चेन्नई : साउथ फिल्म इंडस्ट्री की अभिनेत्री कस्तूरी शंकर के बयान ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है जिसके बाद कस्तूरी को हैदराबाद से गिरफ्तार कर एग्मोर कोर्ट मे पेश किया गया जिसके बाद कोर्ट ने 29 नवम्बर तक कस्तूरी को न्यायिक हिरासत मे रखने का आदेश दिया, हालांकि कस्तूरी अपने विवादित बयान के लिए सोशल मीडिया पर खेद जता चुकी है।
क्या है पुरा मामला ?
हाल ही में चेन्नई में आयोजित हिन्दु पिपुल्स पार्टी द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया था जिसमें साउथ फिल्म इंडस्ट्री की अभिनेत्री कस्तूरी शंकर ने भी भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में अपने भाषण में कहा था कि “तेलुगु लोग प्राचीन राजाओं की सेवा करने वाली वेश्याओं के वशंज है” उनके इस विवादित बयान से लोगों में आक्रोश फैल गया।
कस्तूरी शंकर हैदराबाद से गिरफ्तार
इस टिप्पणी से आहत होकर अखिल भारतीय तेलुगु महासंघ ने चेन्नई के एग्मोर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई और अभिनेत्री के खिलाफ कर्रवाई की मांग की। शिकायत के आधार पर एग्मोर पुलिस थाने में अभिनेत्री के खिलाफ BNS की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार जब पुलिस टीम उनके घर समन देने गई तब उनका घर बंद था उस समय उनका फोन भी बंद आ रहा है। जिसके बाद फरार अभिनेत्री को गिरफ्तार करने के लिए 2 विशेष टिमे बनाई गई। पुलिस को सूचना मिलने पर वह हैदराबाद पहुंची जहाँ पता चला की वहा भी उनका घर बंद है। चेन्नई पुलिस टिमे हैदराबाद और आंध्रप्रदेश में अभिनेत्री कि तलाश कर रही थी इस दौरान शनिवार को हैदराबाद से कस्तूरी को गिरफ्तार किया गया।
29 नवम्बर तक हिरासत में रहेंगी कस्तूरी
एक जांच अधिकारी ने कहा कि “कस्तूरी हैदराबाद में फिल्म निर्माता हरी कृष्णन के घर में छिपी हुई थी तथा अपने दोस्तों व वकील से बात करने के लिए हरी के फोन का प्रयोग कर रही थी।” चेन्नई पुलिस अभिनेत्री को लेकर चेन्नई आ गई और मेडिकल जांच के बाद उन्हें एग्मोर थाने में पूछताछ के बाद एग्मोर कोर्ट में पेश किया गया। मामले की सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने अभिनेत्री को 29 नवम्बर तक हिरासत में रखने का आदेश दिया, आदेश के बाद उन्हें चेन्नई के पास स्थित पुझल जेल भेज दिया गया।
कौन है अभिनेत्री कस्तूरी ?
कस्तूरी शंकर ने कई तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम फिम्लों में काम किया है। कस्तूरी ने तमिल फिल्म आथी भागवन से डेब्यू कर 1991 में अपने करियर की शुरुआत की थी। कसूरी सोशल मीडिया पर एक्टिव एक्ट्रेस है लेकिन हाल ही के अपने बयान से विवादों में है। उन्होंने अपने द्वारा दिये गये बयान के लिए X पर पोस्ट कर कहा कि किसी भी अनजाने में हुई गलत भावना के लिए मुझे खेद है। सौहार्द के हित में, मैं तीन नवंबर को दिए गए अपने भाषण में तेलुगु के सभी संदर्भों को वापस लेती हूं।
कबीर,जिव्हा तो वो ही भली, जो रटे हरी नाम। नहीं तो काट के फेंक दियो, मुख में भलो ना चाम।।
संत रामपाल जी महाराज के उपदेशों के अनुसार,यदि हम अपनी वाणी को नियंत्रित रखें और मधुर वाणी का प्रयोग करें, तो ऐसे विवादों और समस्याओं से बचा जा सकता है। कस्तूरी शंकर की गिरफ्तारी इस बात का उदाहरण है कि कैसे अनियंत्रित वाणी और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग समाज में अशांति और विवाद उत्पन्न कर सकता है।इसलिए, संत रामपाल जी महाराज के उपदेशों का पालन करते हुए हमें अपनी वाणी को नियंत्रित रखना चाहिए और समाज में शांति और सद्भावना फैलाने का प्रयास करना चाहिए। इससे न केवल हमारा व्यक्तिगत जीवन सुधरेगा, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।