राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य उत्सव (मननोत्सव) 2024 की शुरुआत 26 अक्टूबर 2024 को बैंगलोर के विल्सन गार्डन के नीमहंस सम्मलेन केंद्र में हुई दो दिवसीय इस सम्मलेन को नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेन्टल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस (NHIHANS ), नेशनल सेंटर फॉर बिओलॉजिकल साइंसेज (NCBS ) और रोहिणी फिलॉन्थ्रेसपीस (RNP ) द्वारा आयोजित किया गया .
क्या है मननोत्सव?
मननोत्सव, एक मानसिक स्वास्थ्य उत्सव है. जिसका उद्देश्य जनता, मानसिक चिकित्सको, शोधकर्ताओं को एक समान मंच प्रदान करना हैं जहां सभी के मानसिक स्तर का अध्ययन किया जा सके . किस तरह दैनिक कार्य हमारी मानसिक स्तिथि को प्रभावित करते है ?
मननोत्सव की शुरुआत प्रतिमा मूर्ति( Director, NIMHANS ), L .S . शशिधरा ( Center Director NCBS ) तथा रोहिणी नीलेकणि ( Chairperson , Rohini Nilekoni Philanthropies ) द्वारा की गयी.
उत्सव में आयोजित कार्यक्रम
दो दिवसीय उत्सव के दौरान प्रेरणात्मक वार्तालाप, कार्यशालाओं और मानसिक चिकित्सको द्वारा जीवन के सभी पहलुओं पर चर्चा की गयी . जो मानसिक तनाव का कारण हो सकती है. साथ ही, अन्य पहलुओं पर भी विचार विमर्श किया गया . इस उत्सव में मानसिक चिकित्सको, शोधकर्ताओं, विद्यार्थिओं के साथ 2000 नागरिको के शामिल होने का अनुमान हैं .
अन्य विचार
उत्सव के बारे में डॉ. मूर्ति ने कहा ” मननोत्सव विज्ञान, समाज और मानसिक स्वास्थ्य के मध्य सेतु का कार्य करेगा. साथ ही यह मानसिक स्वास्थ्य से सम्बंधित जानकारी साँझा करने के लिए एक मंच भी उपलब्ध करेगा. लेकिन हमारे पास ऐसे अवसर उपलब्ध नहीं है . जहां हम मानसिक तनाव के बारे में जनता , चिकित्सको, कलाकारों से एक साथ चर्चा कर सके . मननोत्सव, एक ऐसा ही मंच साबित हो सकता है “.
प्रो. पंडिन्जत ने कहा “आज नयी तकनीकों की मदद से हम मस्तिष्क की क्रियाओ के सम्बन्ध में और शोध कर पाएंगे. साथ ही, भारत और विश्व में मानसिक तनाव, बीमारियों का समाधान खोज पायेंगे ताकि हम मानसिक परेशानियों से आसानी से जूझ सके और बेहतर मानसिक स्वास्थ्य पा सके”
संत रामपालजी के अनुसार मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए सच्चे मार्ग का अनुसरण और अनुशासित जीवन जीना अनिवार्य है। पवित्र शास्त्रों की शिक्षाओं का पालन और धार्मिक जीवन जीने से ही सच्ची मानसिक शांति प्राप्त की जा सकती है। हम शास्त्रानुकूल साधना से मानसिक सुख के साथ उस अविनाशी पर्मेश्वर् को भी प्राप्त करेंगे।