यहां पिंकी किसी लड़की का नाम नहीं बल्कि यह एक सिंड्रोम का नाम है। आज के मशीनरी युग में स्मार्टफोन का अधिक इस्तेमाल करना एक सहज बात हो गई है या फिर यूं कहें एक ट्रेंड या फैशन या ज़रूरत सा बन गया है। इस डिजिटल ज़माने में बिना स्मार्ट फोन के रहना लोगों के लिए नामुमकिन हो गया है क्योंकि ऑफिस के काम काज से लेकर मनोरंजन तक के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया जाता है।
जिस वजह से लोग अत्यधिक समय अब स्मार्टफोन में व्यतीत करते हैं और फोन का यही अधिक इस्तेमाल हमारे हाथों की उंगलियों के साथ शरीर के भिन्न अंगों पर भी प्रभाव डाल रहा है। आईफोन फिंगर ”या“स्मार्टफोन पिंकी ” नाम का वायरल आईफोन यूज़र्स के बीच तेज़ी से फैल रहा है और यह वायरल आईफोन यूज़र्स तक ही सीमित नहीं है, यह स्मार्टफोन पर अत्यधिक निर्भर किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
स्मार्टफोन पिंकी सिंड्रोम से जुड़े मुख्य बिंदु
- यह बीमारी छोटी उंगली की गाठों पर सर्कल चैन के रूप में होती है।
- बस्टल पत्रिका के अनुसार कुछ हफ्तों में टिकटॉक पर “फोन पिंकी” वर्ड्स काफी वायरल हुआ है। इस पर 163 मिलियन लोगों से ज्यादा लोगों ने पोस्ट किया है।
- जुलाई में एक पोस्ट में टिकटोकर केंडल रेम ने दुःख जताते हुए लिखा “मुझे डर है कि मेरे पास सबसे खराब आईफोन पिंकी है। उन्होंने दोनों हाथों की तुलना करते हुए अपने दोनो हाथों की विकृति को दिखाया।
- इस ट्रेंड पर लोगों ने ज़्यादा रिएक्ट तब किया जब फ्लोरिडा की प्रभावशाली महिला मोर्गन ह्यूटेन ने अपनी छोटी उंगली पर एक निशान देखा और अपने फोन से ब्रेक लेने का फैसला किया। उनकी पोस्ट ने बहुत लोगों को प्रभावित किया।
- क्विकलैंड क्लीनिक ने सलाह देते हुए बताया कि ज़रूरी नहीं यह गंभीर समस्या का संकेत हो। यह कंडीशन कुछ हद तक “ब्लैक बैरी थम्स से मिलती जुलती है।
- 2000 के दशक की शुरुआत में देखने को ज़्यादा मिली थी ऐसी समस्या। अत्यधिक स्मार्टफोन के इस्तेमाल करने के कारण अंगूठे के दर्द की शिकायत देखी गई थी।
स्मार्टफोन पिंकी से क्या तात्पर्य है?
स्मार्टफोन पिंकी से तात्पर्य उस कंडीशन से है, जिसमें लोग अपने फोन का आधार अपनी छोटी उंगली के भीतरी किनारों को सहारा देते हैं। इस दौरान शेष उंगलियां फोन के पीछे के हिस्से को सहारा देती हैं और अंगूठा स्क्रीन से संपर्क करने की स्थिति में होता है। स्मार्टफोन का लंबे समय से इस्तेमाल करने से छोटी उंगली के जोड़ों पर दबाव पड़ता है, जिससे स्मार्टफोन पिंकी की समस्या होती है।
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स्मार्टफोन पिंकी के अधिक इस्तेमाल से क्या कोई बीमारी हो सकती है?
स्मार्टफोन पिंकी से उंगली को कोई बड़ा खतरा नहीं है, लेकिन यह अधिक फोन इस्तेमाल का संकेत देता है, जिसका आपके स्वास्थ्य पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है। विशेषज्ञ का कहना है कि यह आमतौर पर चिकित्सा के बजाय एक कॉस्मेटिक समस्या है।
स्मार्टफोन पिंकी सिंड्रोम पर विशेषज्ञों ने क्या सलाह दी?
स्मार्टफोन पिंकी सिंड्रोम ऑनलाइन चर्चाओं में बढ़ने के बाद विशेषज्ञों ने सावधानी बरतने का आग्रह किया। ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर पीटर इवांस का कहना है यह निशान लंबे समय तक फोन इस्तेमाल करने से हो सकता है। इसका आधिकारिक निदान नहीं है।
यह संभव है कि जिसे लोग स्मार्टफोन पिंकी कह रहे हैं, वह एक इंटरनल कंडीशन हो या छोटी उंगली की इंटरनल कंडीशन में कोई बदलाव हो। आगे बताते हुए डॉ. इवांस ने कहा कि अधिक फोन के उपयोग से कोहनी और अंगूठे की समस्या के साथ जोड़ों से संबंधित समस्या हो सकती है।
स्मार्टफोन पिंकी से बचने के लिए क्या करें?
1. जब तक मोबाइल का इस्तेमाल करें तब तक अपने हाथों को बदलते रहें।
2. जब मोबाइल के अधिक इस्तेमाल करने से हाथों में दर्द हो तो उन्हें फैलाएं।
3. मोबाइल का इस्तेमाल करते समय केवल अंगूठे के सहारे से स्क्रोल ना करें एवं मोबाइल का प्रयोग दोनों हाथों से करते रहें।
4.स्मार्टफोन में घंटो घंटो फिल्म देखते समय या लंबे समय तक वितर्क करने के लिए एर्गोनॉमिक फोन ग्रिप्स या मोबाईल स्टैंड का इस्तेमाल करें। जिससे आपकी उंगलियों पर दबाव नही पड़ेगा।
FAQ
1. पिंकी सिंड्रोम क्या है?
यह मोबाइल फोन के अधिक उपयोग के कारण छोटी उंगली में होने वाला दर्द या असहजता है, जो लगातार उंगली पर भार डालने से उत्पन्न होता है।
2. पिंकी सिंड्रोम के कारण क्या हैं?
इस सिंड्रोम का मुख्य कारण मोबाइल फोन को लंबे समय तक एक ही स्थिति में पकड़े रखना है, जिससे छोटी उंगली पर अत्यधिक दबाव पड़ता है।
3. पिंकी सिंड्रोम के लक्षण क्या होते हैं?
लक्षणों में पिंकी उंगली में दर्द, असहजता, सूजन, या यहां तक कि स्थायी रूप से उंगली का आकार बदलना शामिल हो सकता है।
4. पिंकी सिंड्रोम से बचने के लिए क्या किया जा सकता है?
मोबाइल फोन का उपयोग करते समय उंगली पर दबाव कम करने के लिए इसे बार-बार हाथ बदलना चाहिए। इसके अलावा, फोन का उपयोग कम से कम करना और हैंड्स-फ्री डिवाइस का उपयोग करना भी मददगार हो सकता है।
5. पिंकी सिंड्रोम का उपचार क्या है?
प्रारंभिक चरण में, आराम करना और उंगली पर दबाव कम करना पर्याप्त हो सकता है। अधिक गंभीर मामलों में, फिज़ियोथेरेपी या चिकित्सा सलाह की आवश्यकता हो सकती है। इस तरह के “पिंकी सिंड्रोम” का अधिकतर संबंध डिजिटल उपकरणों के अत्यधिक उपयोग से है।