आज का युग वैज्ञानिक उन्नति का युग है, जहाँ विज्ञान निरंतर नए-नए आयाम स्थापित कर रहा है। विज्ञान के इस युग में ब्रह्मांड और उसकी गहराइयों का अध्ययन तीव्र गति से हो रहा है। वैज्ञानिक यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि ब्रह्मांड में कितने ग्रह हैं, पृथ्वी की आयु कितनी है और ब्रह्मांड का विस्तार कितना हो रहा है।
इन सवालों में सबसे बड़ा और रोचक प्रश्न यह है कि क्या एलियंस का अस्तित्व है? यदि हैं, तो वे कहां से आते हैं और उनका हमारे ग्रह पृथ्वी के साथ क्या संबंध है? यह प्रश्न विज्ञान और समाज दोनों के लिए लंबे समय से एक रहस्य बना हुआ है। हालांकि, अब तक का वैज्ञानिक शोध इस दिशा में कोई ठोस उत्तर प्रदान नहीं कर सका है, फिर भी यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिसे लेकर शोध जारी है
ब्रह्मांड में जीवन की तलाश मंगल से केप्लर-452b तक जीवन की संभावनाएं
ब्रह्मांड की गहराइयों में जीवन की संभावना को लेकर वैज्ञानिक अपने शोध कार्यों में व्यस्त हैं। विभिन्न अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा मंगल, बृहस्पति, शनि, चंद्रमा जैसे ग्रहों और उपग्रहों पर जीवन की संभावना का अध्ययन किया जा रहा है। नासा द्वारा मंगल ग्रह पर पानी की संभावना के संकेत भी मिले हैं, जिससे माना जा रहा है कि वहाँ जीवन हो सकता है। इसके अलावा, दूरस्थ ग्रह केप्लर-452b को पृथ्वी के समान माना गया है, जहां जीवन की संभावना प्रबल हो सकती है।
क्या एलियंस पृथ्वी पर नजर रख रहे हैं? यूएफओ देखे जाने की घटनाओं से उठे सवाल
विज्ञान की इस उन्नति के साथ-साथ सवाल यह भी उठता है कि क्या एलियंस हमारी पृथ्वी पर नजर बनाए हुए हैं? विभिन्न देशों में यूएफओ (अज्ञात उड़न तश्तरी) देखे जाने की घटनाओं ने इस सवाल को और अधिक जटिल बना दिया है। कई बार अमेरिका के रोसवेल और फीनिक्स जैसे शहरों में यूएफओ देखे जाने की खबरें सुर्खियों में आई हैं। कुछ रिपोर्ट्स में यहां तक कहा गया है कि अमेरिका में एलियंस को गुप्त रूप से कैद कर उन पर शोध हो रहा है, लेकिन इसके प्रमाण अभी तक सार्वजनिक नहीं हुए हैं।
भारत में एलियंस देखे जाने के दावे
भारत में हिमाचल प्रदेश, गुजरात और चेन्नई में एलियंस देखे जाने की खबरें आई हैं, लेकिन वैज्ञानिक रूप से इन घटनाओं की पुष्टि नहीं हो पाई है। इस कारण एलियंस के अस्तित्व को लेकर कई सवाल अनुत्तरित हैं। हालांकि, यह निश्चित है कि पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों पर जीवन की संभावनाएँ प्रबल हैं और वैज्ञानिक इस दिशा में शोध कर रहे हैं।
पृथ्वी के अलावा अन्य लोक: धर्मशास्त्रों में प्रमाण
वेद, पुराण, बाइबिल, कुरान और गुरुग्रंथ साहिब जैसे धर्मशास्त्रों में यह प्रमाण मिलता है कि पृथ्वी के अलावा भी अन्य लोक हैं, जहाँ जीवन हो सकता है। संत रामपाल जी महाराज के अनुसार, हमारे लोक का स्वामी काल ब्रह्म है, जो 21 ब्रह्मांडों का स्वामी है। इससे ऊपर अक्षर पुरुष और असंख्य ब्रह्मांडों का स्वामी पूर्ण परमात्मा कबीर परमेश्वर हैं। इस जानकारी को प्रमाण सहित देखने के लिए सम्पूर्ण सृष्टि रचना को क्लिक करें। अधिक जानकारी के लिए डाउनलोड करें: Sant Rampal Ji Maharaj App