आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन बैंकिंग, शॉपिंग, सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। लेकिन इसके साथ-साथ साइबर धोखाधड़ी और ऑनलाइन खतरों में भी वृद्धि हुई है। ऐसी स्थिति में, साइबर सुरक्षा के उपाय अपनाना आवश्यक हो गया है ताकि आप ऑनलाइन खतरों से सुरक्षित रह सकें।
ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रमुख प्रकार
- फिशिंग : इसमें धोखेबाज ईमेल, एसएमएस या सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी लिंक भेजते हैं।
- आईडेंटिटी थेफ्ट : इसमें धोखेबाज किसी की पहचान (जैसे आधार नंबर, पैन कार्ड विवरण या अन्य व्यक्तिगत जानकारी) चुराकर उसका दुरुपयोग करते हैं।
- ऑनलाइन पेमेंट फ्रॉड : इसमें फर्जी वेबसाइटों, ऐप्स या लिंक के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को भुगतान करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
- सोशल इंजीनियरिंग : भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक तरीके से व्यक्ति को धोखा दिया जाता है।
- रैनसमवेयर : डेटा को एन्क्रिप्ट करके फिरौती की मांग की जाती है।
ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के उपाय
- मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें : पासवर्ड में अक्षरों, संख्याओं और विशेष चिह्नों का मिश्रण होना चाहिए।
- अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें : ईमेल, मैसेज या वेबसाइट पर संदिग्ध लिंक से बचें।
- संदिग्ध कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहें : किसी के साथ अपनी बैंक जानकारी या ओटीपी साझा न करें।
- अपडेटेड सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें : एंटीवायरस और ऑपरेटिंग सिस्टम को नियमित रूप से अपडेट करें।
- दो-स्तरीय प्रमाणीकरण का उपयोग करें : यह अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।
भारत में साइबर सुरक्षा के कदम
भारत सरकार ने CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) और डिजिटल इंडिया अभियान के तहत साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए कई पहल की हैं।
लोग साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) के माध्यम से ऑनलाइन अपराधों की शिकायत कर सकते हैं।
निष्कर्ष
साइबर सुरक्षा उपायों को अपनाकर हम न केवल खुद को बल्कि पूरे समाज को ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षित बना सकते हैं।