केंद्रीय बजट 2024 (Union Budget 2024 in Hindi) का काउंटडाउन चालू हो गया है। वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट (Union Budget 2024) जुलाई के अंत तक पेश हो सकता है। यह बजट मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा। लोगों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। क्या यह बजट लोगों की उम्मीदों पर खरा उतर पाएगा या सिर्फ मुंगेरी लाल के हसीन सपने बनकर रह जायेगा।
यह भी देखना दिलचस्प होगा कि इस वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन के थैले से टैक्सपेयर्स, ग्रहणी, किसान तथा युवाओं के लिए क्या-क्या मिलने वाला है। लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार के नतीजे आए हैं उससे ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मोदी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल के प्रारंभ में ही महंगाई, रोजगार तथा इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे अहम मुद्दों को गंभीरता से लेने के मूड में है।
Union Budget 2024 in Hindi | वित्त वर्ष 2024-25 से संबंधित मुख्य बिंदु
- जुलाई माह के आखिरी सप्ताह तक पेश हो सकता है वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट (Union Budget 2024 in Hindi)
- इस बजट का है सबको बड़ी बेसब्री से इंतजार
- मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह पहला बजट होगा
- लोगों को इस बजट से हैं काफी उम्मीदें
- सर्व आवश्यकताएं सिर्फ सत्य साधना से ही पूर्ण होती हैं
जानिए कब पेश होगा वित्त वर्ष 2024-25 (Union Budget 2024) का पूर्ण बजट?
18वीं लोकसभा के गठन के साथ ही लोगों के बीच बार-बार यह प्रश्न उठ रहा था कि वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट (Union Budget 2024 in Hindi) कब पेश होगा? बता दें कि बजट की तारीख का एलान जल्द ही किया जा सकता है। सूत्रों से पता लगा है कि जुलाई माह के आखिरी सप्ताह तक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन, मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट संसद के पटल पर पेश कर सकती हैं।
इस साल के दूसरे बजट से है लोगों को काफी उम्मीदें
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह बजट साल का दूसरा बजट होगा। 1 फरवरी, 2024 को एक अंतरिम बजट पेश किया गया था चूंकि अब सरकार का गठन हो गया है तब पूर्ण केंद्रीय बजट संसद के पटल पर वित्तमंत्री द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि यह बजट लोगों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है।
इस बजट से किसको क्या मिलने की है उम्मीद
18वीं लोकसभा के गठन के बाद से बजट 2024 को लेकर देशभर में कौतूहल की स्तिथि बनी हुई है। इस कौतूहल की स्तिथि का अंत जुलाई माह के आखिरी तक हो सकता है। मोदी सरकार के 3.0 कार्यकाल का पहला बजट होने के नाते अटकलों का बाजार भी खूब गर्म है। लोकसभा चुनाव के नतीजे जिस प्रकार से आए हैं और एनडीए सरकार बनी उससे ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि मतदाताओं को साधने के लिए मोदी सरकार इनकम टैक्स में राहत दे सकती है। साथ ही वह रोजगार, महंगाई जैसे गंभीर मुद्दों को भी नजरंदाज करने के मूड में बिल्कुल नही है।
Standard deduction बढ़ने के दिख रहे हैं आसार, जिससे टैक्सपेयर्स को मिलेगी राहत
Union Budget 2024 in Hindi: मौजूदा समय में पीएम कार्यालय तथा विभिन्न सरकारी विभागों की बीच स्टैंडर्ड डिडक्शन को लेकर बातचीत का दौर जारी है। सुनने में आ रहा है कि सरकार स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट को दुगुना कर सकती है। अभी स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट 50000 है जिसे सरकार 1 लाख करने पर विचार कर रही है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार इसलिए भी स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाने का सोच रही है क्योंकि इससे मौजूदा खर्चों तथा महंगाई दरों के बीच तालमेल बैठाना आसान होगा क्योंकि स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ने से खर्च करने योग्य आमदनी बढ़ेगी। आमदनी बढ़ने से लोगों का खर्च भी बढ़ेगा, जिससे खपत बढ़ेगी और खपत बढ़ने से आर्थिक गतिविधियां रफ्तार पकड़ेंगी।
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अब आइए जानते हैं स्टैंडर्ड डिडक्शन क्या होता है!
Union Budget 2024 in Hindi: स्टैंडर्ड डिडक्शन एक तय राशि होती है जिसे टैक्सपेयर्स की टैक्सेबल इनकम से घटा दिया जाता है। इससे टैक्सेबल इनकम कम हो जाती है जिससे टैक्स लाइबिलिटी भी घट जाती है। स्टैंडर्ड डिडक्शन देने के लिए टैक्सपेयर्स को किसी प्रकार का प्रूफ नही देना होता है। बता दें कि स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा सिर्फ पेंशनर्स तथा सैलरी वालों को ही होगा।
जनता को सारी सुविधाएं कैसे प्राप्त हो
सरकारी बजट हमें कुछ समय के लिए सीमित सुविधा उपलब्ध करा सकता है। लेकिन हमारे जीवन में आने वाली समस्याओं का पूर्ण समाधान नहीं कर सकता।
मनुष्य की मूल आवश्यकता रोटी, कपड़ा और मकान के साथ-साथ अच्छा रोजगार, अच्छी शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य अतिआवश्यक हो चुका है। सरकारें जनता की इन जरूरतों को पूरा करने की यथा शक्ति प्रयत्न करती हैं। देश के प्रति व्यक्ति को सभी सुविधाएं मुहैया करा पाना सरकार के लिए असंभव है। क्योंकि एक आवश्यकता पूरी होने पर अन्य जरूरत तैयार हो जाती हैं।
आखिर हमारी सभी आवश्यकता कैसे पूरी हो? हमारे न चाहते हुए हम बीमार हो जाते हैं, न चाहते हुए चोर चोरी कर धन ले जाता है। रात-दिन काम, क्रोध, लोभ, मोह रूपी अग्नि में जल रहे हैं। भौतिकवाद की दौड़ हमारे लिए अनेक समस्याएं पैदा कर चुकी है। इस दौड़ में मनुष्य का नैतिक स्तर गिरता जा रहा है। नैतिकता को निरंतर बनाए रखने की कुंजी आध्यात्मिकता है। अब हमें अध्यात्म की ओर लौटना होगा।
जानिए आध्यात्मिकता हमारी आवश्यकताएं कैसे पूरी कर सकती है
पवित्र गीता जी अध्याय 16 के श्लोक 23 में प्रमाण है कि जो साधक शास्त्र विरुद्ध साधना करता है वह लोक और परलोक की सुख सुविधाएं प्राप्त नहीं कर सकता। श्लोक 24 में शास्त्र अनुकूल साधना को हितकर बताया गया है। वर्तमान में पूरे विश्व में सभी धर्म शास्त्रों के पूर्ण जानकार एक मात्र पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
जिनके द्वारा बताए भक्ति मार्ग से शारीरिक, आर्थिक, आध्यात्मिक लाभ के साथ साथ हमारे जीवन में घटने वाली बुरी घटनाओं से बचा जा सकता है। सतभक्ति करने वाले साधक के साथ पूर्ण परमात्मा हमेशा साथ रहते हैं पूरे परिवार की रक्षा करते हैं। इस विषय में सम्पूर्ण जानकारी के लिए तुरंत डाउनलोड करें Sant Rampal Ji Maharaj App।
FAQ About Union Budget 2024 in Hindi
Q.1 वित्त वर्ष 2024-25 का पूर्ण बजट (Union Budget 2024) कब पेश होगा?
Ans. वित्त वर्ष 2024-25 के पूर्ण बजट (Union Budget 2024) के पेश होने की तारीख को लेकर संशय है लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा कि बजट जुलाई के आखिरी सप्ताह तक पेश हो सकता है।
Q.2 भारतीय बजट का जनक किसे कहा जाता है?
Ans. पहला भारतीय बजट जेम्स बिलसन द्वारा पेश किया गया था जिसके आधार पर उन्हें भारतीय बजट का जनक कहा जाता है।
Q.3 आजाद भारत का सबसे पहला बजट किसने प्रस्तुत किया था?
Ans. आजाद भारत का पहला बजट वित्त मंत्री आर. के. षणमुगम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 को पेश किया था।
Q.4 भारत में बजट पेश करने वाली पहली महिला कौन थी?
Ans. इंदिरा गांधी।
Q.5 बजट शब्द का उल्लेख संविधान के किस अनुच्छेद में मिलता है?
Ans. संविधान के अनुच्छेद 112 में।