शुक्रवार दोपहर मुंबई से जयपुर आई बॉम्बे सुपरफास्ट ट्रेन से बड़ी मात्रा में चांदी बरामद की गई। ट्रेन के पार्सल कोच से 173 किलो चांदी, जिसकी कूल कीमत 1.5 करोड़ अनुमानित है जिसमें गणेश जी की मूर्ति, पायजेब और अन्य चांदी के गहने शामिल थे, जब्त किए गए।
जांच की शुरुआत
इसकी सूचना आरपीएफ को मिली थी कि बॉम्बे सुपरफास्ट ट्रेन से भारी मात्रा में चांदी लाई जा रही है। जिसके बाद आईजी सतीजा ने कमांडेंट भावप्रीता सोनी को मुंबई रूट की ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश दिए। आईपीएफ प्रदीप कुमार और आईपीएफ (सीआईबी) नरेश मीना ने जयपुर स्टेशन पर जांच बढ़ा दी। ट्रेन के जयपुर पहुंचने पर पार्सल कोच की जांच की गई, जिसमें से पांच कार्टन बरामद हुए।
देर रात तक चली कार्रवाई
आरपीएफ ने चांदी जब्त कर सेल टैक्स विभाग को सूचना दी। इसके बाद जीएसटी असिस्टेंट कमिश्नर अश्विनी शर्मा मौके पर पहुंचे और देर रात तक पैकेट्स को खोलकर जांच की गई। इन पैकेट्स में छोटे-छोटे गणेशजी की मूर्तियां, पायजेब और कुछ आर्टिफिशियल ज्वेलरी मिली। इतना हि नहीं जांच में ट्रांसपोर्टर के पास से 90 किलो चांदी के बिल मिले। बाकी 4 लाख 93 हजार 932 रुपए के सामान के लिए बिल नहीं थे, जिस पर जीएसटी कमिश्नर ने 30 हजार रुपए का टैक्स लगाकर सामान को छोड़ दिया।
कैसे छुपाई गई थी चांदी
सूत्रों के अनुसार, पार्सल कोच में 24 टन क्षमता के इंजन के पीछे कपड़ों के 48 बंडलों के बीच चांदी के पांच बंडल छुपाए गए थे। ज्यादा वजन देखकर इन्हें अलग कर जांच की गई। एक पैकेट में 36.800 किलो, दूसरे में 31.50 किलो, तीसरे में 52.150 किलो, चौथे में 33.900 किलो और पांचवे पैकेट में 18.850 किलो चांदी बरामद हुई।
पार्सल बुकिंग में अनियमितता
मुंबई से पार्सल बुकिंग के दौरान कागजों में ज्वेलरी लिखकर बुक किया गया था, जबकि नियमानुसार पूरे सामान की जानकारी दी जानी थी और वजन भी कम बताया गया। यह घटना ट्रेनों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। मामले में ट्रिनिटी कोरियर नामक निजी फर्म पर शक है, जिससे आरपीएफ ने देर रात तक पूछताछ की।