SA NewsSA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
SA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Politics
  • Educational
  • Tech
  • History
  • Events
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Follow US
© 2024 SA News. All Rights Reserved.

Home » किसानों के मसीहा’ संत रामपाल जी महाराज की ईश्वरीय पहल

Hindi NewsSocial Welfare Work

किसानों के मसीहा’ संत रामपाल जी महाराज की ईश्वरीय पहल

SA News
Last updated: November 14, 2025 12:19 pm
SA News
Share
किसानों के मसीहा' संत रामपाल जी महाराज की ईश्वरीय पहल
SHARE

भारत का किसान, जो देश की ‘रीढ़ की हड्डी’ कहलाता है, जब-जब प्रकृति के कहर का शिकार होता है, तब-तब उसका जीवन संकट में आ जाता है। हाल ही में आई भयंकर बाढ़ ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश के हजारों गांवों को जलमग्न कर दिया। किसानों की लाखों रुपए की खड़ी फसलें नष्ट हो गईं, और खेतों से पानी निकालना एक बड़ी चुनौती बन गया। प्रशासन और सरकार के सीमित प्रयासों के बीच, किसानों की उम्मीदें टूटने लगी थीं।

Contents
  • ईश्वरीय पहल की प्रमुख बिन्दु: 
  • चमत्कार से कम नहीं था रहमत का काफिला
  • किसानों की भावुक प्रतिक्रियाएं: ‘यह भगवान का आशीर्वाद है’
  • सेवा का विस्तार: सैकड़ों गाँवों तक पहुंची मदद
  • जीवात्मा की सेवा ही परम धर्म: संकट में किसानों का सहारा बने संत रामपाल जी महाराज
  • ‘किसानों के मसीहा’ संत रामपाल जी महाराज से संबंधित FAQs 

ठीक इसी समय, लाखों लोगों के पूज्य संत रामपाल जी महाराज, ‘किसानों के मसीहा’ बनकर सामने आए। उनकी ओर से शुरू की गई ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ ने इन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लाखों रुपए की राहत सामग्री, जिसमें हाई-पावर मोटर पंप सेट, हज़ारों फीट के नए पाइप और स्टार्टर शामिल थे, तुरंत उपलब्ध कराई। यह सहायता किसानों के लिए एक ‘जीवनदान’ साबित हुई, जिसने उन्हें दोबारा अगली फसल बोने की हिम्मत दी।

ईश्वरीय पहल की प्रमुख बिन्दु: 

  • हजारों गाँवों में राहत: हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश के हजारों बाढ़ प्रभावित गाँवों तक मदद पहुँची।
  • लाखों की निःशुल्क सामग्री: खेतों से पानी निकालने के लिए मोटर, नए पाइप, स्टार्टर और अन्य तकनीकी उपकरण बिना किसी शुल्क के उपलब्ध कराए गए।
  • चमत्कार जैसा अनुभव: सहायता की गति और निःस्वार्थता से अभिभूत किसानों ने संत जी को ‘मसीहा’ बताया।
  • ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ के तहत सेवा: यह राहत कार्य संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई मानवता की मुहिम का हिस्सा है।
  • दीन-दुखी की सेवा: यह सेवा परमेश्वर कबीर के ज्ञान के आधार पर निःस्वार्थ भाव से की जा रही है।

चमत्कार से कम नहीं था रहमत का काफिला

संत रामपाल जी महाराज के आदेश के बाद, जो हुआ वह किसी ‘चमत्कार’ से कम नहीं था। महज कुछ ही घंटों के भीतर, लाखों रुपए के उपकरण, जिनमें उच्च क्षमता की डी-वाटरिंग मोटरें, हज़ारों फीट के उच्च-गुणवत्ता वाले नए पाइप (पुरानी, फटी पाइपों के बदले), स्टार्टर और अन्य तकनीकी सहायक उपकरण शामिल थे, ट्रकों और काफिलों में भरकर गाँवों की ओर रवाना हो गए।

2 महीनों से बाढ़ से जूझ रहे रामायण गाँव में फसलें नष्ट हो चुकी थीं और पीने का पानी जहर बन गया था। निराशा के इस दौर में, बाढ़ पीड़ित ग्राम वासियों ने संत रामपालजी महाराज से गुहार लगाई, और उन्होंने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए 3x 15 HP मोटरें और 11,000 फीट पाइपलाइन भेजी। ग्रामीणों… pic.twitter.com/0j66FObB5k

— SA News Channel (@SatlokChannel) November 13, 2025

यह सहायता केवल सामग्री तक ही सीमित नहीं थी; संत जी के अनुयायियों ने गाँव वालों के साथ मिलकर रात-दिन मेहनत की। उन्होंने मोटरें स्थापित कीं, पाइप बिछाए और यह सुनिश्चित किया कि खेतों से पानी जल्द से जल्द निकल जाए ताकि अगली फसल (जैसे गेहूं की बुवाई) समय पर हो सके। इस सहायता का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह था कि यह पूरी तरह से निःशुल्क थी। किसानों को न तो मोटर की कीमत चुकानी पड़ी, न पाइप की, और न ही इसके लिए किसी सरकारी दस्तावेज़ की जरूरत पड़ी। यह सहायता सीधे जरूरतमंदों तक, उनके गाँव की चौखट पर, सम्मानपूर्वक पहुँचाई गई।

किसानों की भावुक प्रतिक्रियाएं: ‘यह भगवान का आशीर्वाद है’

इस निःस्वार्थ सेवा ने किसानों के मन को गहराई से छुआ। कई किसानों ने भावुक होकर कहा, “हमने बड़े-बड़े नेताओं को देखा है, लेकिन ऐसी सेवा पहली बार देखी है।” एक किसान ने कहा, “हमारी एक फसल तो चली गई थी, लेकिन संत रामपाल जी महाराज ने हमें अगली फसल बोने की हिम्मत दी है। उनकी यह मदद केवल एक मशीन या पाइप नहीं, बल्कि साथ में उम्मीद की किरण है।”

स्थानीय ग्राम पंचायतों और खापों ने भी संत रामपाल जी महाराज के इस कार्य की खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने स्वीकार किया कि ऐसी आपात स्थिति में, इतनी बड़ी मात्रा में, त्वरित और निःस्वार्थ सहायता पहुँचाना किसी भी संस्था या व्यक्ति के लिए अत्यंत कठिन कार्य है। उन्होंने यह भी कहा कि संत रामपाल जी महाराज हमारे लिए भगवान से कम नहीं।

सेवा का विस्तार: सैकड़ों गाँवों तक पहुंची मदद

यह राहत कार्य केवल एक या दो राज्यों तक सीमित नहीं रहा। समाचार स्रोतों से प्राप्त जानकारी और सोशल मीडिया पर मौजूद गांवों के प्रार्थना पत्रों के अनुसार, संत रामपाल जी महाराज की यह सहायता हरियाणा और पंजाब के अलावा, राजस्थान, गुजरात, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के सैकड़ों गाँवों तक पहुँच चुकी है। इस व्यापक और संगठित सेवा अभियान ने स्पष्ट कर दिया है कि यह एक क्षणिक प्रयास नहीं, बल्कि एक सुविचारित मानवीय मिशन है, जिसका उद्देश्य मानव की सेवा करना है।

संत रामपाल जी महाराज ने वर्षों से समाज को परमेश्वर कबीर साहेब के ज्ञान के माध्यम से यह सिखाया है कि सबसे बड़ा धर्म दीन-दुखी की सेवा है। उनकी यह ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ (जिसका विस्तार भोजन, गरीब बच्चों की शिक्षा, मुफ्त चिकित्सा और बेघरों को घर देने की है) इसी ज्ञान का व्यावहारिक रूप है। जब उन्होंने अपने अनुयायियों को यह स्पष्ट निर्देश दिया कि आश्रम निर्माण या अन्य कार्यों से पहले किसानों की मदद करना आवश्यक है, तो उन्होंने यह साबित कर दिया कि उनके लिए मानव कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता है।

संत रामपाल जी महाराज की यह त्वरित और निःस्वार्थ सेवा न केवल बाढ़ पीड़ित किसानों के लिए एक बड़ी राहत है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा भी है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि सच्ची आध्यात्मिकता और भक्ति केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि संकट के समय मानवता की सेवा करने में निहित है। यही कारण है कि आज संत रामपाल जी महाराज जी को जनता “किसान रक्षक सम्मान” दे रही है। एक उदाहरण नीचे की विडिओ में देखा जा सकता है: 

जीवात्मा की सेवा ही परम धर्म: संकट में किसानों का सहारा बने संत रामपाल जी महाराज

संत रामपाल जी महाराज द्वारा किसानों को दी गई यह निःस्वार्थ सहायता केवल एक सामाजिक कार्य नहीं है, बल्कि यह सच्चे संत और परमेश्वर कबीर साहेब के ज्ञान का प्रत्यक्ष प्रमाण है। संत रामपाल जी महाराज ने अपने ज्ञान में सदैव यह बताया है कि मानव जीवन का मूल उद्देश्य मोक्ष प्राप्त करने के साथ साथ, जीवात्मा की सेवा करना भी है।

उन्होंने कहा है:

“जीव हमारी जाती है, मानव धर्म हमारा।

हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।”

संत रामपाल जी महाराज, जो परमेश्वर कबीर जी के अवतार हैं, इसी शिक्षा को चरितार्थ करते हैं। वे जानते हैं कि जब किसान दुखी होगा, तो पूरा समाज दुखी होगा, क्योंकि अन्नदाता ही सबकी भूख शांत करता है। उनकी यह पहल दर्शाती है कि सच्ची भक्ति वही है जो विपदा में मानव के काम आए। यह सेवा उन लोगों के लिए एक सबक है जो केवल कर्मकांडों में उलझे रहते हैं, जबकि सच्चे संत का ज्ञान मनुष्य को कर्मशील और परोपकारी बनाता है। यह सहायता न केवल किसानों की आर्थिक समस्या को हल करती है, बल्कि उन्हें यह विश्वास भी दिलाती है कि सच्चा परमात्मा और उसके संत सदैव उनके साथ हैं।

‘किसानों के मसीहा’ संत रामपाल जी महाराज से संबंधित FAQs 

1.’किसानों के मसीहा’ संत रामपाल जी महाराज कौन हैं?

संत रामपाल जी महाराज एक तत्त्वदर्शी संत हैं जो परमेश्वर कबीर साहेब के शास्त्र-आधारित ज्ञान का प्रचार करते हैं। उनका जन्म हरियाणा के धनाना गाँव में एक किसान परिवार में हुआ हैं और वे समाज सुधार, निःस्वार्थ सेवा तथा परमेश्वर कविर्देव ( कबीर साहेब) के अवतार के रूप में जाने जाते हैं।

2.संत रामपाल जी महाराज ने बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद कैसे कर रहे है?

उन्होंने अपनी ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ के तहत हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और अन्य राज्यों के हजारों बाढ़ प्रभावित गाँवों में खेतों से पानी निकालने के लिए करोड़ों रुपए मूल्य की मोटरें, नए पाइप और स्टार्टर निःशुल्क उपलब्ध कराए हैं।

3.’अन्नपूर्णा मुहिम’ क्या है?

‘अन्नपूर्णा मुहिम’ संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाई गई एक व्यापक ईश्वरीय पहल है, जिसका उद्देश्य बाढ़ पीड़ितों और गरीब/जरूरतमंद लोगों को रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा और चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाएँ निःस्वार्थ भाव से प्रदान करना है।

4.क्या यह सहायता केवल हरियाणा के किसानों को दी गई है?

नहीं, रिपोर्ट के अनुसार, यह निःशुल्क सहायता हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्यों के हजारों बाढ़ पीड़ित गाँवों तक पहुँचाई गई है।

5. वर्तमान में “किसानों के मसीहा” के रूप किसे जाना जा रहा है?

वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज को “किसानों का मसीहा” कहा जा रहा है। यह सम्मान उन्हें हाल ही में बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद (अन्नपूर्णा मुहिम) के लिए मिला है।

Share This Article
Email Copy Link Print
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
BySA News
Follow:
Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.
Previous Article ​AI Tools and the New Way of Learning: Cheating or Smart Learning? ​AI Tools and the New Way of Learning: Cheating or Smart Learning?
Next Article रूसी सेना का पूर्वी यूक्रेन के पोकरोवस्क शहर पर कब्ज़ा रूसी सेना का पूर्वी यूक्रेन के पोकरोवस्क शहर पर कब्ज़ा
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Popular Posts

Shopping Addiction: An Increasing Concern Today 

Today's generation increasingly turns to shopping as a means to cope with anxiety and social…

By SA News

Adopt Zero Waste Living: A Step Closer To Sustainable Development Goals 2030

On the road of attaining Sustainable Development Goals 2030, it is very important for us…

By SA News

Beyond Neurons: Exploring the Wonders of the Human Brain

The human brain is an extremely complex, unique and outstanding part of a biological system…

By SA News

You Might Also Like

2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना माचाडो को, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप नहीं बने विजेता
Hindi News

2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना माचाडो को, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप नहीं बने विजेता

By Tuleshwar
दो कौड़ी – एक मुहावरा और इसकी गहराई
Hindi News

“दो कौड़ी” – एक मुहावरा और इसकी गहराई

By SA News
indian-share-bazar-ko-jhatka-hindi
Hindi News

भारतीय शेयर बाजारों को बड़ा झटका, अमेरिकी राष्ट्रपति डाॅनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ ऐलान से निवेशकों के सेंसेक्स और निफ्टी में आईं गिरावट

By SA News
Saint Rampal Ji Maharaj Emerges as the Final Ray of Hope for Flood-Stricken Daata Village
Social Welfare Work

Saint Rampal Ji Maharaj Emerges as the Final Ray of Hope for Flood-Stricken Daata Village

By SA News
SA NEWS LOGO SA NEWS LOGO
748kLike
340kFollow
13kPin
216kFollow
1.75MSubscribe
3kFollow

About US


Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.

Top Categories
  • Politics
  • Health
  • Tech
  • Business
  • World
Useful Links
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Copyright Notice
  • Contact Us
  • Official Website (Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj)

© SA News 2025 | All rights reserved.