इतिहास के करीब 10000-12000 साल में पहली बार इथियोपिया के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में रविवार को एक ज्वालामुखी फटा। ज्वालामुखी विस्फोट इतना खतरनाक था कि कुछ ही घंटों में आकाश में 45000 फुट (14 किलोमीटर) तक राख और धुंए का गुब्बारा छा गया। इस विस्फोट का असर देश दुनिया में किस प्रकार पड़ा, जानेंगे इस लेख में।
Ethiopia Volcanic Eruption 2025: हैली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट क्या है?
23 नवंबर 2025, रविवार की सुबह लगभग 08:30 बजे इथियोपिया के अफार क्षेत्र में एक हैली गुब्बी ज्वालामुखी का विस्फोट हुआ। यह विस्फोट 10000-12000 साल में पहली बार हुआ। इस ज्वालामुखी को फटने के बाद आसमान में करीब 45000 फुट (14 किलोमीटर) तक राख और धुंए का गुब्बारा छा गया। राख का गुब्बारा इतना खतरनाक था कि लाल समुद्र के पार यमन, ओमान, ईरान और पश्चिमी भारत तक फैल गया।
हैली गुब्बी ज्वालामुखी इथियोपिया-इरिट्रिया बॉर्डर के पास, अदीस अबाबा से करीब 800 किमी उत्तर-पूर्व में अफार क्षेत्र में स्थित है। यह एक शांत ज्वालामुखी माना गया है क्योंकि होलोसीन काल में पहली बार फटा है।
Ethiopia Volcanic Eruption 2025: हैली गुब्बी ज्वालामुखी का असर
- स्थानीय अधिकारी मोहम्मद सईद के मुताबिक हैली गुब्बी ज्वालामुखी फटने के बाद अब तक कोई भी जान माल का नुकसान नहीं हुआ है।
- हालांकि राख के कारण पशुओं के चारा में हानी हो सकती है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए।
- ज्वालामुखी से उठी राख में सल्फर डाई ऑक्साइड (SO2) भारी मात्रा में मौजूद है।
- इसके अलावा राख में सीसे और लावा के कण भी मौजूद हैं।
- इसका असर हजारों किलोमीटर तक दिखा है। भारत के कई राज्यों में इसका असर दिखा है।
भारत में इथोपिया ज्वालामुखी का क्या असर पड़ा है?
हैली गुब्बी एक शांत ज्वालामुखी माना जाता था। लेकिन हजारों साल में पहली बार उठे इस ज्वालामुखी का असर हजारों किलोमीटर तक दिखा है। राख की मोटी परत हवा में फैल गई थी। यह परत इतनी घनी थी कि आसपास के क्षेत्रों में अंधेरा छा गया। इस कारण कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। भारत में भी कई उड़ानें रद्द की गई हैं। गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों में इस ज्वालामुखी का असर दिखा है।
कितनी उड़ानें रद्द की गई?
हवा में मौजूद मोटी परत के कारण भारत में कई उड़ानें रद्द की गई है। एयर इंडिया की निम्न फ्लाइट रद्द की गई है।
24 नवंबर
- AI 106 – नेवार्क-दिल्ली
- AI 102 – न्यूयॉर्क–दिल्ली
- AI 2204 – दुबई–हैदराबाद
- AI 2290 – दोहा–मुंबई
- AI 2212 – दुबई–चेन्नई
- AI 2250 – दम्माम–मुंबई
- AI 2284 – दोहा–दिल्ली
25 नवंबर
- AI 2822 – चेन्नई–मुंबई
- AI 2466 – हैदराबाद–दिल्ली
- AI 2444/2445 – मुंबई–हैदराबाद–मुंबई
- AI 2471/2472 – मुंबई–कोलकाता–मुंबई
इसके अलावा 24 और 25 नवंबर को आकासा एयर ने जेद्दा, कुवैत और अबू धाबी के लिए उड़ानों को रद्द कर दिया है। इंडिगो ने भी अपनी कई उड़ानें रद्द की है।
टूलूज ज्वालामुखी राख सलाहकार केंद्र (VAAC) ने चिंहित जगहों पर हवाई सेवा में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
क्या राख से बढ़ेगा AQI का खतरा?
मौसम विज्ञान महानिदेशक (आईएमडी) मृत्युंजय महापात्रा ने कहा है कि इथोपिया ज्वालामुखी से उठे राख का असर केवल ऊंचे आसमान तक ही सीमित है। इस कारण वायु की गुणवत्ता पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। केवल हवाई उड़ान प्रभावित हुई है।
Read in English: Hayli Gubbi Awakens: Ethiopian Volcano Erupts After Millennia, Ash Spreads Globally
हांलांकि राख का गुब्बारा कल शाम 7:30 बजे तक चीन की ओर बढ़ चुका है। भारत में इसका खतरा फिलहाल टल गया है, लेकिन चीन में खतरा बढ़ गया है। 40000 फीट उपरी सतह में केवल सल्फर डाई ऑक्साइड (SO2) के अवशेष शेष हैं।
इंडियामेटस्काई के मुताबिक राख के कण वायुमंडल के उपरी वायुमंडल में जहां-जहां रहेंगे, वहां की सूर्योदय एवं सूर्यास्त रंगीन होंगे। ठीक वैसे ही जैसे अधिकतर ज्वालामुखी फटने के बाद होता है।
Ethiopia Volcanic Eruption 2025: FAQs
Q1. हैली गुब्बी ज्वालामुखी कहां स्थित है?
उत्तर- हैली गुब्बी ज्वालामुखी इथियोपिया के इरिट्रिया बॉर्डर के पास अदीस अबाबा से करीब 800 किमी उत्तर-पूर्व में अफार इलाके में है।
Q2. इथोपिया के हैली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट कब हुआ?
उत्तर- 23 नवंबर 2025, रविवार की सुबह लगभग 08:30 बजे हैली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट हुआ।
Q4. हैली गुब्बी ज्वालामुखी कितने समय बाद फटा?
उत्तर- होलोसीन काल में यह विस्फोट पहली बार हुआ है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह विस्फोट करीब 10000-12000 साल में पहली बार हुआ है।
Q5. हैली गुब्बी ज्वालामुखी विस्फोट कितना ऊंचा उठा था?
उत्तर- हैली गुब्बी ज्वालामुखी का राख करीब 45000 फीट यानी करीब 14 किलोमीटर तक उठा था।

