तुर्की विरोध प्रदर्शन: एकरेम इमामोग्लू तुर्की का एक जाना माना चेहरा है तथा राष्ट्रपति एर्दोगन को चुनौती देने के लिए सक्षम राजनेता के रूप में जाने जाते हैं। इमामोग्लू रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (CHP) के सदस्य हैं। लेकिन तुर्की में उस समय खलबली मच गई जब उन्हें भ्रष्टाचार और आतंकवाद के आरोपों में गिरफ्तार किया गया। इससे तुर्की में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं।
तुर्की की सरकार ने विपक्ष के खिलाफ राजनीतिक रूप से कानूनी कार्यवाही के दावों को खारिज कर के इस बात पर ज़ोर दिया है कि अदालतें स्वतन्त्रता के साथ काम करें। राष्ट्रपति एर्दोगन ने विपक्ष के खिलाफ आरोप लगाया कि वे पैसे के लालच में अंधे हो चुके लुटेरों को दोषमुक्त कर रहे हैं।
Turkey Protests: तुर्की के 55 से अधिक प्रांतों में विरोध प्रदर्शन, 12 साल बाद भरी प्रदर्शन
एकरेम इमामोग्लू से लोग इतने प्रभावित हैं कि तुर्की की राजधानी एंकारा समेत 55 से अधिक प्रांतों में एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। स्थिति और भी भयानक होती जा रही है। 2013 में शांतिपूर्ण प्रदर्शन जोकि एक पार्क को गिराए जाने पर हुआ था, के बाद इतने बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन तुर्की में देखा जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प
Turkey Protests: बताया जा रहा है कि इस समय तुर्की के हालात इतने खराब हैं कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भी कई बार झड़प हो चुकी है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आंसू गैस के गोले, मिर्ची गैस के गोले और रबर बुलेट फेंक रही है। इतना ही नहीं सैकड़ों के हिसाब से प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है और उन पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
Turkey News: क्यों हैं इमामोग्लू राडार पर
Trueky Protest: हिरासत में लिए जाने से पूर्व इमामोग्लू पर अनेकों आपराधिक मामले चल रहे थे। इसके चलते उन पर राजनीतिक प्रतिबंध और जेल हो सकती थी। इस सप्ताह के आरम्भ में उत्तरी साइप्रस में एक निजी विश्वविद्यालय द्वारा उनके 30 साल पहले के स्थानांतरण में अनियमितता का हवाला देते हुए उनके विश्वविद्यालय डिप्लोमा को रद्द कर दिया गया था। इस निर्णय के बाद वे राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव नहीं लड़ सकते थे क्योंकि इसके चुनाव के लिए उम्मीदवार का स्नातक होना अनिवार्य है। मार्च 2019 में इमामोग्लू को इस्तांबुल का मेयर चुना गया था।
Turkey Protests: एकरेम इमामोग्लू की लोकप्रियता एर्दोगन के लिए चुनौती
Ekrem İmamoğlu: कहा जा रहा है रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी के नेता एर्दोगन के लिए सिरदर्द बनी हुई है। जबकि एर्दोगन 2003 से तुर्की की सत्ता में हैं। वह 2014 में तुर्की के राष्ट्रपति के रूप में चुने गए थे और अब तक अपने पद पर कार्यात हैं। लेकिन अब 2028 में होने वाले चुनावों के लिए तुर्की का संविधान उन्हें चुनाव लड़नें की अनुमति नहीं दे रहा।
इसी बीच एकरेम इमामोग्लू की लोकप्रियता उनके लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। वॉशिंगटन इंस्टीट्यूट फॉर नियर ईस्ट पॉलिसी में तुर्की रिसर्च प्रोग्राम के निदेशक और एर्दोगन की जीवनी लेखक सोनार कैगप्टे के अनुसार इमामोग्लू की गिरफ्तारी के साथ एर्दोगन ने अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ कदम उठाया है। इस समय इमामोग्लू के करियर को खत्म करने के लिए एर्दोगन कुछ भी कर सकते हैं। इमामोग्लू हर राष्ट्रपति चुनाव में एर्दोगन को हराते हैं।
23 मार्च को होने वाली थी मीटिंग
Turkey Protests: सूत्रों को मानें तो 23 मार्च को पार्टी की मीटिंग होने वाली थी, इसमें एकरेम इमामोग्लू को एर्दोगन के खिलाफ राष्ट्रपति के पद पर उम्मीदवार घोषित किया जाना था। लेकिन इससे पहले ही उनको भ्रष्टाचार और आतंकवाद के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। इसी के साथ वह राष्ट्रपति के प्रभावी उम्मीदवार की रेस से बाहर हो गए हैं और इस घटना को राजनीति में बहुत शर्मनाक बताया जा रहा है।
कहा जा रहा है एकरेम इमामोग्लू की डिप्लोमा डिग्री को भी रद्द कर दिया गया है, जबकि तुर्की में चुनाव लड़नें के लिए डिग्री का होना जरूरी माना जाता है। इमामोग्लू के खिलाफ किए गए ऐसे कामों की लोगों ने जमकर निंदा की है। तुर्की की राजधानी अंकारा से बोलते हुए एर्दोगन ने कहा कि विपक्षी दलों ने आरोपों का जवाब देने की बजाय देश के राजनैतिक इतिहास में सबसे घृणित और गैरकानूनी बयान दिए हैं।
Ekrem İmamoğlu: तुर्की में एकरेम इमामोग्लू के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग
Turkey Protests: कहा जा रहा है कि एकरेम इमामोग्लू की तुर्की के लोगों में इतनी लोकप्रियता है कि तुर्की में इमामोग्लू के समर्थन में किया जा रहा है। यह प्रदर्शन सबसे बड़ा प्रदर्शन माना जा रहा है, जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल हैं। तुर्की में हालात हाथ से बाहर होते जा रहे हैं और लोग एकरेम इमामोग्लू की रिहाई की मांग कर रहे हैं।
शुक्रवार को भी तुर्की के तीन सबसे बड़े शहरों इस्तांबुल, अंकारा, इज़मिर तथा अन्य जगह प्रदर्शनी पर सरकारी प्रतिबंध का उल्लंघन हुआ। शनिवार कम से कम 300,000 लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। विपक्ष के दावों के अनुसार यह संख्या 10 लाख के करीब थी।
मेयर की गिरफ्तारी से तुर्की का लोकतंत्र कमज़ोर!
Turkey Protests: तुर्की विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और नाटो में अमेरिका का सहयोगी है। एर्दोगन सन 2003 से तुर्की की राजनीति में दखल रखते हैं और 2003 से अब तक उन्होंने तुर्की का आर्थिक नेतृत्व और विकास किया है। अब आलोचकों की मानें तो एर्दोगन ने तुर्की के लोकतंत्र को खत्म करके राज्य में नौकरशाही को बढ़ावा दिया।
मीडिया को इसमें शामिल किया ताकि नकारात्मक कवरेज न हो तथा अपने दुश्मनों को दंडित करने के लिए न्यायाधीशों तथा राज्य अभियोजकों को तैयार किया है। हालांकि आलोचक तुर्की को पूरी तरह निरंकुश नहीं मानते हैं पर सवाल ये है कि क्या तुर्की में लोकतंत्र और निरंकुशता का मिश्रण बना रहेगा या निरंकुशता की ओर बढ़ेगा।