SA NewsSA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
SA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Politics
  • Educational
  • Tech
  • History
  • Events
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Follow US
© 2024 SA News. All Rights Reserved.

Home » Manish Sisodia Bail: 17 महीने बाद मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत, AAP खेमे में खुशी की लहर

Politics

Manish Sisodia Bail: 17 महीने बाद मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत, AAP खेमे में खुशी की लहर

SA News
Last updated: August 9, 2024 1:13 pm
SA News
Share
Manish Sisodia Bail 17 महीने बाद मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत, AAP खेमे में खुशी की लहर
SHARE

Manish Sisodia Bail: दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट ने 17 महीने की हिरासत के बाद जमानत दे दी है। यह फैसला शुक्रवार, 9 अगस्त 2024 को आया, जो दिल्ली आबकारी नीति मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है।

Contents
Manish Sisodia Bail: मामले की पृष्ठभूमिनई आबकारी नीति का उद्देश्यManish Sisodia Bail: कानूनी प्रक्रियाManish Sisodia Bail पर सुप्रीम कोर्ट की प्रमुख टिप्पणियांManish Sisodia Bail: जमानत की शर्तेंफैसले के निहितार्थManish Sisodia Bail पर मीडिया कवरेजअतिरिक्त विवरणManish Sisodia Bail: न्यायपालिका की निष्पक्षता का उदाहरणन्याय से आध्यात्म तक: जीवन के सच्चे उद्देश्य की खोज

Manish Sisodia Bail: मामले की पृष्ठभूमि

26 फरवरी, 2023 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मनीष सिसोदिया को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं के आरोप में गिरफ्तार किया। इसके बाद, 9 मार्च, 2023 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें इसी सीबीआई एफआईआर से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया। सिसोदिया ने 28 फरवरी, 2023 को उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

नई आबकारी नीति का उद्देश्य

Manish Sisodia Bail: दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 को सरकारी राजस्व बढ़ाने और अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए पेश किया गया था। हालांकि, यह जल्द ही शराब लाइसेंस के आवंटन में कथित भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोपों के कारण विवादों में घिर गई।

Manish Sisodia Bail: कानूनी प्रक्रिया

सिसोदिया की जमानत याचिकाओं को निचली अदालतों द्वारा कई बार खारिज किया गया। अंततः, सुप्रीम कोर्ट ने मामले में हस्तक्षेप किया। जस्टिस बी.आर. गवई और के.वी. विश्वनाथन की खंडपीठ ने सिसोदिया की लंबी हिरासत पर गंभीर चिंता व्यक्त की।

Manish Sisodia Bail पर सुप्रीम कोर्ट की प्रमुख टिप्पणियां

1. “जमानत नियम है और जेल अपवाद है।”

2. बिना मुकदमा शुरू हुए 17 महीने की हिरासत मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।

3. 493 गवाहों की सूची पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर आधे भी हटा दिए जाएं तो भी यह एक विस्तृत प्रक्रिया होगी।

4. आरोप संदेह पर आधारित हैं और कथित लाभ मार्जिन में वृद्धि जरूरी नहीं कि अपराध हो।

Manish Sisodia Bail: जमानत की शर्तें

1. 10 लाख रुपये का व्यक्तिगत मुचलका और इसी राशि की दो जमानतें।

2. पासपोर्ट जमा करना अनिवार्य।

3. प्रत्येक सोमवार को पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करना।

4. गवाहों को प्रभावित न करना।

5. दिल्ली सचिवालय में प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं।

फैसले के निहितार्थ

Manish Sisodia Bail: राजनीतिक प्रभाव: आम आदमी पार्टी को बड़ी राहत मिली है। सिसोदिया की वापसी से पार्टी का मनोबल बढ़ने की उम्मीद है। वे दिल्ली की राजनीति में फिर से सक्रिय हो सकते हैं।

कानूनी प्रभाव: यह फैसला भविष्य के मामलों के लिए एक महत्वपूर्ण उदाहरण बन सकता है, जो जमानत के सिद्धांत और त्वरित सुनवाई के महत्व पर जोर देता है।

■ Also Read: दिल्ली के आशा किरण शेल्टर होम में, एक महीने में हुई 14 मौतें

जन धारणा: इस फैसले से न्यायिक प्रक्रिया और दिल्ली की राजनीति के बारे में जनता की राय प्रभावित हो सकती है।

Manish Sisodia Bail पर मीडिया कवरेज

  • “लाइव लॉ” ने रिपोर्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट ने लंबी हिरासत को मौलिक अधिकारों का उल्लंघन माना।
  • “इकोनॉमिक टाइम्स” ने जमानत की शर्तों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की।
  • “द हिंदू” ने फैसले के राजनीतिक और कानूनी निहितार्थों पर चर्चा की।

अतिरिक्त विवरण

Manish Sisodia Bail: सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की कि 17 महीने बाद भी मुकदमा शुरू नहीं होना चिंता का विषय है। कोर्ट ने कहा कि यह स्थिति सिसोदिया के त्वरित सुनवाई के अधिकार का उल्लंघन है।

कोर्ट ने आबकारी नीति में कथित लाभ मार्जिन वृद्धि पर भी टिप्पणी की, यह कहते हुए कि यह अपने आप में अपराध नहीं है।

सिसोदिया को दिल्ली सचिवालय में प्रवेश की अनुमति देना एक महत्वपूर्ण निर्णय माना जा रहा है, क्योंकि यह उन्हें राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति देता है।

Manish Sisodia Bail: न्यायपालिका की निष्पक्षता का उदाहरण

  1. मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत दिल्ली आबकारी नीति मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। अदालत ने लंबी हिरासत और त्वरित सुनवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। यह फैसला आरोपी के अधिकारों की रक्षा का एक उदाहरण है।
  2. सिसोदिया के राजनीति में लौटने के साथ, यह मामला कानूनी और राजनीतिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बना रहेगा। आने वाले दिनों में इस मामले पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।
  3. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मुकदमा अभी जारी है और अंतिम निर्णय आना बाकी है। सिसोदिया की जमानत का मतलब यह नहीं है कि उन पर लगे आरोप खारिज हो गए हैं।
  4. इस फैसले से भारतीय न्याय प्रणाली की निष्पक्षता और स्वतंत्रता भी उजागर होती है। यह दर्शाता है कि कानून की नजर में सभी बराबर हैं, चाहे वे कितने ही प्रभावशाली क्यों न हों।
  5. अंत में, यह मामला भारतीय लोकतंत्र, कानून के शासन और न्यायपालिका की स्वतंत्रता के महत्व को रेखांकित करता है। यह आने वाले समय में राजनीतिक और कानूनी क्षेत्रों में गहन चर्चा का विषय बना रहेगा।

न्याय से आध्यात्म तक: जीवन के सच्चे उद्देश्य की खोज

मनीष सिसोदिया की जमानत का मामला हमें याद दिलाता है कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। लेकिन क्या हम अपने जीवन के सच्चे उद्देश्य को समझ पा रहे हैं? क्या भौतिक सफलता ही सब कुछ है? आज के समय में हमें आध्यात्मिक ज्ञान की और अधिक आवश्यकता है। संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित “ज्ञान गंगा” और “वे ऑफ लिविंग” जैसी पुस्तकें जीवन के गहन रहस्यों को समझने में मदद कर सकती हैं। ये पुस्तकें सच्ची भक्ति के मार्ग और नैतिक जीवन जीने की कला सिखाती हैं। आइए, हम अपने जीवन को एक नया अर्थ दें और आध्यात्मिक उन्नति की ओर कदम बढ़ाएं।

Share This Article
Email Copy Link Print
What do you think?
Love8
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article दिल्ली के आशा किरण शेल्टर होम में, एक महीने में हुई 14 मौतें दिल्ली के आशा किरण शेल्टर होम में, एक महीने में हुई 14 मौतें
Next Article Bareilly Serial Killer Nine Women Killed in 14 Months Bareilly Serial Killer: Nine Women Killed in 14 Months
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Sant-Rampal-Ji-App-ads

Popular Posts

Isaac Newton Biography In Hindi: विज्ञान के क्रांतिकारी वैज्ञानिक आइज़क न्यूटन की कहानी

आइज़क न्यूटन का नाम विज्ञान की दुनिया में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाता है। उनके योगदान…

By SA News

Lok Sabha Clears Waqf Amendment Bill 2025 – What You Need To Understand 

Waqf Amendment Bill 2025: The Waqf amendment bill was presented again in the Lok Sabha…

By SA News

Unlock Success: Proven Networking Tips for Entrepreneurs and Professionals

Business Networking Tips: Networking can be the key to professional success, whether you're an aspiring…

By SA News

You Might Also Like

Assembly Election Results 2024 in hindi
Politics

Assembly Election Results 2024: वोटों की गिनती में आए पहले रुझान, महाराष्ट और झारखंड में दिलचस्प मुकाबला

By SA News
Landmark Supreme Court verdict Bar Council enrolment fee reduced
Politics

Landmark Supreme Court verdict: Bar Council enrolment fee reduced

By SA News
Donald Trump Secures Victory in 2024 U.S. Presidential Election
WorldPolitics

Donald Trump Secures Victory in 2024 U.S. Presidential Election

By SA News
The Life of Donald Trump Biography of 45th & 47th American President
PersonPoliticsWorld

The Life of Donald Trump: Biography of 45th & 47th American President

By SA News
SA NEWS LOGO SA NEWS LOGO
600kLike
300kFollow
11.2kPin
151kFollow
523kSubscribe
2.1kFollow

About US


Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.

Top Categories
  • Politics
  • Health
  • Tech
  • Business
  • World
Useful Links
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Copyright Notice
  • Contact Us
  • Official Website (Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj)

© SA News 2024 | All rights reserved.