SA NewsSA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
SA NewsSA News
  • Home
  • Business
  • Politics
  • Educational
  • Tech
  • History
  • Events
  • Home
  • Business
  • Educational
  • Events
  • Fact Check
  • Health
  • History
  • Politics
  • Sports
  • Tech
Follow US
© 2024 SA News. All Rights Reserved.

Home » दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 491: Severe Plus स्मॉग से स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा

Hindi News

दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 491: Severe Plus स्मॉग से स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा

SA News
Last updated: December 15, 2025 12:11 pm
SA News
Share
GRAP Stage-IV लागू
SHARE

रविवार को दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में वायु प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार सुबह 7 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 491 दर्ज किया गया, जो Severe Plus श्रेणी में आता है। घने स्मॉग के कारण दृश्यता काफी कम हो गई, जिससे सुबह के समय यातायात भी प्रभावित रहा। कई नागरिकों ने सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं की शिकायत की।

Contents
  • दिल्ली की वायु गुणवत्ता की वर्तमान स्थिति
  • GRAP Stage-IV लागू: निर्माण और उद्योगों पर सख्ती
  • दिल्ली प्रदूषण के मुख्य कारण
  • Severe Plus AQI में स्वास्थ्य पर प्रभाव
  • स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय
  • दिल्ली में प्रदूषण कम करने के उपाय
  • मौसम अलर्ट और आगे की स्थिति
  • निष्कर्ष: स्वच्छ हवा के लिए सामूहिक जिम्मेदारी

दिल्ली की वायु गुणवत्ता की वर्तमान स्थिति

दिल्ली के सभी 40 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों पर हवा सीवियर स्तर पर दर्ज की गई। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के रोहिणी इलाके में AQI 499 के साथ सबसे खराब स्थिति रही। इसके अलावा जहांगीरपुरी और विवेक विहार में AQI 495 तक पहुंच गया। पांडव नगर, सफदरजंग और आईटीओ जैसे क्षेत्रों में भी वायु गुणवत्ता बेहद गंभीर बनी रही।

GRAP Stage-IV लागू: निर्माण और उद्योगों पर सख्ती

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बिगड़ती स्थिति को देखते हुए GRAP Stage-IV लागू कर दिया है। इसके तहत निर्माण कार्यों और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कमजोर हवा की गति और सर्द मौसम के कारण आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ सकता है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।

दिल्ली प्रदूषण के मुख्य कारण

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के अनुसार इस वर्ष दिल्ली में पराली जलाने की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। हालांकि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) के आंकड़ों के मुताबिक उत्तरी जिलों में पांच घटनाएं दर्ज की गई हैं। इसके अलावा वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक धुआं और निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल दिल्ली के प्रदूषण को और गंभीर बना रहे हैं।

Severe Plus AQI में स्वास्थ्य पर प्रभाव

Severe Plus श्रेणी का AQI सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए खतरनाक होता है। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और दमा या हृदय रोग से पीड़ित व्यक्तियों को सबसे अधिक जोखिम रहता है। लंबे समय तक इस हवा में सांस लेने से फेफड़ों, हृदय और आंखों से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय

नागरिकों को निम्न सावधानियां अपनाने की सलाह दी गई है:

  • बच्चे, बुजुर्ग और सांस के रोगी घर के अंदर रहें
  • बाहर निकलते समय N95 मास्क का प्रयोग करें
  • पर्याप्त पानी पिएं और पौष्टिक भोजन लें

दिल्ली में प्रदूषण कम करने के उपाय

वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सरकार और आम जनता दोनों की भागीदारी आवश्यक है। प्रमुख उपाय इस प्रकार हैं:

  • सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग और निजी वाहनों का सीमित प्रयोग
  • निर्माण स्थलों और उद्योगों के उत्सर्जन पर सख्त निगरानी
  • कचरा और पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध
  • स्वच्छ ईंधन और ऊर्जा स्रोतों का उपयोग
  • बड़े स्तर पर वृक्षारोपण और हरित क्षेत्र बढ़ाना
  • नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना

मौसम अलर्ट और आगे की स्थिति

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली के कई इलाकों में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। कुछ क्षेत्रों में दृश्यता 200 मीटर से भी कम दर्ज की गई। नागरिकों को वाहन चलाते समय सावधानी बरतने और गति नियंत्रित रखने की सलाह दी गई है। आने वाले दिनों में स्थिर मौसम प्रदूषण को बनाए रख सकता है।

निष्कर्ष: स्वच्छ हवा के लिए सामूहिक जिम्मेदारी

दिल्ली में Severe Plus AQI यह स्पष्ट संकेत देता है कि वायु प्रदूषण पर तत्काल और ठोस कदम उठाने की जरूरत है। सही नीतियां, जिम्मेदार उद्योग, और जागरूक नागरिक ही राजधानी की हवा को सुरक्षित बना सकते हैं। अधिक से अधिक वृक्षारोपण, स्वच्छ तकनीक और प्रदूषण नियंत्रण के सख्त नियम ही आने वाली पीढ़ियों के लिए शुद्ध वायु सुनिश्चित कर सकते हैं।

Share This Article
Email Copy Link Print
What do you think?
Love0
Sad0
Happy0
Sleepy0
Angry0
Dead0
Wink0
BySA News
Follow:
Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.
Previous Article A Parent’s Guide to Cyberbullying Signs and Prevention A Parent’s Guide to Cyberbullying: Signs and Prevention
Next Article IMA Passing Out Parade 2025 सपनों से वर्दी तक का सफर: IMA Passing Out Parade 2025 में 491 युवा अधिकारी बने भारतीय सेना की नई शक्ति
Leave a Comment

Leave a Reply Cancel reply

You must be logged in to post a comment.

Popular Posts

Union Cabinet Approves MSP Hike For Rabi Crops For 2025-26 Marketing Season

Official Press Release Source

By SA News

Microlearning Explained: The Smartest Training Strategy for 2026 Workplaces

In today’s fast-paced world, traditional training methods can feel outdated - long sessions, dense material,…

By SA News

Afghanistan Earthquake: 1 सितंबर की रात – जब अफगानिस्तान थर्रा उठा, और कई गांव जमींदोज़ हो गए 

Afghanistan Earthquake: पूर्वी अफगानिस्तान में 1 सितंबर 2025 को 6.0 तीव्रता का भूकंप आया जिसमें…

By SA News

You Might Also Like

गाजा पीस प्लान: हमास ने ट्रम्प का प्रस्ताव माना, लेकिन क्यों अभी खत्म नहीं होगी जंग?
Hindi News

ट्रम्प पीस प्लान पर हमास तैयार, लेकिन शर्तों ने बढ़ाई टेंशन

By Parav Choudhary
एंबियंस मॉल बॉम्ब थ्रेट कोई नहीं बच पाएगा, मैंने बम रख दिया है
Hindi News

एंबियंस मॉल बॉम्ब थ्रेट: कोई नहीं बच पाएगा, मैंने बम रख दिया है

By SA News
हरित कौशल (Green Skills) पृथ्वी को बचाने की सुपरपावर
Hindi News

हरित कौशल (Green Skills) Blog [Hindi]: पृथ्वी को बचाने की सुपरपावर

By SA News
Modern Care Vs Ayurveda भारतीय त्वचा के लिए क्या है सही विकल्प 
Hindi News

Modern Care Vs Ayurveda: भारतीय त्वचा के लिए क्या है सही विकल्प? 

By SA News
SA NEWS LOGO SA NEWS LOGO
748kLike
340kFollow
13kPin
216kFollow
1.75MSubscribe
3kFollow

About US


Welcome to SA News, your trusted source for the latest news and updates from India and around the world. Our mission is to provide comprehensive, unbiased, and accurate reporting across various categories including Business, Education, Events, Health, History, Viral, Politics, Science, Sports, Fact Check, and Tech.

Top Categories
  • Politics
  • Health
  • Tech
  • Business
  • World
Useful Links
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Copyright Notice
  • Contact Us
  • Official Website (Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj)

© SA News 2025 | All rights reserved.