देशभर में चर्चित मोटिवेशनल स्पीकर और कथावाचक जया किशोरी जी को सभी जानते हैं और उनके ज्ञान भंडार से भी लगभग सभी परिचित हैं। वे देश के कोने-कोने में कथावाचन द्वारा गीता, भागवत, महाभारत जैसे पवित्र ग्रंथों का उपदेश देती हैं। हिंदू धर्म से जुड़ी विभिन्न कथाओं का उदाहरण देकर लोगों को राम भजन का उपदेश देती हैं। उनका कहना है कि केवल राम भजन द्वारा ही सुख-शांति प्राप्त हो सकती है। जया जी का मानना है कि शांति का मार्ग ही अंतिम मार्ग है; इसके बिना कोई सुख या लाभ नहीं हो सकता।
अपने प्रवचनों में वे कहती हैं कि अगर आपको जीवन में खुश रहना है, तो भौतिक वस्तुओं और धन-दौलत का लोभ छोड़ें। मानव जीवन में केवल राम भजन करना ही सही सफलता है।
आखिर क्या करती हैं जया किशोरी?
जया किशोरी जी एक गौड़ ब्राह्मण परिवार से हैं, और उनका असली नाम जया शर्मा है। उनका जन्म स्थान सुजानगढ़ (राजस्थान) है। उन्होंने बहुत छोटी उम्र से कथा करना प्रारंभ किया। जया किशोरी जी “नानी बाई का मायरा” नरसी का भात कार्यक्रम करती आ रही हैं।
श्रद्धालुओं को भौतिक सुख सुविधाओं का त्याग करने की देती है शिक्षा
आपको जानकर हैरानी होगी कि देशभर में जया किशोरी जी जैसे अनेक कथावाचक अपनी कथा के माध्यम से मोह माया के त्याग की शिक्षा प्रदान करते हैं। इसका अर्थ यही है कि आपको भौतिक वस्तुओं और धन-दौलत को त्यागकर भक्ति करनी चाहिए, तभी सुख-शांति का लाभ प्राप्त होगा।
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आपको यह जानकारी होना अनिवार्य है कि जब आप जया किशोरी या इन जैसे अनेकों कथावाचकों की कथा सुनते हैं तो यह बार – बार एक ही बात पर जोर देते है। सभी कहते है कि आपको मोह माया / धन दौलत का त्याग करना होगा। इनका कहना है कि मोह माया के त्याग द्वारा ही जीवन में असल शांति और ईश्वर प्राप्ति हो सकती है।
आखिर क्यों हो रही हैं आजकल जया किशोरी जी इंटरनेट पर ट्रोल?
जया किशोरी या इन जैसी अनेकों देवियां अपने उपदेश के माध्यम से मोह माया, धन दौलत का त्याग करने को कहती हैं। पर विडंबना यह है कि यह सर्व त्याग केवल कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं को ही करना होता है, यह नियम इन कथावाचकों पर लागू नहीं होता।
यह बात तय है कि कथा वाचकों का मूल उद्देश्य केवल हमारे पवित्र धर्मग्रंथों से अच्छी – अच्छी बातें सीख कर दूसरों के लिए उपदेश करना है। यह सिर्फ उपदेश देते है, लेकिन उन शिक्षाओं को यह खुद पर अमल कभी नहीं करते हैं। यह कथा वाचक स्वयं अच्छी से अच्छी भौतिक वस्तुओं का उपयोग करते है। परंतु श्रद्धालुओं को भौतिक वस्तुओं के त्याग द्वारा ही सुख शांति और ईश्वर प्राप्ति होने की शिक्षा प्रदान करते हैं ।
बात कुछ ऐसी है कि जया किशोरी जी एयरपोर्ट पर कहीं जाती हुई नजर आईं। एयरपोर्ट पर इनके साथ कुछ ऐसा हो गया कि ये कुछ ही क्षणों में इंटरनेट पर ट्रॉल होने लग गईं। एयरपोर्ट पर जया किशोरी जी एक ट्राली बैग के साथ नज़र आई। इस ट्राली बैग में कुछ सामान रखा हुआ था।
उसी सामान में से एक बैग ऐसा था कि जिसकी क़ीमत 2 लाख से भी ऊपर बताई गई थी। यह बैग फ़ेमश क्रिश्चियन डायर (Christian Dior) कंपनी का था। यह वही कंपनी है जो कि पहले से ही आरोपों के घेरे में आ चुकी है। इस कंपनी पर जानवरों की चमड़ी द्वारा बैग व अन्य वस्तुओं के निर्माण करने का आरोप है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस कंपनी का बैग उन्होंने उपयोग किया है, वह कंपनी गाय की चमड़ी से भी वस्तुओं का निर्माण करती है।
सनातनधर्म का प्रचार करने वाले ही नहीं कर रहे अपने धर्म की शिक्षाओं का अनुसरण
बड़े ही दुख की बात है कि जया किशोरी जी मशहूर कथावाचक हैं जो सनातन धर्म का प्रचार कर रही है। स्वयं को सनातनी बताने वाली देवी जी खुद ही सनातन धर्म की शिक्षाओं का अनुसरण नहीं करती हैं। इन जैसे कथावाचकों के कारण ही आज सनातन धर्म का पतन हो रहा है। कथावाचक सनातन धर्म की प्रतिष्ठा को मिट्टी में मिलाने पर तुले हुए है। आज भजन गायन के द्वारा धन अर्जित करने का व्यापार चल रहा है।
वैसे जया किशोरी एक कथा की क्या फीस लेती है, इस पर भी खूब चर्चा हो रही है। इंटरनेट के मुताबिक जया जी एक कथा के 9-10 लाख रुपए चार्ज करती है। जया जी कथा के माध्यम से सुख शांति और भगवान प्राप्ति का मार्ग दर्शाने का वादा करती है।