दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बुधवार से लगातार हो रही झमाझम बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. विशेषकर हरियाणा के गुरुग्राम जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मूसलाधार बारिश ने शहर के जल निकासी तंत्र की खामियों को उजागर कर दिया है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें सड़कों पर खड़ी गाड़ियाँ पानी में आधी डूबी हुई नजर आ रही हैं। इसके अलावा, कई नागरिकों ने अपने घरों में बारिश का पानी भरने की शिकायतें भी दर्ज कराई हैं। ऐसे में गुरुग्राम नगर निगम ने इस स्थिति को लेकर क्या प्रतिक्रिया दी है, आइए जानते हैं
मुख्य बिंदु:
- गुरुग्राम में 12 घंटे में 133 मिमी बारिश, मात्र डेढ़ घंटे में ही बरसे 103 मिमी पानी
- जलजमाव पर नगर निगम की सफाई – “युद्ध स्तर पर जारी है निकासी अभियान”
- भारी बारिश के बीच गुरुग्राम में वर्क फ्रॉम होम की सलाह, प्रशासन सतर्क
- गाजियाबाद में जलभराव से लोग बेहाल, स्कूल से दफ्तर तक लगा लंबा जाम
- ग्रेटर नोएडा में अंडरपास डूबे, कई वाहन पानी में फंसे
शहर में कितनी वर्षा हुई?
प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गुरुग्राम में 9 जुलाई की शाम 7 बजे से लेकर 10 जुलाई की सुबह 7 बजे तक — यानी 12 घंटों के भीतर कुल 133 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इसमें सबसे तेज बारिश 9 जुलाई को शाम 7:30 बजे से रात 9 बजे के बीच हुई, जब अकेले इस डेढ़ घंटे में ही 103 मिमी पानी बरस गया।
जलजमाव पर नगर निगम की सफाई
गुरुग्राम में भारी बारिश के बाद उत्पन्न जलभराव की स्थिति पर नगर निगम द्वारा आधिकारिक जानकारी साझा की गई है। निगम ने बताया है कि “शहर के विभिन्न इलाकों में जल निकासी का कार्य तेज़ी से जारी है। निगम की टीमें मौके पर तैनात हैं और लगातार पानी निकालने की प्रक्रिया को अंजाम दे रही हैं। सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने का कार्य भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। अधिकारी स्वयं स्थल पर मौजूद रहकर जल निकासी कार्य की निगरानी कर रहे हैं। कई स्थानों पर पंपों के माध्यम से भी पानी को निकाला जा रहा है।
नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि नागरिकों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए पूरी तत्परता और संसाधनों के साथ कार्य किया जा रहा है।
गुरुग्राम में भारी बारिश के चलते वर्क फ्रॉम होम की सलाह
लगातार हो रही भारी बारिश को ध्यान में रखते हुए गुरुग्राम जिला प्रशासन ने 10 जुलाई 2025 के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है।
जिलाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अजय कुमार ने एक परामर्श (एडवाइजरी) जारी करते हुए निजी एवं कॉर्पोरेट कार्यालयों से आग्रह किया है कि वे अपने कर्मचारियों को उस दिन वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दें। यह कदम बारिश के कारण उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी आपात स्थिति, असुविधा या दुर्घटना से लोगों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।
गाजियाबाद में बारिश बनी मुसीबत
गाजियाबाद में तड़के हुई तेज बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। सड़क किनारे पानी जमा हो जाने से दिल्ली-मेरठ हाईवे पर भीषण जाम लग गया। सुबह करीब 5 बजे से ही वाहनों की लंबी कतारें सड़कों पर नजर आने लगीं। इससे न सिर्फ़ स्कूल जाने वाले बच्चों को देर हुई, बल्कि दफ्तर जाने वाले लोग भी समय पर अपने गंतव्य नहीं पहुँच सके।
हालात इतने बिगड़ गए कि गंगनहर पुल तक वाहनों की कतारें पहुँच गईं। आमने-सामने फंसे वाहनों के कारण ट्रैफिक पुलिस भी जाम खुलवाने में असफल रही। जब लोगों ने वैकल्पिक संपर्क मार्गों की ओर रुख किया तो वहाँ भी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे कॉलोनियों के निवासियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
ग्रेटर नोएडा में जलभराव से जाम की मार
लगातार बारिश के चलते ग्रेटर नोएडा की 130 मीटर रोड और गुलिस्तानपुर अंडरपास में पानी भर गया, जिससे इन दोनों स्थानों पर भीषण जाम लग गया है। जलभराव के कारण राहगीरों और वाहन चालकों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति इतनी चिंताजनक हो गई कि स्कूल बस सहित कई वाहन पानी में बंद हो गए, जिससे लोगों की परेशानियाँ और बढ़ गईं।