती है, तब बीमारी का हमला आसान हो जाता है।
कमजोर इम्यूनिटी के मुख्य कारण:
• पौष्टिक आहार की कमी
• पर्याप्त नींद न लेना
• लगातार तनाव में रहना
• अत्यधिक दवाइयों का सेवन
• एक्सरसाइज की कमी
असंतुलित और अस्वस्थ खानपान
आजकल हम ताजे, घर के बने खाने की जगह इंस्टेंट नूडल्स, चिप्स, सोडा, फास्ट फूड और प्रोसेस्ड चीज़ें ज़्यादा खाते हैं। इनमें पोषण कम और नुकसान ज़्यादा होता है।
गलत खानपान से होने वाली बीमारियाँ:
• मोटापा
• हृदय रोग
• मधुमेह (डायबिटीज़)
• हाई ब्लड प्रेशर
• पेट की बीमारियाँ
तनाव और मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी
आज का जीवन तेज़ रफ्तार और प्रतिस्पर्धा से भरा हुआ है। हम अक्सर काम, रिश्तों या भविष्य की चिंता में उलझे रहते हैं। यह तनाव हमारे शरीर के हार्मोन्स को असंतुलित कर देता है।
तनाव के परिणामस्वरूप:
• नींद की समस्या
• थकावट
• इम्यून सिस्टम कमजोर
• उच्च रक्तचाप
• अवसाद (डिप्रेशन)
मानसिक स्वास्थ्य अब केवल मन की बात नहीं रह गई है — यह शरीर को बीमार करने की एक बड़ी वजह बन चुकी है।
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गलत जीवनशैली और अनियमित दिनचर्या
जब हमारी दिनचर्या अव्यवस्थित हो जाती है, जैसे देर रात तक जागना, सुबह देर से उठना, पर्याप्त पानी न पीना, शारीरिक श्रम न करना — तो धीरे-धीरे हमारा शरीर अंदर से कमजोर होने लगता है।
अनियमित दिनचर्या के दुष्प्रभाव:
• थकावट और चिड़चिड़ापन
• पाचन संबंधी समस्याएं
• वजन का बढ़ना
• त्वचा और बालों की समस्याएं
• थायरॉयड जैसी बीमारियाँ
संक्रमण (Infections) और बाहरी कारक
कुछ बीमारियाँ वास्तव में वायरस, बैक्टीरिया, फंगस या परजीवियों के कारण होती हैं। जैसे:
• फ्लू और सर्दी-जुकाम
• कोविड-19
• डेंगू, मलेरिया
• त्वचा संक्रमण
• टीबी (Tuberculosis)
लेकिन यदि हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो और स्वच्छता का पालन किया जाए, तो इनसे बचना काफी हद तक संभव है।
पर्यावरणीय कारक और प्रदूषण
आज हम जिस हवा में सांस लेते हैं, वह कई जगहों पर जहरीली होती जा रही है। जल, वायु और ध्वनि प्रदूषण से हमारे शरीर पर धीरे-धीरे बुरा असर पड़ता है।
प्रदूषण से जुड़ी बीमारियाँ:
• दमा (Asthma)
• एलर्जी
• ब्रोंकाइटिस
• त्वचा रोग
• कैंसर (दीर्घकालिक असर के रूप में)
अनुवांशिक कारण (Genetic Factors)
कुछ बीमारियाँ हमें वंशानुगत रूप से भी मिल सकती हैं, जैसे डायबिटीज़, थैलेसीमिया, कुछ प्रकार के कैंसर इत्यादि। इनसे बचाव तो नहीं, लेकिन सावधानी और नियमित जाँच से इनका समय रहते इलाज संभव है।
तो समाधान क्या है? — स्वस्थ जीवन की 7 चाबी
1. संतुलित आहार लें – हरी सब्जियाँ, फल, दालें, साबुत अनाज और पर्याप्त पानी
2. नियमित व्यायाम करें – रोज़ाना कम से कम 30 मिनट चलें या योग करें
3. नींद पूरी करें – 6-8 घंटे की अच्छी नींद बहुत ज़रूरी है
4. तनाव से दूर रहें – ध्यान, मेडिटेशन या किसी हॉबी से खुद को खुश रखें
5. साफ-सफाई रखें – व्यक्तिगत और आस-पास का वातावरण स्वच्छ रखें
6. समय-समय पर स्वास्थ्य जांच – बीमारी का जल्दी पता लगाना इलाज को आसान बनाता है
7. सकारात्मक सोच विकसित करें – मन का स्वास्थ्य भी शरीर को प्रभावित करता है
क्या सतभक्ति से हमारे रोग नष्ट हो सकते हैं?
ऋग्वेद, मंडल 10, सूक्त 163, मंत्र 1-2
इन श्लोकों के अनुसार, पाप कर्मों से उत्पन्न रोगों से छुटकारा केवल परमात्मा की शरण में जाकर ही संभव है। वह परमात्मा हमारी इंद्रियों की रक्षा करते हैं और मृत्यु के निकट पहुँचे व्यक्ति को भी पुनः जीवन दे सकते हैं।
गीता अध्याय 18 श्लोक 66
इसमें कहा गया है कि पूर्ण परमात्मा की शरण में जाने से हम समस्त पापों से मुक्त हो सकते हैं। यह पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं, जिनकी महिमा वेदों और शास्त्रों में प्रमाणित है।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही इस पूर्ण परमात्मा की सच्ची भक्ति प्रदान कर रहे हैं। उनके द्वारा दिया गया सतज्ञान ही हमें सभी रोगों और जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति दिला सकता है।
निष्कर्ष
हम बीमार इसलिए नहीं पड़ते क्योंकि सिर्फ कोई वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है, बल्कि इसलिए कि हमारा शरीर उस वायरस से लड़ने में कमजोर हो जाता है। हमारी जीवनशैली, सोच और आदतें ही हमारे स्वास्थ्य की असली चाबी हैं।
FAQs
Q. हम सबसे ज़्यादा कब बीमार पड़ते हैं?
Ans: जब हमारी इम्युनिटी कमज़ोर होती है या मौसम बदलता है।
Q. क्या सिर्फ बैक्टीरिया और वायरस ही बीमार करते हैं?
Ans: नहीं, गलत लाइफस्टाइल, स्ट्रेस और नींद की कमी भी वजह हो सकती है।
Q. इम्युनिटी कैसे बढ़ा सकते हैं?
Ans: हेल्दी डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज़ और अच्छी नींद से।
Q. बार-बार बीमार पड़ने का मतलब क्या है?
Ans: हो सकता है आपकी इम्युनिटी वीक हो या कोई अंडरलाइन हेल्थ प्रॉब्लम हो।
Q. क्या मानसिक तनाव से भी हम बीमार हो सकते हैं?
Ans: हां, स्ट्रेस शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देता है।