बेंगलुरु के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष के आत्महत्या के मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया सहित उनके परिजनों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसके बाद से निकिता सिंघानिया के बारे में कई सारी तथ्य सामने आ रही हैं इसमें एक खबर उनकी पढ़ाई-लिखाई को लेकर भी सामने आई है. निकिता के बारे में उनके चचेरे भाई ने कई सारे राज खोले हैं। तो आइए आपको बताते हैं निकिता ने कहां से पढ़ाई की और कौन सी नौकरी करती थीं।
निकिता सिंघानिया के चाचा, सुशील सिंघानिया के बेटे ने बताया कि उनकी स्कूली शिक्षा सेंट जॉन पब्लिक स्कूल में हुई। इसके बाद निकिता ने तिलकधारी पीजी कॉलेज से अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने बीटेक की डिग्री राजस्थान के वनस्थली विद्यापीठ से हासिल की और फिर जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए किया।
एमबीए के बाद निकिता ने आईटी क्षेत्र में अपना करियर बनाना शुरू किया। इसमें उन्हें दस से अधिक वर्षों का अनुभव है। वर्तमान में वह एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी, एसेंचर में सीनियर एआई इंजीनियर के पोस्ट पर कार्यरत थीं। उन्होंने 2021 में एसेंचर में सीनियर एनालिस्ट के रूप में अपनी भूमिका स्टार्ट की थी। इससे पहले निकिता कोडेक्स इंफोसॉल्यूशंस और एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड जैसी कंपनियों में भी काम कर चुकी हैं। उनका करियर मेरिटो में इंटर्न के तौर पर शुरू हुआ था।
बेंगलुरु के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया की कमाई
- निकिता सिंघानिया को मिलता को मिलता था कंपनी की ओर से आकर्षक पैकेज।
- अतुल ने अपने खिलाफ लगे झूठे आरोपों पर सफाई दिए।
- एसेंचर इंडिया कंपनी में 3 लाख से अधिक कर्मचारी।
- भारत के सबसे बड़े समाज सुधारक जो कर रहे है धरती उप्पर स्वर्ग का निर्माण।
कितनी थी निकिता और अतुल की सैलरी?
विभिम्न वेबसाइट और एक रिपोर्ट के अनुसार, एसेंचर इंडिया में औसत वार्षिक सैलरी लगभग 11 लाख रुपये है। खासतौर पर, एआई इंजीनियर के पोस्ट पर काम करने वालों को औसतन 16 लाख रुपये प्रत्येक वर्ष का वेतन मिलता है। इसके अनुसार यह माना जा सकता है कि निकिता सिंघानिया को भी कंपनी की ओर से एक आकर्षक और बड़ा पैकेज दिया गया होगा।
खासतौर पर, 8 साल तक के अनुभव वाले सीनियर एआई इंजीनियर को 14 से 16 लाख रुपये प्रत्येक वर्ष का वेतन मिलता है। वहीं, अतुल सुभाष भी एआई इंजीनियर थे और महिंद्रा एंड महिंद्रा कम्पनी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) विभाग में डीजीएम के पोस्ट पर कार्यरत थे। विभिन्न स्रोतों के अनुसार, इस पोस्ट में काम करने वालों का सालाना वेतन 23 से 48 लाख रूपये तक होता है।
अतुल ने अपने खिलाफ लगे आरोपों पर कहा
अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में दहेज मांगने के आरोपों पर सफाई देते हुए कहा था कि वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो 40 से 80 लाख रुपये सालाना कमाते हैं। उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा कि इतना कमाने वाला कोई आदमी केवल 10 लाख रुपये दहेज की मांग कैसे कर सकता है। अतुल ने अपने नोट में यह स्पष्ट लिखा है कि उनके खिलाफ लगाए गए दहेज मांगने के आरोप न केवल झूठी हैं, बल्कि उनकी आत्मसम्मान तथा प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाले भी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आरोप उनके चरित्र को गलत तरीके से पेश करके दिखाने के लिए लगाए गए हैं।
एसेंचर इंडिया कंपनी में कितने कर्मचारी कार्यरत हैं?
अतुल सुभाष की पत्नी निकिता जिस कंपनी एसेंचर इंडिया में काम करती है। वह वैश्विक स्तर पर एक प्रतिष्ठित एसेंचर का हिस्सा है। यह कंपनी आईटी कंसल्टिंग, तकनीकी सेवाओं और बिजनेस ऑपरेशंस में अपनी विशेषज्ञता के लिए महसूर है। भारत में एसेंचर का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है, जबकि देशभर में इसके कई कार्यालय और संचालन केंद्र मौजूद हैं।
2024 तक एसेंचर इंडिया में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या लगभग 3 लाख से अधिक है। जो इसे भारत में एक महशूर बड़े कार्यबल वाली आईटी कंपनियों में शामिल करता है। यह कंपनी अपनी तकनीकी क्षमताओं और पेशेवर सेवाओं के लिए आईटी क्षेत्र में एक अग्रणी स्थान रखती है।
संत रामपाल जी महाराज कर रहे हैं धरती उप्पर स्वर्ग का निर्माण
विश्व के सबसे बड़े समाज सुधारक और जगत के एकमात्र उपकारक जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिए जा रहे तत्त्वज्ञान से उनके अनुयायी द्वारा समाज से नशा, दहेज़ प्रथा, भ्रूणहत्या, भ्रष्टाचारी, बेईमानी, चोरी, जारी, पाखंड, अंधविश्वास जैसी सर्व बुराइयाँ समाप्त हो रही हैं। ,मानव को सतभक्ति मिल रही है। जिससे उसके जीवन में सुख व शांति आ रही है आपसी राग द्वेष मिट रहे हैं।
साथ ही, स्वच्छ और सभ्य समाज का निर्माण भी संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान से हो रहा है। जिससे यह कहा जा सकता है कि संत जी के प्रयास से धरती स्वर्ग बन रही है। अधिक जानकारी के लिए विजिट करें sant Rampal Ji Maharaj YouTube channel