अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक तनाव तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त इंपोर्ट टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इससे पहले अमेरिका ने विभिन्न उत्पादों पर पहले ही टैरिफ लगाए हुए थे। अब यह अतिरिक्त 10% टैरिफ जोड़कर कुल टैरिफ 45 प्रतिशत तक पहुँच गया है। यह कदम उस विवाद के बाद उठाया गया, जिसमें कनाडा ने एक विज्ञापन जारी किया था, जो अमेरिका और ट्रंप के लिए आपत्तिजनक साबित हुआ।
विवाद का कारण: कनाडा का विज्ञापन
यह विवाद कनाडा के एक विज्ञापन से शुरू हुआ। विज्ञापन में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के 1987 के रेडियो संबोधन का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया। ट्रंप का कहना है कि यह विज्ञापन तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करता है और यह अमेरिका के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कृत्य था।
रॉनाल्ड रीगन प्रेसिडेंशियल फाउंडेशन ने भी पुष्टि की कि विज्ञापन बनाने के लिए उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी। अब फाउंडेशन कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह विज्ञापन तुरंत हटा देना चाहिए था, लेकिन कनाडा ने इसे वर्ल्ड सीरीज़ के दौरान प्रसारित कर दिया।
ट्रंप ने साफ किया कि इस धोखाधड़ी के कारण ही उन्होंने कनाडा पर अतिरिक्त 10% टैरिफ लगाया है।
टैरिफ का आर्थिक प्रभाव
अमेरिका और कनाडा के बीच यह नया टैरिफ व्यापारिक संबंधों पर भारी असर डाल सकता है। ट्रंप ने पहले ही स्टील, एल्युमीनियम और ऑटो उत्पादों पर क्षेत्रीय टैरिफ लगाए थे। इससे कनाडाई नौकरियों और व्यापार पर दबाव बढ़ा था।
वर्तमान में अमेरिका और कनाडा यूएसएमसीए (USMCA) व्यापार समझौते का पालन कर रहे हैं। इस समझौते के तहत दोनों देशों के बीच लगभग 85 प्रतिशत व्यापार टैरिफ-मुक्त रहता है। लेकिन नए टैरिफ के कारण कई क्षेत्रों में महंगाई बढ़ सकती है और व्यवसाय प्रभावित हो सकते हैं।
कनाडा ने भी अमेरिका से करीब 30 अरब डॉलर के निर्यात पर जवाबी टैरिफ लगाया है। इनमें संतरे का रस, पीनट बटर, वाइन, बीयर, कॉफी, उपकरण और परिधान शामिल हैं। दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता फिलहाल अस्थायी रूप से ठप हो गई है, हालांकि कनाडा ने इसे जल्द शुरू करने की इच्छा जताई है।
रोनाल्ड रीगन विज्ञापन और कानूनी जटिलताएँ
ओंटारियो प्रांत में जारी विज्ञापन में रोनाल्ड रीगन के 1987 के संबोधन का अंश दिखाया गया। इस संबोधन में रीगन ने विदेशी आयात और उच्च टैरिफ के संभावित दुष्प्रभावों के बारे में चेतावनी दी थी। विज्ञापन में कहा गया कि उच्च टैरिफ से विदेशी देशों द्वारा जवाबी कार्रवाई हो सकती है।
विपरीत असर के कारण बाजार सिकुड़ सकते हैं, व्यवसाय बंद हो सकते हैं, और लाखों लोग अपनी नौकरियां खो सकते हैं। इस विज्ञापन को लेकर ट्रंप ने इसे “फर्जी” बताया और तुरंत कनाडा पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लागू कर दिया।
ओंटारियो सरकार ने बाद में संकेत दिया कि विज्ञापन को हटा दिया जाएगा ताकि व्यापार वार्ता फिर से शुरू हो सके।
व्यापारिक तनाव का वैश्विक असर
अमेरिका और कनाडा के बीच यह टैरिफ वृद्धि दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में तनाव बढ़ा सकती है। इससे न सिर्फ दोनों देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी, बल्कि वैश्विक आर्थिक समीकरण पर भी असर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इससे कंपनियों की लागत बढ़ेगी और उपभोक्ताओं के लिए उत्पाद महंगे हो सकते हैं। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी इस स्थिति को लेकर सतर्क हो सकते हैं।
अमेरिका और कनाडा के व्यापारिक संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं। दोनों देश एक-दूसरे के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार हैं। लेकिन अब यह विवाद दोनों देशों के बीच भरोसे में कमी ला सकता है।
निष्कर्ष
अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक विवाद अब और गहरा गया है। ट्रंप द्वारा कनाडा पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाने से दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों पर असर पड़ेगा। कनाडा ने जवाबी टैरिफ लगाया है, और व्यापार वार्ता फिलहाल ठप है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस विवाद का असर वैश्विक बाजार पर भी दिख सकता है। हालांकि, दोनों देशों के बीच बातचीत फिर से शुरू होने की उम्मीद है।
इस घटना से साफ है कि व्यापारिक विवाद केवल दो देशों तक सीमित नहीं रहते, बल्कि उनका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है। इसलिए दोनों देशों के नेताओं के लिए यह जरूरी है कि वे त्वरित समाधान निकालें और व्यापारिक संबंधों को बनाए रखें।

