भोजपुरी एक्टर और सिंगर खेसारी लाल यादव छपरा विधानसभा सीट पर चुनाव जीतने में नाकाम रहे. यहां भाजपा की प्रत्याशी छोटी कुमारी को बढ़त मिली है इसके साथ ही वह चुनाव जीत चुकी है, हालांकि आधिकारिक घोषणा अभी आना बाकी है।
गौरतलब है कि इस बार छपरा विधानसभा से राजद, भाजपा, जनसुराज समेत कुल 10 उम्मीदवार मैदान में उतरकर मुकाबला कर रहे थे।
मुख्य बिंदु:-
- खेसारी लाल यादव की घोषणा ने छपरा सीट को बना दिया चुनावी सनसनी।
- छपरा विधानसभा में खेसारी लाल की एंट्री, राजनीतिक माहौल हुआ गरम।
- लंबे समय से स्थिर सीट पर खेसारी लाल यादव की एंट्री ने बढ़ाई प्रत्याशियों की चिंता।
- छपरा में खेसारी लाल के उतरने से बनी मुकाबले की नई तस्वीर, हर उम्मीदवार की नजरें सतर्क।
हाईप्रोफाइल बनी छपरा सीट पर खेसारी लाल यादव को मिली करारी चुनौती
छपरा विधानसभा क्षेत्र से भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार और लोकप्रिय गायक खेसारी लाल यादव को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. वे इस बार राजद के प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे थे. दूसरी ओर भाजपा की छोटी कुमारी उनके मुकाबले में खड़ी थीं. हालांकि खेसारी लाल यादव की हार की आधिकारिक पुष्टि अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन रुझान उनके खिलाफ दिख रहे हैं।
खेसारी लाल के उतरने से छपरा बना हॉटस्पॉट
यह भी उल्लेखनीय है कि बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में शामिल छपरा सीट इस बार खासा चर्चा में रही. इसकी प्रमुख वजह खेसारी लाल यादव का चुनावी मैदान में उतरना था, जिसने इस क्षेत्र को हाईप्रोफाइल बना दिया.
इससे पहले छपरा से भाजपा के डॉ. सीएन गुप्ता वर्ष 2015 और 2020 में लगातार दो बार विधायक चुने जा चुके थे, लेकिन इस चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला। वहीं, 2008 के परिसीमन के बाद इस विधानसभा क्षेत्र में छपरा नगरपालिका, नैनी, फकुली, करिंगा, सदा, मौना, तेनुआ, बरहरा और रिविलगंज जैसे प्रमुख सामुदायिक विकास खंड शामिल हैं।
छपरा सीट पर वर्षों से चला आ रहा जातीय वर्चस्व टूटा
छपरा विधानसभा सीट का जातीय परिदृश्य
कभी स्वतंत्र लोकसभा क्षेत्र रहा छपरा, वर्तमान में सारण संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है. इस सीट पर 1965 से 2014 तक राजनीतिक रूप से राजपूत और यादव वर्ग का दबदबा कायम रहा और जीत इन्हीं समुदायों के उम्मीदवारों को मिलती रही।
लेकिन 2014 के उपचुनाव में पहली बार राजद के रणधीर कुमार सिंह ने यह परंपरा बदली। उनके बाद 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के डॉ. सीएन गुप्ता विजयी हुए और इस सीट पर जीतने वाले पहले गैर-यादव, गैर-राजपूत नेता बनकर एक नई मिसाल पेश की।
इस बार खेसारी लाल के उतरने से सीट बनी हाईप्रोफाइल
वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा के डॉ. सीएन गुप्ता ने इस सीट पर जीत दर्ज की और उन्होंने राजद के रणधीर कुमार सिंह को पराजित किया था।
इससे पहले 2015 में भी डॉ. गुप्ता ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की थी, और उस चुनाव में भी उन्होंने रणधीर कुमार सिंह को मात दी थी।
हालांकि, इस बार हालात अलग रहे – छपरा विधानसभा क्षेत्र तब सुर्खियों में आ गया जब भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ने चुनावी मैदान में उतरकर इसे हाईप्रोफाइल मुकाबला बना दिया।

