दक्षिण कोरिया की मीडिया के अनुसार पहले तो यह सुनने को आ रहा था कि किम जॉन ने अपने अधिकारियों को कठोर सजा का ऐलान किया है परंतु अब मीडिया में फांसी की सजा की खबर सामने आ रही है। हालांकि जिन 30 अधिकारियों को की फांसी की गई है। उनके नाम का खुलासा नहीं हुआ है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जॉन तानाशाही के नाम से भी जाने जाते हैं। उनकी तानाशाही का एक और प्रमाण सामने आया है। दक्षिण कोरिया में आई भारी बाढ़ और भूस्खलनों को रोकने में असमर्थ रहने वाले 20 से 30 अधिकारियों को आरोपी घोषित किया है। पहले तो कठोर सजा की खबर थी पर अब उनको फांसी की सजा का ऐलान किया है। इस बाढ़ में करीब 4000 नागरिकों की मौत हो गई थी और करीब 15000 नागरिकों का पलायन करना पड़ा ।
दक्षिण कोरिया मीडिया के अनुसार किम जॉन ने अपने अधिकारियों पर जो आरोप लगाया है वह भ्रष्टाचार और अपने कर्तव्य में लापरवाही का है। इन आरोपों के तहत मृत्युदंड देने का आदेश दिया था ।।
हालांकि उत्तर कोरिया के तानाशाह ने बाढ़ से मरने वालों की ज्यादा संख्या को खारिज किया है। तथा दक्षिण कोरिया पर ये आरोप लगाया है कि वह उत्तर कोरिया की अंतर्राष्ट्रीय छवि को खराब कर रहा है। किम जोंग अपनी सनक और बर्बरता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने चाचा किम जोंग थाएक को 120 भूखे शिकारी कुत्तों के पिंजरे में डाल दिया था। उनकी मौत पर सवाल उठाने वाली उनकी पत्नी को भी मौत के घाट उतार दिया था। अपने सौतेले भाई की हत्या उसने मलेशिया में करवाई थी।