केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 7 जनवरी 2025 को एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की, जिसके तहत सड़क दुर्घटना के पीड़ित नागरिकों को कैशलेस उपचार प्रदान किया जाएगा। सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा इस योजना को पूरे राष्ट्र में लागू किया जाएगा।
क्या है कैशलेस उपचार योजना?
कैशलेस उपचार योजना के अंतर्गत, सड़क दुर्घटना के 24 घंटे के भीतर पुलिस को सूचना देने पर प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति को 7 दिवस तक डेढ़ लाख रुपये तक का उपचार प्रदान किया जाएगा। यदि दुर्घटना के बाद वाहन चालक भाग जाता है, तो पीड़ित को सूचना देने पर 2 लाख रुपये दिए जाएंगे।
कब लागू हुई थी प्रारंभिक योजना?
14 मार्च 2024 को चंडीगढ़ में इस योजना का पायलट प्रोग्राम शुरू किया गया था, जिसके माध्यम से पीड़ितों को कैशलेस उपचार प्रदान किया जाता था। इसका मुख्य उद्देश्य एक ऐसा ढांचा तैयार करना था, जिसके माध्यम से पीड़ितों को दुर्घटना के एक घंटे के भीतर उपचार प्रदान किया जा सके। इस प्रोग्राम की सफलता के बाद इसे 6 अन्य राज्यों में भी लागू किया गया।
कैसे उठाया जा सकेगा इस योजना से लाभ?
कैशलेस उपचार योजना मार्च 2025 तक पूरे राष्ट्र में लागू की जाएगी। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, राज्य स्वास्थ्य एजेंसी, स्थानीय पुलिस, चिकित्सालय, सामान्य बीमा परिषद् और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के साथ एक IT प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा। इसके माध्यम से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के ई-विस्तृत दुर्घटना रिपोर्ट (eDAR) आवेदन और एनएचए के लेनदेन प्रबंधन प्रणाली की कार्यक्षमताओं को मिलाया जाएगा, जिससे पीड़ितों को सहायता प्रदान की जा सके।
सड़क दुर्घटनाएं बनी चिंता का विषय
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हैरान कर देने वाले आंकड़े प्रस्तुत किए। जिसमें 2024 में 1 लाख 80 हजार लोगों की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हुई। जिसमें 30 हजार व्यक्तियों की मृत्यु हेलमेट न पहनने की वजह से हुई। लगभग 10 हजार 18-34 वर्ष के युवाओं ने अपनी जान खोई, जिसकी वजह सड़कों पर होने वाली असुविधाएं पाई गई।
सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार, वाहन चालक के अत्यधिक कार्यकाल और थकान को दुर्घटना का मुख्य कारण बताया गया है। उन्होंने बताया कि भारत में 22 लाख चालकों की कमी है। वर्तमान में सरकार श्रमिक कार्यनीतियों का अध्ययन कर रही है ताकि वाहन चालकों का कार्यकाल निर्धारित किया जा सके।
कैसे बचा जा सकता है अकाल मृत्यु से?
वर्तमान समय में सड़क दुर्घटना में कई लोगों की अकाल मृत्यु हो जाती है। क्या इन दुर्घटनाओं से पूर्णतः बचा जा सकता है? उत्तर है, हाँ।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 82 मंत्र 1, ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 161 मंत्र 2 और ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 80 मंत्र 2 में बताया गया है कि परमात्मा अपने साधक के पाप नाश करके उसकी 100 वर्ष आयु बढ़ा सकता है। शास्त्रानुकूल भक्ति साधना करने से परमात्मा साधक की मृत्यु भी टाल देते हैं।
संत रामपाल जी का ज्ञान
संत रामपाल जी महाराज के अनुसार, जीवन की अनिश्चितता और आकस्मिक मृत्यु की वास्तविकता को स्वीकार करते हुए हमें अपने आध्यात्मिक विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। संसारिक सुख और भौतिकवादी महत्वाकांक्षाएं अस्थायी हैं और हमें जीवन के वास्तविक उद्देश्य से भटका सकती हैं। सच्चे भक्ति मार्ग का अनुसरण कर और परमात्मा की शरण में जाकर, हम मृत्यु के भय को दूर कर सकते हैं और सच्ची शांति प्राप्त कर सकते हैं। संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने अपने साक्षात्कार के दौरान अपने अनुभव साझा किए, जिनमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार उनकी सतभक्ति से उनकी जीवन रक्षा हुई।