SA NewsSA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
SA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Politics
  • Educational
  • Tech
  • History
  • Events
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Follow US
© 2024 SA News. All Rights Reserved.

Home » दिल्ली और कोलकाता में भूकंप: क्या बढ़ रही है टेक्टोनिक हलचल?

Nature

दिल्ली और कोलकाता में भूकंप: क्या बढ़ रही है टेक्टोनिक हलचल?

SA News
Last updated: February 26, 2025 3:37 pm
SA News
Share
दिल्ली और कोलकाता में भूकंप क्या बढ़ रही है टेक्टोनिक हलचल
SHARE

25 फरवरी 2025 की सुबह, पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 5.1 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र बंगाल की खाड़ी में 91 किमी की गहराई में स्थित था। हालांकि, अब तक किसी भी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। भूकंप का असर केवल कोलकाता तक सीमित नहीं रहा, बल्कि ओडिशा और अन्य तटीय इलाकों में भी हल्के झटके महसूस किए गए।

Contents
क्या भारत में भूकंपीय गतिविधियां बढ़ रही हैं?टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल और भूकंपदिल्ली-NCR क्यों भूकंप के निशाने पर है?कोलकाता में भूकंप का असरक्या दिल्ली और कोलकाता के भूकंप जुड़े हुए हैं?क्या करना चाहिए?

क्या भारत में भूकंपीय गतिविधियां बढ़ रही हैं?

हाल के महीनों में भारत और उसके आसपास के इलाकों में भूकंपीय गतिविधियों में वृद्धि दर्ज की गई है।

  • 17 फरवरी को दिल्ली में 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
  • 8 जनवरी को तिब्बत और नेपाल में भी हल्के झटके महसूस किए गए।

अब सवाल उठता है:

  • क्या ये छोटे भूकंप आपस में जुड़े हुए हैं?
  • या फिर यह पृथ्वी के अपनी ऊर्जा रिलीज करने का एक सामान्य तरीका है?

टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल और भूकंप

धरती के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेटें लगातार हिलती रहती हैं। जब ये प्लेटें टकराती हैं या आपस में रगड़ती हैं, तो उनमें तनाव (Stress) बढ़ता है, जिससे भूकंप आते हैं।

  • छोटे भूकंप इस ऊर्जा को धीरे-धीरे रिलीज कर सकते हैं, जिससे बड़े भूकंप की संभावना कम हो जाती है।
  • लेकिन यदि यह ऊर्जा एकसाथ मुक्त होती है, तो विनाशकारी भूकंप आ सकता है।

दिल्ली-NCR क्यों भूकंप के निशाने पर है?

दिल्ली की भौगोलिक स्थिति इसे भूकंपीय रूप से संवेदनशील बनाती है। इसके तीन प्रमुख कारण हैं:

  1. दिल्ली हिमालयन टकराव ज़ोन से मात्र 250 किमी दूर है।
  2. तीन प्रमुख फॉल्ट लाइन्स यहां से गुजरती हैं:
    • दिल्ली-हरिद्वार रिज
    • महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट
    • दिल्ली-सरगोधा रिज
  3. दिल्ली भूकंपीय क्षेत्र IV में आता है, जो उच्च जोखिम वाला क्षेत्र माना जाता है।

जब हिमालय या हिंदूकुश क्षेत्र में कोई बड़ा भूकंप आता है, तो दिल्ली की कमजोर फॉल्ट लाइन्स उसकी तरंगों को बढ़ा देती हैं, जिससे यहां अधिक झटके महसूस होते हैं।

कोलकाता में भूकंप का असर

कोलकाता भूकंपीय क्षेत्र III में आता है, जो मध्यम तीव्रता के भूकंपों के लिए संवेदनशील है। हालांकि, यह दिल्ली या उत्तर-पूर्व भारत की तरह उच्च जोखिम वाला क्षेत्र नहीं है।

हाल ही में आए बंगाल की खाड़ी के भूकंप का केंद्र समुद्र के अंदर था, जिससे इसके झटके कोलकाता तक पहुंचे।

क्या दिल्ली और कोलकाता के भूकंप जुड़े हुए हैं?

वैज्ञानिकों के अनुसार, दिल्ली और कोलकाता में हाल ही में आए भूकंपों के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। हालांकि, यह संकेत हो सकता है कि भारतीय उपमहाद्वीप में टेक्टोनिक गतिविधियां बढ़ रही हैं।

ये छोटे भूकंप भविष्य में किसी बड़े भूकंप की चेतावनी भी हो सकते हैं।

क्या करना चाहिए?

  1. भूकंप-रोधी इमारतों का निर्माण
  2. भूकंप सुरक्षा ड्रिल्स का पालन
  3. आपातकालीन योजनाएं तैयार रखना

अगर भविष्य में कोई बड़ा भूकंप आता है, तो दिल्ली और कोलकाता दोनों को सतर्क रहना होगा। ऐसे में भूकंप संबंधी जागरूकता और सुरक्षा उपायों का पालन बेहद जरूरी है।

Share This Article
Email Copy Link Print
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
Previous Article कृषि नौकरियाँ और उनका महत्व कृषि नौकरियाँ और उनका महत्व
Next Article RRB ALP Results 2025 Declared Check Your Region-Wise Result & Cut-Off Now RRB ALP Results 2025 Declared: Check Your Region-Wise Result & Cut-Off Now
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Sant-Rampal-Ji-App-ads

Popular Posts

Prime Minister Narendra Modi’s Trip to Saudi Arabia: Enhancing Relations Across Various Sectors

Prime Minister Narendra Modi is scheduled to undertake a significant visit to Saudi Arabia from…

By SA News

3D-Printed Bionic Organs Transform Medicine in 2025

In a landmark achievement for biomedical engineering, 2025 has witnessed the successful implantation of 3D-printed…

By SA News

महाकुंभ के कारण ट्रेनों में जबरदस्त भीड़, यात्री परेशान

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में देशभर से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिससे रेलवे की…

By SA News

You Might Also Like

हिमालय का खतरा 33 हजार झीलों की डरावनी तस्वीरें आईं सामने
NatureWeather

हिमालय का खतरा: 33 हजार झीलों की डरावनी तस्वीरें आईं सामने

By SA News
भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है। आइए जानते हैं कि भूकंप क्यों आते हैं और इससे बचाव के तरीके क्या हैं।
EducationalNatureWeather

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है। आइए जानते हैं कि भूकंप क्यों आते हैं और इससे बचाव के तरीके क्या हैं।

By SA News
National Zoo Lovers Day 2025: प्रकृति से संवाद का दिन
Nature

National Zoo Lovers Day 2025: प्रकृति से संवाद का दिन

By SA News
Exploring the Wonders of the Solar System: Planets, Space Facts & Missions
Nature

Exploring the Wonders of the Solar System: Planets, Space Facts & Missions

By SA News
SA NEWS LOGO SA NEWS LOGO
600kLike
300kFollow
11.2kPin
151kFollow
523kSubscribe
2.1kFollow

About US


Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.

Top Categories
  • Politics
  • Health
  • Tech
  • Business
  • World
Useful Links
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Copyright Notice
  • Contact Us
  • Official Website (Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj)

© SA News 2024 | All rights reserved.