3 मार्च 2025, नई दिल्ली में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड से और बेल्जियम के समकक्ष थिओ फ्रेंन्केन से मुलाकात की, जिसकी प्रशंसा करते हुए एक्स पर भी एक पोस्ट डाली जिसमें उन्होंने अपनी खुशी को जाहिर करते हुए बताया कि हमें विश्वास है कि भारत – यूरोपीय और भारत – बेल्जियम की साझेदारी में मजबूती बढ़ाने के लिए यह मुलाकात अधिक सहयोगी होगी।
आपको बता दें राजकुमारी एस्ट्रिड 2 मार्च से 8 मार्च तक भारत की यात्रा पर है। रविवार 2 मार्च को उनके आगमन पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उनका स्वागत किया । 3 मार्च को राजकुमारी की विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात हुई। राजकुमारी भारत के आर्थिक मिशन का नेतृत्व करने के उद्देश्य से आई है। विदेश मंत्री के एक बयान के मुताबिक राजकुमारी उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और दिल्ली सहित अन्य राज्यों का भी द्वारा करेंगे तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेगी।
राजकुमारी एस्ट्रिड के बारे में आपको बता दें कि राजकुमारी बेल्जियम के किंग फिलिप की बहन है और राजा अल्बर्ट द्वितीय और रानी पाओला की दूसरी संतान हैं जो कि बेल्जियम के आर्थिक मिशनों का नेतृत्व करती हैं। बेल्जियम राजशाही के एक बयान के मुताबिक बेल्जियम और उनके क्षेत्र और कोई विदेशी भागीदारों के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंधों के विकास में सहयोग करती हैं।
राजकुमारी क्वीन एलिजाबेथ मेडिकल फाऊंडेशन (QEMF) की मानद अध्यक्ष भी हैं और किंग वाडाइन फाउंडेशन के वैज्ञानिक और चिकित्सा कोष का समर्थन करती हैं। राजकुमारी विभिन्न क्षेत्रों में मौलिक चिकित्सा (रोगियों को प्रारंभिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना ताकि वह गंभीर रोगों से बच सकें) का समर्थन करने विभिन्न स्थलों का दौरा करने और पुरस्कार समारोह में भी भाग लेने के लिए वैज्ञानिक दुनिया के साथ संपर्क बनाए रखती हैं।
बेल्जियम के राजदूत के मुताबिक राजकुमारी एस्ट्रिड भारत में एक उच्च स्तरीय आर्थिक प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रही हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा राजकुमारी की मुलाकात के दौरान बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मैक्सिम प्रीवोट के साथ भी बैठक की। इस बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, उद्योग, शिक्षा, फार्मास्यूटिकल्स नवाचार और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग की चर्चा हुई। इसी दौरान उन्होंने सेमीकंडक्टर, ऐआई, स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटल, गतिशीलता और रक्षा के क्षेत्र में भी चर्चा की। इस चर्चा में यह भी सामने आया है की 335 सदस्यों और 180 कंपनियों का प्रतिनिधिमंडल भी राजकुमारी के साथ मिशन का हिस्सा होंगे।
श्री वेंडरहासेल्ट ने बताया यह बेल्जियम की ओर से सर्वोच्च प्रारूप है जिसका नेतृत्व राजा के प्रतिनिधि के रूप में महामहिम राजकुमारी एस्ट्रिड कर रही हैं। बेल्जियम के विदेश मंत्री जो उप प्रधानमंत्री भी हैं और अन्य मंत्री भी प्रतिनिधिमंडल के साथ होंगे।
बेल्जियम के राजदूत ने बताया कि हम यूरोपीय संघ और भारत तथा बेल्जियम और भारत के बीच और भी अधिक गहन और रणनीतिक संबंध बनाने की दिशा में अग्रसर है और हमें पूरी दुनिया में विश्वसनीय साझेदारी की आवश्यकता है। भारत में हर साल 5 से 7% की प्रभावशाली बढ़ोतरी हो रही है इसलिए भारत हमारी प्राथमिकता सूची में बहुत ऊपर है।