विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने एक महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है, जिसके तहत छात्र अब अपनी तीन और चार वर्षीय डिग्री कोर्स की अवधि समय से पहले पूरी कर सकेंगे। 3 साल का डिग्री कोर्स अब 2 या 2.5 साल में पूरा किया जा सकेगा, और 4 साल का कोर्स भी 3 साल में पूरा किया जा सकेगा।
UGC ने कोर्स के दौरान कई एंट्री और एग्जिट के प्रावधान किए हैं। इसके साथ ही, छात्र अपने 3 वर्षीय डिग्री कोर्स को 1 साल आगे भी बढ़ा सकेंगे।
कब से लागू होगा नया नियम?
UGC के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा कि यह सुविधा उन छात्रों के लिए उपलब्ध होगी जो दूसरों की तुलना में अपनी डिग्री जल्दी पूरी कर सकते हैं। यह बदलाव अगले शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होगा। इस बदलाव के बाद, छात्र 6 महीने से 1 साल तक के समय का फायदा ले सकेंगे। साथ ही, उन छात्रों के लिए भी यह फायदेमंद होगा जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए अधिक समय लेना चाहते हैं।
क्या होंगे नए नियम के फायदे?
इस निर्णय के बाद छात्र अपनी डिग्री कोर्स की अवधि अपनी सक्षमता के आधार पर तय कर सकेंगे। इससे उन्हें अपने समय का सही इस्तेमाल करने का अवसर मिलेगा, और वे अन्य नए कौशल भी सीख सकते हैं। इसके अलावा, छात्रों को अपनी पढ़ाई के बीच में ब्रेक लेने की सुविधा भी मिल सकती है।
शिक्षा का मूल उद्देश्य क्या है?
शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी प्राप्त करना नहीं है। शिक्षा व्यक्ति में चेतना उत्पन्न करती है और उसकी सोचने-समझने की क्षमता में विकास करती है। शिक्षा से ही व्यक्ति अपने जीवन के उद्देश्य को पहचान सकता है। शिक्षा हमें हमारे धार्मिक ग्रंथों को समझने और हमें सही मार्गदर्शन करने में मदद करती है। तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने सत्संगों में यह बताया है कि शिक्षा का असली उद्देश्य तत्व ज्ञान को समझना है, ताकि हम जीवन का सही मार्ग चुन सकें।
UGC academics FAQs
1. UGC stands for?
Ans. University Grants Commission (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग)
2. UGC के अध्यक्ष कौन हैं?
Ans. श्री एम जगदीश कुमार
3. UGC का नया नियम कब से लागू होगा?
Ans. 2025-26 से
4. शिक्षा का मूल उद्देश्य क्या है?
Ans. शिक्षा का मूल उद्देश्य तत्व ज्ञान को समझना है।
5. इस पृथ्वी पर तत्वदर्शी संत कौन हैं?
Ans. जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज।