पुराने अंबाला-कलका हाईवे पर स्कॉर्पियो-एन से नकली नोटों के बंडल मिले; हरियाणा-राजस्थान कनेक्शन वाले मॉड्यूल के दो आरोपी गिरफ्तार
- गुप्त सूचना पर बनी विशेष टीम, हाईवे पर लगाया गया नाका
- दो आरोपी गिरफ्तार, हरियाणा के कुरुक्षेत्र के निवासी
- बरामद पुरानी और नकली मुद्रा का पूरा ब्योरा
- हरियाणा–पंजाब–राजस्थान तक फैला नेटवर्क
- आरोपियों का लंबा आपराधिक इतिहास
- नया केस—डेराबस्सी पुलिस ने दर्ज की FIR नंबर 327
- 14 नवंबर 2025 तक कोई अतिरिक्त गिरफ्तारी नहीं
- पुलिस की अपील—संदिग्ध मुद्रा लेन-देन की तुरंत करें सूचना
पुराने अंबाला-कलका हाईवे पर घग्गर ब्रिज के पास बड़ी कार्रवाई, 9.95 करोड़ रुपये की नकली व पुरानी मुद्रा बरामद
पंजाब पुलिस ने नकली मुद्रा के खिलाफ अपनी चल रही मुहिम को एक और बड़ी सफलता दिलाते हुए मोहाली जिले के डेराबस्सी क्षेत्र में 13 नवंबर 2025 को एक अंतरराज्यीय नकली मुद्रा मॉड्यूल का पर्दाफाश किया। यह कार्रवाई पुराने अंबाला-कलका हाईवे पर घग्गर ब्रिज के निकट स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के आसपास गुप्त सूचना के आधार पर की गई।
गुप्त सूचना पर बनी विशेष टीम, हाईवे पर लगाया गया नाका
मिली जानकारी के अनुसार गुप्त इनपुट के बाद वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में विशेष टीमों का गठन किया गया। टीम में एसपी रूरल मनप्रीत सिंह तथा डीएसपी डेराबस्सी बिक्रमजीत सिंह बराड़ के निर्देशन में इंस्पेक्टर सुमित मोर (एसएचओ डेराबस्सी) और इंस्पेक्टर मलकीत सिंह (एंटी-नारकोटिक्स सेल इंचार्ज) शामिल थे। टीम ने पुराने अंबाला-कलका हाईवे पर नाका लगाकर वाहनों की जांच शुरू की।
इसी दौरान सफेद रंग की स्कॉर्पियो-एन कार (रजिस्ट्रेशन नंबर HR-41-M-6974) को रोका गया। तलाशी के दौरान कार से भारी मात्रा में नकली व पुरानी मुद्रा बरामद की गई, जिसकी कुल कीमत **9.95 करोड़ रुपये** आंकी गई।
दो आरोपी गिरफ्तार, हरियाणा के कुरुक्षेत्र के निवासी
पुलिस ने मौके से दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान जिनके नाम हैं :-
सचिन, निवासी भारत नगर, पेहोवा (जिला कुरुक्षेत्र, हरियाणा), गुरदीप, निवासी गुरुदेव नगर (जिला कुरुक्षेत्र, हरियाणा) के रूप में हुई है।
एसएसपी मोहाली हरमिंदर हंस ने पुष्टि करते हुए बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने नकली नोटों के बंडलों को असली दिखाने की अपनी विधि का भी खुलासा किया है।
बरामद पुरानी और नकली मुद्रा का पूरा ब्योरा
तलाशी में बरामद मुद्रा का ब्योरा निम्नानुसार है—
- पुरानी/मूल मुद्रा – कुल 11,05,000 रुपये
- 7,42,000 रुपये – पुराने 1000 रुपये के नोट
- 3,50,000 रुपये – पुराने 2000 रुपये के नोट
- 13,000 रुपये – नए 500 रुपये के नोट
- नकली मुद्रा – कुल 9,88,00,000 रुपये
- 80 बंडल पुराने 1000 रुपये के नोट (लगभग 80 लाख रुपये)
- 60 बंडल नए 500 रुपये के नोट (लगभग 30 लाख रुपये)
- 439 बंडल पुराने 2000 रुपये के नोट (लगभग 8 करोड़ 78 लाख रुपये)
प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया कि आरोपी बंडलों के बाहर की तरफ असली नोट चिपकाकर अंदर नकली नोट भरते थे , ताकि पहली नज़र में बंडल वास्तविक प्रतीत हो और लोगों को आसानी से ठगा जा सके।
हरियाणा–पंजाब–राजस्थान तक फैला नेटवर्क
जांच में यह भी सामने आया कि यह मॉड्यूल केवल पंजाब ही नहीं, बल्कि हरियाणा और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों में भी सक्रिय था।
अब तक इन राज्यों में कई लोगों को यह सिंडिकेट ठग चुका है। पुलिस को संदेह है कि यह समूह संगठित नेटवर्क का हिस्सा है, जो विभिन्न जिलों में नकली मुद्रा की आपूर्ति कर रहा था।
आरोपियों का लंबा आपराधिक इतिहास
दोनों आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड पहले भी सामने आ चुका है:
वर्ष 2023 में मोहाली के एक निवासी से 7 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज।
यह मामला फेज-1 पुलिस स्टेशन, मोहाली में एफआईआर नंबर 248 (दिनांक 1 अक्टूबर 2023) के तहत दर्ज हुआ था।
इस मामले में आईपीसी की धारा 406, 420 और 120-बी के आरोप लगाए गए थे।
राजस्थान व अन्य राज्यों में भी इसी प्रकृति की शिकायतें इनके खिलाफ दर्ज हैं।
नया केस—डेराबस्सी पुलिस ने दर्ज की FIR नंबर 327
13 नवंबर 2025 को की गई इस कार्रवाई में डेराबस्सी पुलिस स्टेशन में
एफआईआर नंबर 327, बीएनएस की धारा 318(4), 178, 179, 180 और 182 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने वाहन सहित सभी बरामद सामग्री को सील कर जब्त कर लिया है।
14 नवंबर 2025 तक कोई अतिरिक्त गिरफ्तारी नहीं
पुलिस के अनुसार 14 नवंबर 2025 तक इस मामले में किसी और गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, जांच एजेंसियां सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की तलाश में लगातार दबिशें दे रही हैं और पूछताछ का दायरा बढ़ाया जा रहा है।
पुलिस की अपील—संदिग्ध मुद्रा लेन-देन की तुरंत करें सूचना
एसएसपी हरमिंदर हंस ने कहा कि नकली मुद्रा का नेटवर्क कमजोर करने के लिए ऐसे भंडाफोड़ बेहद महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने जनता से अपील की कि यदि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, लेन-देन या असामान्य मुद्रा की जानकारी मिले तो तुरंत नजदीकी थाने में इसकी सूचना दें।
यह कार्रवाई पंजाब में नकली मुद्रा के खिलाफ जारी व्यापक राज्यव्यापी मुहिम का हिस्सा है, जिसके तहत हाल ही में अन्य जिलों में भी समान कार्रवाइयां की गई हैं।
कुल मिलाकर यह कार्रवाई नकली मुद्रा के बढ़ते प्रसार को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली कदम मानी जा रही है।
डेराबस्सी में हुआ यह भंडाफोड़ पुलिस के सतर्क खुफिया तंत्र, तेज कार्रवाई और संगठित प्रयासों का स्पष्ट प्रमाण प्रस्तुत करता है।
पंजाब सहित पड़ोसी राज्यों में नकली मुद्रा मॉड्यूल को कमजोर करने में यह सफलता भविष्य में बड़े अपराधों को रोकने में भी अहम भूमिका निभाएगी।

