रविवार को दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में वायु प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार सुबह 7 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 491 दर्ज किया गया, जो Severe Plus श्रेणी में आता है। घने स्मॉग के कारण दृश्यता काफी कम हो गई, जिससे सुबह के समय यातायात भी प्रभावित रहा। कई नागरिकों ने सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं की शिकायत की।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता की वर्तमान स्थिति
दिल्ली के सभी 40 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों पर हवा सीवियर स्तर पर दर्ज की गई। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के रोहिणी इलाके में AQI 499 के साथ सबसे खराब स्थिति रही। इसके अलावा जहांगीरपुरी और विवेक विहार में AQI 495 तक पहुंच गया। पांडव नगर, सफदरजंग और आईटीओ जैसे क्षेत्रों में भी वायु गुणवत्ता बेहद गंभीर बनी रही।
GRAP Stage-IV लागू: निर्माण और उद्योगों पर सख्ती
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने बिगड़ती स्थिति को देखते हुए GRAP Stage-IV लागू कर दिया है। इसके तहत निर्माण कार्यों और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कमजोर हवा की गति और सर्द मौसम के कारण आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ सकता है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
दिल्ली प्रदूषण के मुख्य कारण
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के अनुसार इस वर्ष दिल्ली में पराली जलाने की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। हालांकि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) के आंकड़ों के मुताबिक उत्तरी जिलों में पांच घटनाएं दर्ज की गई हैं। इसके अलावा वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक धुआं और निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल दिल्ली के प्रदूषण को और गंभीर बना रहे हैं।
Severe Plus AQI में स्वास्थ्य पर प्रभाव
Severe Plus श्रेणी का AQI सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए खतरनाक होता है। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और दमा या हृदय रोग से पीड़ित व्यक्तियों को सबसे अधिक जोखिम रहता है। लंबे समय तक इस हवा में सांस लेने से फेफड़ों, हृदय और आंखों से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जरूरी उपाय
नागरिकों को निम्न सावधानियां अपनाने की सलाह दी गई है:
- बच्चे, बुजुर्ग और सांस के रोगी घर के अंदर रहें
- बाहर निकलते समय N95 मास्क का प्रयोग करें
- पर्याप्त पानी पिएं और पौष्टिक भोजन लें
दिल्ली में प्रदूषण कम करने के उपाय
वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सरकार और आम जनता दोनों की भागीदारी आवश्यक है। प्रमुख उपाय इस प्रकार हैं:
- सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग और निजी वाहनों का सीमित प्रयोग
- निर्माण स्थलों और उद्योगों के उत्सर्जन पर सख्त निगरानी
- कचरा और पराली जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध
- स्वच्छ ईंधन और ऊर्जा स्रोतों का उपयोग
- बड़े स्तर पर वृक्षारोपण और हरित क्षेत्र बढ़ाना
- नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना
मौसम अलर्ट और आगे की स्थिति
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली के कई इलाकों में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। कुछ क्षेत्रों में दृश्यता 200 मीटर से भी कम दर्ज की गई। नागरिकों को वाहन चलाते समय सावधानी बरतने और गति नियंत्रित रखने की सलाह दी गई है। आने वाले दिनों में स्थिर मौसम प्रदूषण को बनाए रख सकता है।
निष्कर्ष: स्वच्छ हवा के लिए सामूहिक जिम्मेदारी
दिल्ली में Severe Plus AQI यह स्पष्ट संकेत देता है कि वायु प्रदूषण पर तत्काल और ठोस कदम उठाने की जरूरत है। सही नीतियां, जिम्मेदार उद्योग, और जागरूक नागरिक ही राजधानी की हवा को सुरक्षित बना सकते हैं। अधिक से अधिक वृक्षारोपण, स्वच्छ तकनीक और प्रदूषण नियंत्रण के सख्त नियम ही आने वाली पीढ़ियों के लिए शुद्ध वायु सुनिश्चित कर सकते हैं।

