प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), मई 2025 — संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2024 के परिणामों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि दृढ़ निश्चय, निरंतरता और आत्मविश्वास के सामने कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती। इस वर्ष टॉप स्थान हासिल किया है उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की बेटी शक्ति दुबे ने, जिन्होंने IAS अधिकारी बनने के सपने को साकार करने के लिए लगातार सात वर्षों तक कठिन संघर्ष किया।
साधारण परिवार से असाधारण सफलता तक का सफर
शक्ति दुबे का जन्म एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उनके पिता श्री अनिल दुबे, एक स्कूल शिक्षक हैं, और माता श्रीमती गीता दुबे, गृहिणी हैं। प्रयागराज के राजरूपपुर क्षेत्र की रहने वाली शक्ति ने बचपन से ही पढ़ाई को लेकर गहरी लगन दिखाई। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा प्रयागराज के सरकारी स्कूल से की और फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पूरा किया।
सात साल की तैयारी, असफलताओं से हिम्मत नहीं हारी
शक्ति दुबे ने बताया कि उन्होंने UPSC की तैयारी वर्ष 2017 से शुरू की थी। पहले प्रयास में प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं हो पाई। दूसरे और तीसरे प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंचीं लेकिन अंतिम सूची में स्थान नहीं मिला। परंतु उन्होंने हर असफलता को सीख में बदला और लगातार खुद को बेहतर बनाती रहीं।
उनकी रणनीति थी:
- NCERT की गहरी समझ,
- करंट अफेयर्स की मजबूत पकड़,
- उत्तर लेखन में निरंतर अभ्यास
- और मॉक टेस्ट की नियमितता।
वे हर असफलता के बाद और मजबूती से उभरती गईं।
बनारस से किताबें, दिल्ली से मार्गदर्शन
शक्ति ने अपनी तैयारी के लिए कभी कोचिंग संस्थान की महंगी फीस नहीं चुकाई। उन्होंने अधिकतर अध्ययन ऑनलाइन स्रोतों और ओपन लर्निंग प्लेटफॉर्म्स से किया। किताबें बनारस और प्रयागराज से खरीदीं, और दिल्ली के टॉपर्स के यूट्यूब चैनल व मटेरियल्स से गाइडेंस लिया।
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शक्ति दुबे का प्रेरणादायक संदेश
UPSC 2024 टॉपर बनने के बाद मीडिया से बात करते हुए शक्ति ने कहा:
“सपना देखिए, लेकिन मेहनत के बिना कोई सपना साकार नहीं होता। हर असफलता के बाद यदि आप एक बार और प्रयास करते हैं, तो सफलता आपके कदम चूमेगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण पर काम करना चाहती हैं और प्राथमिकता से ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव लाना चाहती हैं।
परिवार का सहयोग बना ताकत
उनकी सफलता में उनके परिवार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही। शक्ति के पिता ने कहा, “बेटी के संघर्ष को देखकर कई बार दिल टूटता था, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। आज हमारा सपना भी साकार हो गया है।”
बलिया में गर्मजोशी से स्वागत
शक्ति दुबे के UPSC में टॉप करने की खबर बलिया और प्रयागराज में फैल गई। स्थानीय प्रशासन, स्कूल के शिक्षक, और सामाजिक संगठनों ने उन्हें सम्मानित किया।
एक उदाहरण, एक प्रेरणा
आज शक्ति दुबे उन लाखों युवाओं की प्रेरणा बन गई हैं जो कठिन परिस्थितियों में भी बड़े सपने देखते हैं। उनके संघर्ष की कहानी यह बताती है कि सफलता केवल भाग्य नहीं, बल्कि दृढ़ इच्छाशक्ति, सही रणनीति और अनुशासन का परिणाम है।
मुख्य तथ्य संक्षेप में:
विषय | विवरण |
नाम | शक्ति दुबे |
स्थान | प्रयागराज, उत्तर प्रदेश |
परीक्षा | UPSC Civil Services Exam 2024 |
रैंक | AIR 1 (Topper) |
प्रयास | सातवां |
प्रेरणा | समाज सेवा, महिला सशक्तिकरण |
शिक्षा | इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक |
प्रारंभिक शिक्षा | सरकारी विद्यालय, प्रयागराज |
निष्कर्ष
शक्ति दुबे की सफलता हमें यह सिखाती है कि बड़ा सपना, साधनहीनता और लगातार प्रयास — तीनों एक साथ चल सकते हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि कठिन परिश्रम और समर्पण से हर युवा अपने लक्ष्य को पा सकता है, चाहे वह कितनी भी बार असफल क्यों न हो।