हालही में अमेरिकी राष्ट्रपति डाॅनाल्ड ट्रम्प ने लिया बड़ा फैसला जिस पर उन्होंने टैरिफ से संबंधित महत्वपूर्ण ऐलान किए। जिससे भारत सहित कई देशों में व्यापार से संबंधित सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखने को मिलीं हैं। भारत में लगभग 930 के लगभग सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखी गई। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डाॅनाल्ड ट्रम्प ने अपने सभी इंपोर्ट्स पर 10% टैरिफ लगाएगा। जिसके पीछे ट्रंप का मुख्य उद्देश्य अमेरिका में घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देना और व्यापार घाटे को कम करना रहेगा। जिससे भारत के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिलेगी।
ट्रंप के टैरिफ ऐलान से संबंधित मुख्य बिंदु
- टैरिफ एक टैक्स होता है जो देश में घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ाने और व्यापार घाटे को कम करने के लिए लगाया जाता हैं।
- ट्रंप द्वारा भारत में 27% टैरिफ का ऐलान किया गया जिसमें भारत सहित अन्य देश भी प्रभावित हुए।
- 4 अप्रैल 2025 में भारतीय शेयर बाजारों में सेंसेक्स में 0.18% और निफ्टी में 0.23% गिरावट देखने को मिलीं।
- ट्रंप द्वारा ज़ारी टैरिफ से भारत के विभिन्न सेक्टर प्रभावित हुए जिसमें फार्मा सेक्टर में सेंसेक्स और निफ्टी कि गिरावट कम देखने को मिलीं।
टैरिफ क्या होता है और इसे क्यूं लगाया जाता है
सामान्यतः टैरिफ एक टैक्स होता है जो वस्तुओं के आयात पर लगाया जाता हैं। जिसे आयात टैक्स के नाम से भी जाना जाता हैं। यह टैक्स आयात करने वाले देशों पर लगाया जाता हैं जहां एक्सपोर्ट की गई वस्तुओं पर सरकार को टैक्स देना पड़ता हैं। यह टैक्स अप्रत्यक्ष रूप से ग्राहकों अर्थात् सामान्य जनता के लिए भी बड़ी चुनौती होती हैं जहां कम्पनियां टैरिफ का सम्पूर्ण भार ग्राहकों पर डालती हैं।
इस टैरिफ का उद्देश्य देश में बढ़ रहे व्यापार घाटे को कम करना होता हैं। साथ ही डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ ऐलान से अमेरिका में घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा और व्यापार घाटा कम होगा। ट्रंप का कहना है कि जितना टैरिफ दूसरे देशों ने अमेरिका के उत्पादों पर लगाया हैं उतना ही टैरिफ अमेरिका उन पर लगाएगा । जिससे उनका व्यापार घाटा कम होगा।
ट्रंप के टैरिफ ऐलान से प्रभावित देश
डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ से विभिन्न देशों के व्यापार में काफी गिरावट देखने को मिलीं हैं। ट्रंप ने सभी देशों पर अलग-अलग टैरिफ का ऐलान किया है। जहां सभी देशों पर टैरिफ कम से कम 10% रहेगा । भारत पर लगभग 27% का टैरिफ लगाया है वहीं यह चीन, वियतनाम, इंडोनेशिया और युरोपीय संघ के उत्पादों पर 25% तक हो सकती है। ट्रंप द्वारा चीन पर कुल 54%, वियतनाम पर 46%, इंडोनेशिया पर 32% और कंबोडिया पर 49% का टैरिफ लगाया गया हैं।
ट्रंप के टैरिफ का असर न केवल दूसरे पर पड़ा इसका असर अमेरिका पर भी देखने को मिला डाॅव जोंस 1,700 अंक तक गिर कर कलैक्शन जोन में पहुंच गया एसएंडपी 500 में 5% और नैस्डेक में लगभग 6% कि कमी आई । जहां अमेरिका सहित जापान, यूरोप और अन्य देशों का ग्लोबल मार्केट भी क्रैश हुआ। टोक्यो का निक्केई 4% से कम हुआ वहीं पेरिस और फ्रेंकफर्ट में 3% से ज्यादा कम गिरावट देखने को मिलीं।
भारत में लगातार सेंसेक्स और निफ्टी में देखने को मिलीं गिरावट
4 अप्रैल 2025 को भारतीय शेयर बाजारों में भी काफी गिरावट सामने आई जिसमें प्री-ओपनिंग सेशन के दौरान सेंसेक्स 135.27 अंक अर्थात् 0.18% नीचे 76,160.09 पर था वहीं, निफ्टी 59.70 अंक अर्थात् 0.26% की गिरावट के साथ 23,190.40 पर रहा था।
4 अप्रैल 2025 को जारी ट्रंप के टैरिफ ऐलान से लगातार भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिलीं हैं। दोपहर 12:14 बजे , सेंसेक्स 761.53 अंक (1.00%) गिरकर 75,533.83 पर आया वहीं निफ्टी 286 अंक (1.23%) गिरकर 22,964.10 पर आ गया था।
प्री-ओपनिंग के पश्चात् बाजारों के खुलने के बाद यह दर और कम हो गई सुबह लगभग साढ़े नौ बजे तक सेंसेक्स 562.90 अंक टूट कर 75,732.46 रहा वहीं निफ्टी भी 203.45 से गिरकर 23046.65 पर व्यवसाय कर रहा था। यह गिरावट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ ऐलान से लगातार ग्लोबल मार्केट में आए भूकंप के कारण देखने को मिल रहें हैं।
ट्रंप द्वारा ज़ारी टैरिफ,भारतीय निवेशकों के लिए बड़ी चुनौती
ट्रंप ने भारतीय उत्पादों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया है जिससे भारत के ग्लोबल मार्केट में गिरावट का असर देखा गया। गुरुवार, 4 अप्रैल 2025 को बीएसई सेंसेक्स 322.08 अंक अर्थात् 0.42 गिरकर 76,295.36 पर बंद हुआ । व्यापार के दौरान यह 809.89 अंक तक गिर गया था । वहीं, निफ्टी 82.25 अंक अर्थात् 0.35% टूटकर 23,250.10 रहीं।
एग्रीकल्चर सेक्टर में इस टैरिफ का असर कम देखने को मिला जहां टैरिफ के कम होने से फार्मा सेक्टर से संबंधित कंपनियों को राहत मिली।