नई दिल्ली, 25 अक्टूबर 2024 – पश्चिम दिल्ली के विकासपुरी इलाके में शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमले की घटना से राजनैतिक माहौल गरमा गया है। यह हमला उस समय हुआ जब केजरीवाल अपनी पार्टी के आगामी विधानसभा चुनावों के प्रचार अभियान के तहत एक पदयात्रा पर थे। इस घटना को लेकर AAP ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि इस हमले में BJP से जुड़े लोग शामिल थे, हालांकि BJP की ओर से इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
चुनाव प्रचार के दौरान विवाद, AAP ने BJP पर लगाए गंभीर आरोप
आगामी फरवरी 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर AAP नेताओं द्वारा जगह-जगह जाकर मतदाताओं से संवाद स्थापित करने के प्रयास जारी हैं। इसी क्रम में विकासपुरी में केजरीवाल की पदयात्रा के दौरान एक समूह उनके काफिले के पास आ गया और माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया। आम आदमी पार्टी का दावा है कि यह समूह BJP के “गुंडों” का था, जो केजरीवाल को नुकसान पहुंचाने के इरादे से वहां पहुंचे थे। घटना के दौरान की वीडियो फुटेज में एक हलचल और खींचतान दिखाई दे रही है, हालांकि घटना के विस्तृत विवरण पर अभी भी कई सवाल उठ रहे हैं।
AAP नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया: “यह BJP की बौखलाहट का परिणाम”
इस घटना के बाद AAP के वरिष्ठ नेताओं ने BJP पर तीखी टिप्पणियां की हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह हमला BJP की बढ़ती बौखलाहट का प्रतीक है, जो AAP की दिल्ली में बढ़ती लोकप्रियता से परेशान है। भारद्वाज के अनुसार, BJP इस तरह के हथकंडे अपनाकर AAP के अभियान को बाधित करना चाहती है।
वहीं, पार्टी के एक अन्य प्रमुख नेता मनीष सिसोदिया ने इस घटना के लिए BJP को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यदि केजरीवाल को किसी भी प्रकार की क्षति होती है, तो BJP को इसका जवाब देना होगा। सिसोदिया ने साफ किया कि AAP अपने संपर्क अभियान को जारी रखेगी और किसी भी प्रकार की धमकी या डर से पीछे नहीं हटेगी।
मुख्यमंत्री आतिशी का आरोप: “गंदी राजनीति का हिस्सा है यह हमला”
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए BJP पर तीखे हमले किए हैं। आतिशी ने कहा कि BJP का इतिहास AAP नेताओं के खिलाफ “गंदी राजनीति” के इस्तेमाल से भरा हुआ है, और यह हमला उसी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने इसे चुनाव से पहले AAP को डराने और दबाने की रणनीति करार दिया। आतिशी ने दावा किया कि BJP की बढ़ती हार की आशंका से पार्टी अब ज्यादा आक्रामक रुख अपना रही है, ताकि केजरीवाल की लोकप्रियता को कम किया जा सके।
BJP की चुप्पी पर सवाल, दिल्ली पुलिस की निष्क्रियता पर AAP की नाराजगी
इस हमले को लेकर अब तक BJP की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं, खासकर राजनीतिक हिंसा और चुनावी अभियानों के दौरान नेताओं की सुरक्षा को लेकर। AAP ने इस घटना में दिल्ली पुलिस की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए हैं। AAP नेताओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस, जो केंद्र सरकार के अधीन है, AAP के नेताओं के खिलाफ घटनाओं में समय पर हस्तक्षेप नहीं करती है। AAP ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं में पुलिस की निष्क्रियता एक बड़े पैटर्न का हिस्सा है, और पार्टी ने पहले भी केजरीवाल के खिलाफ हुई कथित हिंसा की घटनाओं का हवाला देकर पर्याप्त सुरक्षा की कमी की बात उठाई है।
दिल्ली चुनावों के समीकरण में नया मोड़, बढ़ती विवाद की संभावना
इस घटना के बाद दिल्ली में चुनावी माहौल और अधिक गर्म होने की संभावना है। चुनाव में शामिल दोनों प्रमुख पार्टियों के लिए दांव काफी ऊंचे हैं, और ऐसे में AAP और BJP के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहने की संभावना है। चुनावी माहौल के बीच दोनों पार्टियों के समर्थक और कार्यकर्ता अपने-अपने नेताओं के समर्थन में आगे आ सकते हैं, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो सकती है।
क्या होगा अगला कदम?
AAP केजरीवाल पर हुए इस कथित हमले को लेकर सुरक्षा के मुद्दे को गंभीरता से उठा रही है और इसके राजनीतिक निहितार्थों पर जोर दे रही है। इस घटना ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों के पहले ही अत्यधिक विवादास्पद हो चुके माहौल में एक और मोड़ ला दिया है, जिससे भविष्य में राजनीतिक दलों के बीच संघर्ष के और भी उग्र होने की संभावना है।