भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता रेखा गुप्ता ने दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। उनकी नियुक्ति पार्टी की दिल्ली विधानसभा चुनावों में 27 वर्षों में पहली बार मिली जीत के बाद हुई है। भाजपा ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें हासिल कीं, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने 22 सीटों पर संतोष किया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जींद जिले के जुलाना में जन्मी रेखा गुप्ता का परिवार मध्यमवर्गीय था। उनके पिता, जयभगवान जिंदल, भारतीय स्टेट बैंक में शाखा प्रबंधक थे, और उनकी माता, उर्मिला जिंदल, एक गृहिणी हैं। जब रेखा दो वर्ष की थीं, तब उनका परिवार दिल्ली स्थानांतरित हो गया। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक किया और बाद में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की।
राजनीतिक जीवन
रेखा गुप्ता का राजनीतिक करियर 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से शुरू हुआ। 1996-97 में, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्षता की। भाजपा में, उन्होंने दिल्ली राज्य इकाई की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वह तीन बार दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की पार्षद और मेयर भी रह चुकी हैं।
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2022 में, उन्हें भाजपा ने मेयर पद के लिए उम्मीदवार बनाया था, जहां उनका मुकाबला आप की शैली ओबेरॉय से हुआ।
विधानसभा चुनाव और मुख्यमंत्री पद
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में, रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग सीट से आप की बंदना कुमारी को 29,595 वोटों के अंतर से हराया। इस जीत के बाद, भाजपा ने उन्हें विधायक दल का नेता चुना, और 20 फरवरी 2025 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनकी नियुक्ति के साथ, दिल्ली को चौथी महिला मुख्यमंत्री मिल गई है।
व्यक्तिगत जीवन
1998 में, रेखा गुप्ता का विवाह मनीष गुप्ता से हुआ, जो एक व्यवसायी हैं। उनके दो बच्चे हैं: बेटा निकुंज और बेटी हर्षिता। उनका परिवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा हुआ है, और रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक जीवन में परिवार का महत्वपूर्ण समर्थन प्राप्त किया है।
भविष्य की चुनौतियाँ
मुख्यमंत्री के रूप में, रेखा गुप्ता के सामने दिल्ली की वायु और जल प्रदूषण, बुनियादी ढांचे में सुधार, सरकारी स्कूलों का पुनर्विकास, मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएँ, मुफ्त बिजली, और गरीब महिलाओं को मासिक वजीफा जैसी चुनौतियाँ हैं। उन्होंने इन मुद्दों पर गंभीरता से काम करने का संकल्प लिया है।
रेखा गुप्ता की नियुक्ति भारतीय राजनीति में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का प्रतीक है, विशेषकर भाजपा जैसे दलों में, जहाँ शीर्ष पदों पर महिलाओं की नियुक्ति अभी भी दुर्लभ है। उनकी नेतृत्व क्षमता और व्यापक राजनीतिक अनुभव से दिल्ली के विकास में नए आयाम जुड़ने की उम्मीद है।
समाज सेवा और जन कल्याण
दुर्लभ मनुष्य जन्म का उद्देश्य परमार्थ और जनसेवा के साथ सतभक्ति का भी होना है। जनकल्याणकारी कार्यों और सेवा में जीवन को लगाकर समाज में यश और कीर्ति प्राप्त करना परम कर्तव्य है, साथ ही आत्मोत्थान के उद्देश्य को भी अवश्य प्राप्त करना चाहिए।
परमात्मा कहते हैं—
अगम निगम को खोज ले, बुद्धि विवेक विचार।
उदय-अस्त का राज्य मिले, तो बिन नाम बेगार।।
नाम के बिना जीवन बेकार है। उदय-अस्त का राज्य अर्थात पूरी दुनिया का राज्य भी मिल जाए और सच्चा नाम नहीं प्राप्त हुआ तो जीवन बेकार है, उद्देश्यहीन है।
आज संत रामपाल जी महाराज के लाखों-करोड़ों अनुयायियों द्वारा समाज कल्याण और समाज सुधार के कार्यों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है, जिसमें देहदान, रक्तदान, दहेज मुक्त विवाह, नशा मुक्ति, भ्रष्टाचार मुक्त समाज, रिश्वतखोरी का अंत आदि समाज सुधार के कार्य अग्रणी हैं। उनके बताए गए सतभक्ति और शिक्षा को www.jagatgururampalji.org पर विजिट करें और Sant Rampal Ji Maharaj App डाउनलोड कर उनकी शिक्षाओं का अनुसरण कर सकते हैं।