D2M Technology in Hindi: कल्पना कीजिए — आपके पास एक साधारण मोबाइल फोन है, न WiFi है, न डेटा पैक। फिर भी आप लाइव न्यूज़, क्रिकेट मैच या वेब सीरीज़ देख पा रहे हैं। चौंकिए मत, ये सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। 1 मई 2025 से भारत में शुरू हो रही है Direct-to-Mobile (D2M) तकनीक, जो आपके फोन को एक छोटा सा टीवी स्टेशन बना देगी — बिना इंटरनेट के।
D2M तकनीक क्या है? | What is D2M Technology in Hindi
Direct-to-Mobile (D2M) एक ऐसी ब्रॉडकास्ट तकनीक है जो टीवी और रेडियो की तरह काम करती है। फर्क सिर्फ इतना है कि यहां सिग्नल सीधे मोबाइल तक पहुंचते हैं।

यानि जैसे DTH डिश बिना इंटरनेट के टीवी दिखाती है, वैसे ही D2M मोबाइल पर सीधा सिग्नल भेजता है। इंटरनेट की कोई जरूरत नहीं।
कौन लेकर आया है यह तकनीक?
इस तकनीक को IIT कानपुर ने 2022 में विकसित किया था। इसके बाद Saankhya Labs और Tejas Network ने मिलकर इसे फाइनल रूप दिया।

D2M Technology in Hindi: 2024 में इसका सफल ट्रायल बेंगलुरु, नोएडा और कर्तव्य पथ (दिल्ली) में किया गया था।
D2M Technology में क्या खास है?
World Audio Visual & Entertainment Summit (WAVES) 2025 का आयोजन मुंबई के Jio World Centre में हो रहा है।

इस इवेंट में Lava और HMD जैसी कंपनियां ऐसे मोबाइल फोन लॉन्च करेंगी जिनमें D2M तकनीक इनबिल्ट होगी।
कैसे काम करता है D2M फोन?
D2M-enabled (D2M Technology in Hindi) फोन में कुछ खास हार्डवेयर लगे होंगे:

- छोटा ऐन्टीना, जो टीवी सिग्नल पकड़ेगा
- Low-noise amplifiers, जिससे सिग्नल क्लियर मिलेंगे
- Baseband filters और Receiver, जो टीवी कंटेंट को मोबाइल स्क्रीन पर दिखाएंगे
- यह सब चलेगा एक खास 526MHz–582MHz स्पेक्ट्रम पर, जिसे सरकार ने D2M के लिए आरक्षित किया है।
आप समझ सकते हैं जैसे एक छोटा सेट-टॉप बॉक्स मोबाइल के अंदर फिट कर दिया गया हो।
इसका क्या होगा फायदा?
- इंटरनेट का खर्च बचेगा – लाइव टीवी या खबरें देखने के लिए डेटा की ज़रूरत नहीं
- दूर-दराज़ के इलाकों में सूचना पहुंचेगी – जहां इंटरनेट नहीं पहुंचा, वहां D2M पहुंचेगा
- 5G नेटवर्क का बोझ कम होगा – भीड़भाड़ वाले इवेंट्स में डेटा ट्रैफिक से राहत
- आपातकालीन जानकारी तुरंत मिलेगी – आपदा के समय इंटरनेट के बिना भी अपडेट
क्या कोई सीमा या शर्त है?
D2M Technology in Hindi: हां, एक बात साफ है — D2M तकनीक मौजूदा स्मार्टफोन्स पर काम नहीं करेगी। इसके लिए अलग से D2M सपोर्टेड मोबाइल की ज़रूरत होगी।
शुरुआत में यह तकनीक फीचर फोन में दी जा रही है, जो किफायती होंगे।
क्या कीमत होगी D2M सेवा की?
अभी तक सरकार या कंपनियों ने इसकी कीमत या सब्सक्रिप्शन को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। लेकिन संभावना है कि यह तकनीक फ्री-टू-एयर कंटेंट के लिए मुफ्त या बेहद सस्ती हो सकती है।
निष्कर्ष: क्या D2M भविष्य है?
D2M तकनीक केवल एक नया फीचर नहीं, बल्कि डिजिटल समावेशन की दिशा में बड़ा कदम है।
यह तकनीक उन करोड़ों भारतीयों तक जानकारी, मनोरंजन और शिक्षा को पहुंचाएगी, जो अभी भी इंटरनेट से दूर हैं। आने वाले समय में स्मार्टफोन के लिए भी D2M मापदंड विकसित किए जा सकते हैं।
FAQs: Direct-to-Mobile (D2M) तकनीक
Q1. D2M तकनीक क्या है?
D2M (Direct-to-Mobile) एक ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी है, जिससे बिना इंटरनेट या WiFi के मोबाइल में लाइव टीवी और कंटेंट देखा जा सकता है।
Q2. क्या D2M मेरे मौजूदा स्मार्टफोन में काम करेगा?
नहीं, फिलहाल यह केवल D2M-सपोर्टेड फीचर फोन्स में ही काम करेगा। भविष्य में स्मार्टफोन्स के लिए भी सपोर्ट आ सकता है।
Q3. D2M मोबाइल कैसे काम करता है?
इसमें इनबिल्ट ऐन्टीना, रिसीवर और फिल्टर होते हैं, जो सीधे ब्रॉडकास्ट टावर से सिग्नल पकड़कर टीवी कंटेंट दिखाते हैं।
Q4. क्या D2M सेवा मुफ्त होगी?
शुरुआती जानकारी के अनुसार, यह फ्री-टू-एयर चैनलों के लिए मुफ्त हो सकती है, लेकिन प्रीमियम कंटेंट पर चार्ज संभव है।
Q5. D2M तकनीक से क्या लाभ हैं?
कम डेटा खर्च, दूर-दराज़ इलाकों तक कंटेंट पहुंचाना और 5G नेटवर्क पर लोड कम करना इसके प्रमुख लाभ हैं।