ओडिशा सरकार ने किसानों को आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक और अहम कदम उठाया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को मुख्यमंत्री-किसान योजना (CM-Kisan Yojana) की तीसरी किस्त जारी कर राज्य के लाखों छोटे और सीमांत किसानों को राहत प्रदान की।
राजधानी भुवनेश्वर स्थित ओडिशा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (OUAT) परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री ने योजना की राशि का प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से किसानों के खातों में भेजा। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के.वी. सिंह देव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
किसानों के खातों में सीधे पहुँचे 2000 रुपये
योजना के अंतर्गत इस बार राज्य के 51 लाख से अधिक किसानों को प्रत्येक को 2,000 रुपये की राशि प्राप्त हुई है। सीधा हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने डिजिटल माध्यम का उपयोग किया, जिससे पारदर्शिता और समयबद्धता बनी रहे।
वार्षिक सहायता 4,000 रुपये तक
मुख्यमंत्री-किसान योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के छोटे और सीमांत किसानों को कृषि कार्यों के लिए न्यूनतम वित्तीय सहयोग उपलब्ध कराना है। योजना के तहत हर वर्ष किसानों को दो किस्तों में कुल 4,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। ताज़ा किस्त जारी होने के साथ अब तक इस वित्तीय वर्ष में किसानों को लगभग 1,041 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है।
रबी फसल की तैयारी में मदद
किसानों के लिए यह आर्थिक सहयोग ऐसे समय पर आया है, जब वे 2025-26 के रबी सीजन की तैयारी में जुटे हैं। सरकार का मानना है कि यह राशि किसानों को बीज, उर्वरक, सिंचाई और अन्य प्रारंभिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगी। इससे कृषि उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
नुआखाई पर्व से पहले किसानों के लिए तोहफ़ा
ओडिशा के पश्चिमी अंचल में विशेष महत्त्व रखने वाले पारंपरिक नुआखाई पर्व से ठीक एक दिन पहले यह राशि जारी की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि किसान बिना आर्थिक दबाव के अपनी खेती शुरू करें और साथ ही त्योहार भी उत्साहपूर्वक मना सकें।
सरकार की प्राथमिकता में कृषि
मुख्यमंत्री माझी ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि ओडिशा की रीढ़ है और सरकार किसानों की समृद्धि को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार समय-समय पर किसानों की समस्याओं को समझने और उनका समाधान निकालने के लिए नई योजनाएँ लागू कर रही है।
कृषि मंत्री सिंह देव ने कार्यक्रम में कहा कि राज्य में कृषि को टिकाऊ और लाभकारी बनाने के लिए तकनीक, सिंचाई सुविधाओं और बाजार तक पहुँच को मज़बूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि सरकार भविष्य में भी हर संभव सहायता प्रदान करती रहेगी।
भविष्य की दिशा
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की योजनाएँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देती हैं और किसानों में आत्मविश्वास बढ़ाती हैं। हालांकि, कृषि क्षेत्र में दीर्घकालिक सुधार के लिए केवल आर्थिक सहायता ही नहीं, बल्कि आधुनिक तकनीक, बेहतर विपणन तंत्र और जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीतियाँ भी आवश्यक हैं।
सरकार ने संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में किसानों को अधिक प्रशिक्षण और नई तकनीक से जोड़ने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएँगे। साथ ही, किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को मज़बूत कर कृषि उपज के उचित मूल्य सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठाए जाएँगे।
जनकल्याणकारी योजना और मुहिम से देश और समाज का कल्याण
जनकल्याणकारी योजनाएं और मुहिम समाज और देश की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हाल ही में सीएम-किसान योजना की तीसरी किस्त जारी होने से ओडिशा के लाखों किसानों को प्रत्यक्ष आर्थिक सहयोग मिला है, जिससे न केवल उनकी खेती के शुरुआती खर्च पूरे होंगे बल्कि उन्हें आर्थिक सुरक्षा का भरोसा भी मिलेगा। नुआखाई जैसे प्रमुख पर्व से पहले मिली यह सहायता किसानों के लिए किसी सौगात से कम नहीं है, जो यह दर्शाती है कि राज्य सरकार कृषि और किसानों के कल्याण को अपनी नीतियों में सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
इसी प्रकार, देश और समाज के हित में संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा चलाई जा रही अन्नपूर्णा मुहिम भी जनकल्याण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह मुहिम न केवल जरूरतमंदों की सहायता कर रही है, बल्कि समाज में सेवा और समानता का संदेश भी दे रही है। आप भी इस दिव्य मुहिम और तत्वज्ञान की गहराई से जानकारी प्राप्त करने के लिए Sant Rampal Ji Maharaj App डाउनलोड करें, अन्नपूर्णा मुहिम यूट्यूब चैनल पर जाएं या अधिक जानकारी के लिए www.jagatgururampalji.org पर विज़िट करें।
मुख्यमंत्री-किसान योजना (CM-Kisan Yojana) पर FAQs
Q1. मुख्यमंत्री-किसान योजना (CM-Kisan Yojana) क्या है?
यह ओडिशा सरकार की एक वित्तीय सहायता योजना है, जिसके तहत छोटे और सीमांत किसानों को सालाना दो किस्तों में कुल ₹4,000 की सहायता दी जाती है।
Q2. हाल ही में जारी तीसरी किस्त में किसानों को कितनी राशि मिली?
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने तीसरी किस्त के रूप में 51 लाख से अधिक किसानों को प्रत्येक को ₹2,000 प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से दिए।
Q3. अब तक किसानों को कुल कितनी राशि वितरित की गई है?
इस किस्त के साथ अब तक ₹1,041 करोड़ की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में पहुँचा दी गई है।
Q4. यह आर्थिक सहायता किसानों को किस प्रकार मदद करेगी?
यह राशि किसानों को 2025-26 के रबी सीजन के शुरुआती कृषि कार्य जैसे बीज, खाद, सिंचाई और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होगी।
Q5. किस अवसर पर यह राशि जारी की गई?
यह किस्त राज्य के महत्वपूर्ण त्योहार नुआखाई की पूर्व संध्या पर जारी की गई, ताकि किसान बिना आर्थिक दबाव के खेती और पर्व दोनों का आनंद ले सकें।