गोहाना (हरियाणा), 14 दिसंबर: विश्व विख्यात संत रामपाल जी महाराज के आदेश पर सतलोक आश्रम ने समाज सेवा का एक और अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। गोहाना के सेक्टर-7 में निर्माणाधीन जाट भवन के पांचवें फ्लोर का निर्माण सतलोक आश्रम द्वारा कराया जाएगा। इस कार्य पर लगभग 75 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है, जिसे सतलोक आश्रम अपने खर्च पर पूरा करेगा। ₹15 करोड़ की अनुमानित लागत से बन रहा यह भवन जाट महासभा द्वारा विभिन्न गतिविधियों, बैठकों और कार्यक्रमों का केंद्र बनेगा।
सतलोक आश्रम कमेटी ने एक पूरा फ्लोर दान करने की घोषणा की
एक ऐतिहासिक और सराहनीय पहल के तहत, सतलोक आश्रम कमेटी ने निर्माणाधीन जाट भवन के लिए एक पूरा फ्लोर दान करने की घोषणा की। यह घोषणा शनिवार को सतलोक आश्रम कमेटी की ओर से संत रामपाल जी महाराज के बड़े बेटे वीरेंद्र दास द्वारा गोहाना के सेक्टर-7 में जाट भवन के निर्माण स्थल के निरीक्षण के दौरान की गई। इस मौके पर जाट महासभा के सदस्य भी उपस्थित रहे। यह क्षण आश्चर्य और खुशी का प्रतीक बन गया, क्योंकि यह सतलोक आश्रम और जाट समुदाय के बीच एक महत्वपूर्ण सहयोग का उदाहरण है।
जाट भवन: सामुदायिक विकास का केंद्र
गोहाना का निर्माणाधीन जाट भवन जाट समाज के सामाजिक, सांस्कृतिक और सामुदायिक विकास का केंद्र बनेगा। अब तक भवन के बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और तीन मंजिलों का निर्माण पूरा हो चुका है। चौथे फ्लोर का निर्माण जारी है, जबकि पांचवें फ्लोर का निर्माण सतलोक आश्रम द्वारा कराया जाएगा।
• कुल लागत: ₹15 करोड़ (अनुमानित)
• पांचवें फ्लोर का खर्च: ₹75 लाख (सतलोक आश्रम द्वारा वहन किया जाएगा)
• उद्देश्य: सामुदायिक बैठकों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सामाजिक उत्थान के लिए उपयोग
समारोह में व्यक्त किया गया आभार
गोहाना जाट महासभा ने इस मौके पर सतलोक आश्रम के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। महासभा के अध्यक्ष विनोद सहरावत, उपाध्यक्ष राजबीर ठेकेदार, सचिव वीरेंद्र दूहन, सह सचिव संजय मलिक और कोषाध्यक्ष कुलदीप मान ने सतलोक आश्रम के प्रतिनिधि वीरेंद्र पाल का अभिनंदन किया।
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समारोह में भाजपा नेता इंद्रजीत विरमानी और नगर परिषद की चेयरपर्सन के पति ने भी अतिथि के रूप में भाग लिया और इस पहल की सराहना की। संत रामपाल जी महाराज और सतलोक आश्रम कमेटी के प्रति दिल से आभार व्यक्त किया और कहा कि यह योगदान निर्माण कार्य को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सतलोक आश्रम: समाज सेवा का प्रतीक
वीरेंद्र पाल ने बताया कि सतलोक आश्रम हमेशा से समाज सेवा और मानवता के उत्थान के लिए प्रयासरत रहा है। जाट भवन के निर्माण में सहयोग देना इसी दिशा में एक और कदम है।
यह कोई पहला अवसर नहीं है जब संत रामपाल जी महाराज ने जाट महासभा के लिए कार्य किया है। इससे पहले भी संत रामपाल जी महाराज ने जाट आंदोलन में सहयोग दिया और 36 बिरादरी के भाईचारे को साथ लेकर चलने का काम किया है। उनके प्रयास हमेशा समाज को एकजुट करने और समानता की भावना को मजबूत करने की दिशा में रहे हैं।
सतलोक आश्रम पहले भी कई महत्वपूर्ण पहल कर चुका है:
• दहेज मुक्त विवाहों का आयोजन: समाज से कुरीतियों को समाप्त करने की दिशा में कार्य।
• नशा मुक्त समाज: जागरूकता और सुधार कार्यक्रम।
• आपदा राहत कार्य: बाढ़ और अन्य आपदाओं में पीड़ितों की सहायता।
• मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं: समाज के वंचित वर्गों के लिए।
सतलोक आश्रम के मार्गदर्शन में बनी संरचनाएं मजबूत और उत्कृष्ट
सतलोक आश्रम कमेटी सदस्यों ने सतलोक आश्रम की निर्माण गुणवत्ता पर भी प्रकाश डाला और बताया कि आश्रम के मार्गदर्शन में बनी संरचनाएं मजबूत और उत्कृष्ट होती हैं। उन्होंने कहा कि सतलोक आश्रम द्वारा किए गए सभी निर्माण कार्य समाज सेवा और टिकाऊ गुणवत्ता पर आधारित होते हैं।
जाट महासभा का समर्थन और सहयोग
जाट महासभा के सदस्यों ने सतलोक आश्रम के इस योगदान को समाज सेवा का अनुकरणीय उदाहरण बताया। महासभा के सदस्यों—संजय दूहन, जितेंद्र मोर, डॉ. कपूर सिंह नरवाल, कर्ण सिंह लाठर, नरेंद्र नेहरा, धर्मबीर मलिक, नरेंद्र गहलावत, कृष्ण मलिक, निपुण सहरावत, संदीप मलिक, नरेश मलिक, डॉ. सतपाल, रमेश दूहन, डॉ. मनोज मलिक और रामफल देशवाल—ने इस कार्य की सराहना करते हुए इसे समाज में सहयोग और सकारात्मकता को बढ़ावा देने वाला कदम बताया।
जाट महासभा के सदस्यों ने इस अभूतपूर्व घोषणा पर गहरी खुशी और कृतज्ञता व्यक्त की। जाट महासभा के अध्यक्ष विनोद सहरावत ने कहा “आज तक हमने ये देखा है जितने भी अन्य धार्मिक गुरु हैं वो सिर्फ़ लेते हैं। ये पहले धार्मिक गुरु हैं जो देते हैं और दिल से देते हैं। उन्होंने हमारे समाज में एक बड़ा योगदान दिया है। हम उनके बड़े आभारी हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि यह सहयोग निर्माण कार्य में एक मिशाल क़ायम करेगा।
सतलोक आश्रम में हर निर्णय गुरु जी के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से
संत रामपाल जी के शिष्यों ने बताया कि यह दान उनके सतगुरु संत रामपाल जी महाराज के आदेश पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सतलोक आश्रम में हर निर्णय गुरु जी के आशीर्वाद और मार्गदर्शन के साथ लिया जाता है। उन्होंने समाज सेवा के प्रति आश्रम की प्रतिबद्धता दोहराते हुए बताया कि वे समाज के लिए मजबूत और उपयोगी संरचनाओं के निर्माण में योगदान देते हैं। निर्माणाधीन जाट भवन जाट समाज के सामाजिक, सांस्कृतिक और सामुदायिक विकास के लिए समर्पित एक महत्वपूर्ण परियोजना है।
निष्कर्ष
सतलोक आश्रम द्वारा जाट भवन के पांचवें फ्लोर का निर्माण समाज सेवा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल है। इस सहयोग से न केवल जाट समुदाय, बल्कि समाज के अन्य वर्गों को भी प्रेरणा मिलेगी। यह कार्य समाज में एकता, सहयोग और सकारात्मकता को प्रोत्साहित करेगा। महासभा और अन्य नागरिकों ने इस सराहनीय कदम के लिए सतलोक आश्रम और संत रामपाल जी महाराज का आभार व्यक्त किया।
FAQs: सतलोक आश्रम का एक और अनुकरणीय उदाहरण
सतलोक आश्रम ने जाट भवन के लिए क्या योगदान दिया है?
सतलोक आश्रम ने जाट भवन के पांचवें फ्लोर का निर्माण करने की घोषणा की है, जिसकी लागत लगभग ₹75 लाख होगी।
पांचवें फ्लोर का निर्माण कब पूरा होगा?
निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा और इसे संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा।
इस दान का उद्देश्य क्या है?
यह सामुदायिक विकास, सामाजिक एकता, और समाज सेवा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है।
सतलोक आश्रम पहले भी ऐसे कार्य कर चुका है?
जी हां, सतलोक आश्रम दहेज मुक्त विवाह, नशा मुक्ति अभियान, आपदा राहत और मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं जैसे कई कार्यों में सक्रिय है।
जाट महासभा ने इस योगदान पर क्या कहा?
महासभा ने सतलोक आश्रम का आभार व्यक्त किया और इसे समाज सेवा का अनुकरणीय उदाहरण बताया।