SA NewsSA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
SA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Politics
  • Educational
  • Tech
  • History
  • Events
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Follow US
© 2024 SA News. All Rights Reserved.

Home » जाने-माने अर्थशास्त्री, पद्मश्री से सम्मानित और लेखक Bibek Debroy का हुआ निधन, पीएम मोदी की टीम में था अहम स्थान

Hindi NewsPerson

जाने-माने अर्थशास्त्री, पद्मश्री से सम्मानित और लेखक Bibek Debroy का हुआ निधन, पीएम मोदी की टीम में था अहम स्थान

SA News
Last updated: November 2, 2024 2:33 pm
SA News
Share
bibek-debroy-passed-away-hindi
SHARE

जाने-माने अर्थशास्त्री, पद्मश्री से सम्मानित और लेखक बिबेक देबरॉय का निधन हो गया है। बिबेक प्रधानमंत्री मोदी के आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने नई पीढ़ी के लिए सभी पुराणों का अंग्रेजी में आसान अनुवाद भी लिखा है। बिबेक देबरॉय 69 साल के थे। उन्हें मोदी सरकार में पद्म श्री से भी नवाजा गया था। उनके अचानक यूं चले जाने से उन्हें जानने वाले सदमे में हैं।

Contents
पीएम मोदी की टीम में था इनका खास स्थानमोदी जी ने भी जताया दुःखकौन थे बिबेक देबरॉय?बिबेक देबरॉय के बयान किसानों पर टैक्सबिबेक देबरॉय के निधन से देश में शोक की लहरदेश की पहचान में निभाई भूमिका

पीएम मोदी की टीम में था इनका खास स्थान

बिबेक देबरॉय प्रधानमंत्री मोदी आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष थे। सितंबर में, देबरॉय ने पुणे के गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स (GIPE) के कुलपति पद से इस्तीफा दे दिया था। तब बॉम्बे हाई कोर्ट ने पहले हटाए गए कुलपति अजित रानाडे को अंतरिम राहत दी थी। यहीं नहीं बिबेक देबरॉय लेखक भी बहुत उम्दा थे। उन्होंने पुराणों का अंग्रेजी में आसान अनुवाद भी कर रखा है। ऐसा उन्होंने नई पीढ़ी के लिए किया था। दिल्ली एम्स ने अपने बयान में कहा कि उनका आज सुबह 7 बजे आंतों में रुकावट के कारण निधन हो गया।

मोदी जी ने भी जताया दुःख

प्रधानमंत्री मोदी ने बिबेक देबरॉय के निधन पर कहा कि डॉ. बिबेक देबरॉय जी विद्वान थे, जो अर्थशास्त्र, इतिहास, संस्कृति, राजनीति, अध्यात्म और बहुत कुछ जैसे विविध क्षेत्रों में पारंगत थे। अपने कार्यों के माध्यम से, उन्होंने भारत के बौद्धिक परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी। सार्वजनिक नीति में उनके योगदान से परे, उन्हें हमारे प्राचीन ग्रंथों पर काम करने में मजा आया, उन्हें युवाओं के लिए सुलभ बनाया।

Dr. Bibek Debroy Ji was a towering scholar, well-versed in diverse domains like economics, history, culture, politics, spirituality and more. Through his works, he left an indelible mark on India’s intellectual landscape. Beyond his contributions to public policy, he enjoyed… pic.twitter.com/E3DETgajLr

— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2024

कौन थे बिबेक देबरॉय?

बिबेक देबरॉय को उन्हें पूरे करियर में कई पुरस्कार मिले, जिनमें 2015 में पद्म श्री भी शामिल है। अगले साल यानी 2016 में उन्हें यूएस-इंडिया बिजनेस समिट में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था।देबरॉय का करियर कई भूमिकाओं में फैला हुआ था, जिसमें कोलकाता के प्रेसीडेंसी कॉलेज में उनका कार्यकाल, पुणे में गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स (GIPE) और 2019 तक नीति आयोग के एक प्रमुख सदस्य के रूप में शामिल है। एक उत्साही लेखक के रूप में, उन्होंने कई पुस्तकें, शोध पत्र और राय लेख लिखे, और कई प्रमुख समाचार पत्रों के लिए कंसल्टिंग एडिटर के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने आर्थिक सुधारों, रेलवे नीति और सामाजिक असमानताओं पर अंतर्दृष्टि साझा की।

बिबेक देबरॉय के बयान किसानों पर टैक्स

 देबरॉय के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था। तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली को इस पर सफाई देनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि सरकार की कृषि आय पर कर लगाने की कोई योजना नहीं है। देबरॉय ने एक लेख में विस्तार से इसका औचित्य समझाया था। उन्होंने आयकर कानून की धारा 2 (1ए) और धारा 10 (1) का हवाला देते हुए कृषि आय पर टैक्स लगाने के आधारभूत कानूनी ढांचे की व्याख्या की। यह कृषि आय को टैक्सेबल इनकम से बाहर रखता है, लेकिन लंबे समय से कानूनी चुनौतियों का सामना कर रहा है।

बिबेक देबरॉय के निधन से देश में शोक की लहर

बिबेक देबरॉय की विदाई ने न केवल राजनीतिक बल्कि सांस्कृतिक क्षेत्र में भी एक गहरी छाप छोड़ी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने उनके शासन और नीति निर्माण में योगदान को महत्वपूर्ण बताया, जबकि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उनकी संस्कृति के प्रति लगाव को सराहा। बिबेक देबरॉय ने अपनी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भारत की संस्कृति और महाकाव्यों को जन जन तक पहुंचाने में लगाया।

देश की पहचान में निभाई भूमिका

 बिबेक देबरॉय का निधन एक सच्चे विद्वान की विदाई है जिन्होंने भारत की पहचान और संस्कृति को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अनमोल धरोहर और ज्ञान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। देश उन्हें हमेशा याद रखेगा, और उनकी अद्वितीय सोच और दृष्टिकोण का प्रभाव भारतीय राजनीति और संस्कृति पर बना रहेगा।

Share This Article
Email Copy Link Print
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article Apple का भारत में धमाका चार नए फ्लैगशिप स्टोर खोलने की तैयारी Apple का भारत में धमाका: चार नए फ्लैगशिप स्टोर खोलने की तैयारी
Next Article Exploring Wearable Technology How Smart Devices Are Changing Our Lives Exploring Wearable Technology: How Smart Devices Are Changing Our Lives?
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Sant-Rampal-Ji-App-ads

Popular Posts

Ordnance Factories Day 2025: शक्ति, स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक

भारत में हर साल 18 मार्च को आयुध निर्माणी दिवस (Ordnance Factories Day 2025) मनाया…

By SA News

असम की खतरनाक कोयला खदानें: गरीबी और जोखिम के बीच फंसी जिंदगी

खतरनाक खदानें: गरीबी और मजबूरी के बीच झूलती मज़दूरों की जिंदगी असम के दीमा हसाओ…

By SA News

India’s 16th Census to Include Caste Enumeration for the First Time: A Digital and Historic Shift in Data Collection

For the first time in the history of independent India, the upcoming 16th Census will…

By SA News

You Might Also Like

डिजिटल चरमपंथ का नया हथियार: खून खराबे, हिंसा के जाल में फंसाए जा रहे हैं मासूम बच्चे
Hindi News

डिजिटल चरमपंथ का नया हथियार: खून खराबे, हिंसा के जाल में फंसाए जा रहे हैं मासूम बच्चे

By SA News
Visionary Industrialist Ratan Tata Passes Away at 86
PersonBusiness

Visionary Industrialist Ratan Tata Passes Away at 86: State Funeral Announced By CM Eknath Shinde

By SA News
कॉलेज के साथ-साथ स्किल भी: फ्री ऑनलाइन कोर्स से करियर को दें नई उड़ान
Hindi News

कॉलेज के साथ-साथ स्किल भी: फ्री ऑनलाइन कोर्स से करियर को दें नई उड़ान

By SA News
दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी रेखा गुप्ता
LocalHindi News

दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी रेखा गुप्ता

By SA News
SA NEWS LOGO SA NEWS LOGO
600kLike
300kFollow
11.2kPin
151kFollow
523kSubscribe
2.1kFollow

About US


Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.

Top Categories
  • Politics
  • Health
  • Tech
  • Business
  • World
Useful Links
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Copyright Notice
  • Contact Us
  • Official Website (Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj)

© SA News 2024 | All rights reserved.