सोमवार को ईरान ने अमेरिका के सैन्य अड्डों पर हमला किया, जिसके बाद लोगों में हाहाकार मच गई। बताया जा रहा है कि यह पश्चिम एशिया में सबसे बड़ा अमेरिकी बेस है और यह हमला इस्लामिक रिपब्लिक के परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हमले का बदला लेने के लिए किया गया।
क्या है पूरा मामला
Israel Iran ceasefire: सूत्रों की मानें तो पश्चिम एशिया में फिर से तनाव देखने को मिला, जो 13-14 मई से शुरू हुआ। बताया जा रहा है कि यह विवाद इज़राइल के हवाई हमलों से इतना बढ़ गया कि अब गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है। इससे लगभग 950 लोग हताहत हो चुके हैं और यह हिंसक लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही।
कहा जा रहा है कि इज़राइल ने ईरान पर कई हमले किए, जिसमें ईरान के सरकारी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके जबाव में ईरान ने भी सैकड़ों बैलेस्टिक मिसाइलों और ड्रोनों से हमले किए, जिसमें लगभग 24 लोगों की मौत और 804 से अधिक घायल हुए। तब से ही दोनों देशों में मिसाइलों का आदान-प्रदान हो रहा था, लेकिन स्थिति तब और गंभीर हो गई,जब अमेरिका ने बीच में दखल देना शुरू किया। अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर जबरदस्त हमले किए।
क्या कहना था ईरान का
Iran Israel Conflict: हालांकि ईरान ने यह ऐलान किया था कि वह इज़राइल पर अब सभी हमले अस्थाई तौर पर रोक रहा है। उनके कहने का तात्पर्य यह था कि अगर इज़राइल हमले करेगा, तो वे भी जवाबी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे।
लेकिन इस मामले ने तब आग पकड़ ली, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर यह कहा कि इज़राइल और ईरान में सीजफायर का ऐलान हो चुका है। लेकिन उसी समय ईरान ने अमेरिका के कतर के अल-उदीद एयर बेस पर मिसाइल से हमला कर दिया। उसके बाद ईरान ने कहा कि यह हमला अमेरिका से बदला लेने के लिए किया गया है और अब मिसाइलों को पूरी तरह से रोक दिया गया है।
ईरान ने यह तक कहा कि वे ईरान के राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान पहुंचाने वाले को छोड़ेगा नहीं।
क्या रही भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने ईरान के द्वारा किए गए कतर पर हमलों के कारण भारतीय दूतावास को भी सतर्क रहने को कहा है। भारत ने उन्हें कहा कि किसी अफवाह पर यकीन न करें और बाहर न निकलें। इसके अतिरिक्त भारत ने भारतीय दूतावास को कहा कि कतर के द्वारा बनाए गए नियमों का दृढ़ता से पालन करें और सोशल मीडिया पर जुड़े रहें।
एक ही मालिक, एक ही धर्म – मानवता से बनेगा नया युग
तत्वज्ञान के अभाव से सभी प्राणी मानवता को भूलते जा रहे हैं। वर्तमान में राष्ट्रों में आपसी तनाव आम देखने को मिल रहा है, जिससे आम जनता परेशान हो रही है। हमारे पवित्र शास्त्रों में प्रमाण है कि हम सभी एक मालिक यानी कि ईश्वर की संतान हैं, इसी लिए प्रत्येक प्राणी को मानवता का धर्म निभाना चाहिए।
कहते हैं जब जुल्म बढ़ जाता है, तो ईश्वर धरती पर अवतरित होते हैं।वर्तमान में इतनी हाहाकार मची है, कि इस पर सच्चा संत ही काबू पा सकता है। इस समय केवल संत रामपाल जी महाराज ही एक मात्र ऐसे संत हैं, जो विश्व शांति लाने के लिए सही यत्न कर रहे हैं। विश्व भर के भविष्यवक्ताओं जैसे कि नास्त्रेदमस, कीरो, जिन डिक्सन, बोरिस्का आदि ने उनके बारे में भविष्यवाणियां की हैं। उनके बारे में कहा गया है कि वो संत विश्व में होने वाली तबाही, युद्ध आदि पर रोक लगाकर विश्व शांति स्थापित करेगा।