मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल से लेकर उड़ीसा तक तेज बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार समुद्र में 2 मीटर से भी ऊंची लहरें उठ सकती है। साउथ ईस्ट रेलवे ने 150 ट्रेनें, ईस्टर्न रेलवे ने 190 ट्रेनें, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 198 ट्रेनें तथा साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने 14 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
इलाके में 10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया गया है। विभाग के सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं। ओडिशा के सभी टूरिज्म पार्कों को सील कर दिया गया, तथा उड़ीसा हाई कोर्ट एवं राज्य के 14 जिलों में 25 अक्टूबर तक स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे।
चक्रवात ‘दाना’: जानें, कौन-कौन से राज्य हैं हाई अलर्ट पर
हाल-ही में बंगाल की खाड़ी से उठे इस चक्रवात ने पूर्वी राज्यों में एक बार फिर संकट पैदा कर दिया है। उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार यह 6 राज्य इस तूफान से सबसे अधिक प्रभावित है।मौसम विभाग के अनुसार हवाएँ 120 किलोमीटर की रफ्तार से चलने का अनुमान है। इस खतरनाक चक्रवात ने ट्रेनों से लेकर वायुयानों तक का चक्का जाम कर दिया है। बता दें कि तूफ़ान के कारण 16 घंटे तक हवाई उड़ानों पर रोक लगा दी गई है, साथ ही 552 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई। भुवनेश्वर मौसम विभाग के अनुसार लैंडफॉल की प्रक्रिया 5 घंटे तक चलेगी।
चक्रवात ‘दाना’ से निपटने के लिए सरकार ने किए ये खास इंतजाम
चक्रवात “दाना” से निपटने के लिए केंद्र और राज्य की सरकार हाई अलर्ट पर है। ओडिशा डिजास्टर रिलीफ फोर्स (ODRF), नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (NDRF), और साथ ही फायर ब्रिगेड की 288 टीमें तैनात की हैं। इसके अलावा सरकार ने सुरक्षा बलों की 3000 टीमें तैनात की हैं और साथ ही 6,000 सुरक्षा कैंप तैयार किए गए हैं, जहां पर पीड़ित लोगों को सुरक्षित रखा गया है तथा उन्हें खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
सरकार ने ओडिशा के 14 जिलों मैं रेड अलर्ट जारी किया है। जिनमें जाजपुर, भद्रक, बालासोर, क्योंझर, ढेंकनाल, अंगुल, पुरी, नयागढ़, खोरधा, मयूरभंज, कटक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और गंजम शामिल हैं। मौसम विभाग की तरफ से ओडिशा के केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिलों में बाढ़ आने की संभावना भी जताई जा रही है। हालांकि किसी भी दुखद घटना से पूर्व ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रेफर कर दिया गया है।
कैसे बनते हैं साइक्लोन
जब वायुमंडल में गर्म और ठण्डी हवाएं समुद्र के ऊपर कम दाब के क्षेत्र में बहती है, तो हवाओं से पानी निकलता है और बादलों का निर्माण होता है। तापमान में वृद्धि के कारण तेज हवाएँ ऊपर की ओर उठती हैं तथा पानी की बूंदों को ऊपर आसमान में ले जाती हैं वहां पर वे बूंदे जम जाती हैं और फिर वे एक साथ नीचे गिरती हैं। समुद्र की सतह के पास ये हवाएं न्यूनतम मात्रा में हो जाती है और इससे दूर चली जाती है।
गर्म वातावरण के समुद्रों में तापमान के बढ़ने से हवाएं गर्म हो जाती है तथा वे कम वायुदाब का क्षेत्र बनाती है। पृथ्वी अपने अक्ष पर बल्ब की तरह घूमती रहती है, जिसके कारण ये हवाएं सीधी दिशा में ना आकर वृताकार घूमती है इस कारण से वायुमंडल में साइक्लोन बनते हैं।