यूक्रेन के खिलाफ रूस में रिकॉर्ड संख्या में ड्रोन हमले किए। इस हमले में पूरे देश में 12 लोगों की भी मौत हो गई। रविवार 25 मई को अधिकारियों ने कहा,”हाल ही में रूस और यूक्रेन ने अपने कैदियों के आदान-प्रदान को पूरा किया”।
रूस ने किया आतंकी हमला
यूक्रेन की आपातकालीन सेवाओं ने इस हमले को आतंक का नाम देकर कहा कि,”यह रात आतंक की रात है।” इस हमले में मरने वालों में 8 और 12 वर्ष के 2 बच्चे तथा 17 वर्षीय एक किशोर भी शामिल है। कुल मिलाकर 12 लोगों की मृत्यु हुई है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेस्की ने सोशल मीडिया पर कहा,”मजबूत दबाव के बिना रुस की इस क्रूरता को रोका नहीं जा सकता।” आगे उन्होंने कहा कि अमेरिका की चुप्पी दुनिया के अन्य देशों को चुप रहने की प्रेरणा दे रही है। उनके अनुसार प्रतिबंध लगाने से निश्चित रूप से फायदा होगा।
प्रतिबंध के लिए जर्मन विदेश मंत्री जॉन वेटफुल ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि पुतिन शायद शांति नहीं चाहते हैं। युद्ध जारी रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। यही कारण होगा कि अब यूरोपीय स्तर पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
ड्रोन द्वारा किया गया हमला
यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक रूस द्वारा नया हमला शुक्रवार से शनिवार तक रात भर में 14 बैलिस्टिक मिसाइल और 350 ड्रोनों को लांच किया जिसमें 15 लोग घायल हो गए। यूक्रेन की सेना ने यह दावा किया कि उसने रात भर में कुल 45 रूसी मिसाइल और 266 ड्रोनों को नष्ट किया। वायु सेना के प्रवक्ता यूरी इग्नाट ने बताया कि,”कुल 350 से ज्यादा ड्रोन को रूस ने लांच किया और यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है
हुई थी दोनों देशों के मध्य कैदियों की अदला-बदली
16 मई को इस्ताबुल मैं दोनों पक्षों के बीच हुई वार्ता के दौरान यह सहमति हुई थी कि, “दोनों ही एक दूसरे के बांधकों को रिहा करेंगे”। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस और यूक्रेन ने तीन दिनों में 1000 लोगों के बदले 1000 लोगों की अदला बदली की है। रविवार को 303 लोगों की अदला बदली करने के उपरांत रूस ने यह कहा कि यह कैदियों की अदला-बदली का अंतिम चरण है, जिसमें पहले चरण में शुक्रवार को 390 लोगों को तथा शनिवार को दूसरे चरण में 307 लोगों को आजाद किया गया था।
जेलेंस्की ने तीसरे चरण की अदला-बदली के बाद पुष्टि की है की,”अदला-बदली पूरी हो गई है”।
रिहा हुए सैनिकों में से एक 58 वर्षीय विक्टर सिवाक ने मीडिया को बताया कि घर वापसी की खुशी को शब्दों में बयान करना कठिन है। उन्हें 37 महीने और 12 दिन तक बंधक बना कर रखा गया था।।
युद्ध विराम पर अमेरिका ने की सराहना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को दलपति के लिए दोनों देशों को बधाई दी उन्होंने अपने ट्रुथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में लिखा कि इस समझौते से पूरी दुनिया को अच्छा संदेश मिलेगा।
हालांकि अमेरिका इन दोनों देशों में शांति स्थापित करने में पूर्ण रूप से असफल रहा है दोनों देशों में शांति स्थापित करने के लिए ट्रंप ने रूस को चेतावनी भी दे डाली कि अगर रूस ने पूरे यूक्रेन पर कब्जा करने की कोशिश की तो उन्हें अपने देश का नाश देखना होगा।
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में रूस की निंदा करते हुए कहा कि रूस के व्लादिमीर पुतिन के साथ मेरे हमेशा से बहुत ही अच्छे संबंध रहे हैं परंतु अब ऐसा लग रहा है कि वह बिल्कुल पागल हो गया है। वह शहरों में राकेट भेज रहा है, लोगों को मार रहा है, यह सब मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है।
पृथ्वी के क्रूरतम नियमों में से एक
इस लोक का यही नियम है कि हर ताकतवर अपने से कमज़ोर पर कब्जा करता है। उसे सताता है और यह सिलसिला शीर्ष तक जारी रहता है। चाहे यह बात देशों की हो, इंसानों की हो, सत्ता में बैठे किसी महकमे की हो अथवा जानवरों की ही क्यों न हो। यहाँ कोई भी व्यक्ति कभी भी भय से मुक्त नहीं हो सकता। एक विपत्ति से निपटने के बाद उसे सांस लेने का भी मौका नहीं मिलता कि नया भय समझ खड़ा हो जाता है।
ऐसे समय व्यक्ति अध्यात्म की ओर खिंचता है। अध्यात्म व्यक्ति को भयमुक्त करता है, शांति देता है और इस लोक से पीछा छुटवाकर अमर लोक में स्थापित करता है। लेकिन अध्यात्म सचमुच अध्यात्म हो ये आवश्यक है। दिखावे के चोले में अध्यात्म का होना पाखंड बन जाता है। पाखंड से अशांति नहीं अपितु नुकसान ही होता है।
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